Bhagalpur : खाद की कालाबाजारी करने वालों पर तुरंत होगी कार्रवाई, जांच के लिए पटना से पहुंची टीम

खाद की कालाबाजारी करने वालों पर तुरंत कार्रवाई होगी। इसके लिए निर्देश जारी किए गए हैं। साथ ही पटना से पहुंची टीम ने विभिन्‍न प्रखंडों के किसानों से इस संबंध में पूछताछ भी की है। अब इस रिपोर्ट को...!

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 02:02 PM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 02:02 PM (IST)
Bhagalpur : खाद की कालाबाजारी करने वालों पर तुरंत होगी कार्रवाई, जांच के लिए पटना से पहुंची टीम
खाद की कालाबाजारी करने वालों पर तुरंत कार्रवाई होगी।

जागरण संवाददाता, भागलपुर।  खाद की कालाबाजारी करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। खाद की कालाबाजारी व मूल्य वृद्धि रोकने और खाद के वितरण पर निगरानी रखने के लिए मुख्यालय स्तर से भागलपुर, बांका व मुंगेर जिले में जांच के लिए पौधा संरक्षण विभाग पटना के संयुक्त निदेशक डा. प्रमोद कुमार व विनय कुमार को प्रतिनियुक्त किया गया है।

कृषि निदेशक द्वारा दिए गए निर्देश के आलोक में खरीफ के लिए सरकार के जीरो टालरेंस नीति के तहत जिले के सबौर प्रखंड के किसान शिव प्रसाद सिंह, नवल यादव, राजीव रंजन, संजय कुमार सिंह, जगत नारायण सिंह, प्रकाश सिंह, अमल कुमार सिंह, उत्तम कुमार, नीतीश कुमार, चंदन कुमार, नाथनगर प्रखंड के महेश प्रसाद सिंह, राम मंडल, रामधन मंडल, गिरधारी मंडल, बमबम कुमार, भानु कुमार, जयशंकर कुमार, प्रहलाद कुमार, सुल्तानगंज प्रखंड के संजय कुमार सिंह, दीपक कुमार, रुपेश कुमार सिंह, रामबोध, सोनू कुमार, निलेश कुमार आदि किसानों से खाद के मूल्य से संबंधित पूछताछ की। किसानों ने निर्धारित मूल्य पर ही खाद विक्रेता से खाद खरीदने की बात बताई।

किसानों ने बताया कि यूरिया 266 रुपये प्रति बैग, डीएपी 12 सौ रुपये प्रति बैग एवं पोटाश नौ सौ रुपये प्रति बैग दुकानदारों द्वारा दिया जा रहा है। टीम के समक्ष किसी भी किसानों द्वारा खाद निर्धारित मूल्य से अधिक पर खरीदने की बात से इन्कार किया। किसानों ने संयुक्त निदेशक को बताया कि सरकार के जीरो टालरेंस की नीति से किसानों को बहुत फायदा हो रहा है। जांच दल के नोडल पदाधिकारी डा. प्रमोद कुमार ने अपना मोबाइल नंबर बताते हुए बार-बार किसानों से पूछा गया कि यदि कोई विक्रेता आपलोगों को निर्धारित मूल्य से अधिक पर खाद देता है तो हमें बताइए। दुकानदारों पर कार्रवाई के साथ-साथ संबंधित पदाधिकारी पर भी कार्रवाई की जाएगी। जांच दल के साथ जिला कृषि पदाधिकारी कृष्ण कांत झा, भागलपुर पौधा संरक्षण विभाग के सहायक निदेशक अरविंद कुमार के साथ-साथ प्रखंड कृषि पदाधिकारी, कृषि समन्वयक व किसान सलाहकार मौजूद थे।

जांच दल द्वारा किसानों को बताया गया कि शिकायत सुनने और निपटान करने के लिए जिला स्तर पर दो उर्वरक नियंत्रण कोषांग की स्थापना की गई है। एक नियंत्रण कोषांग जिला कृषि पदाधिकारी के कक्ष में स्थापित किया गया है, जिसका बेसिक नंबर 0641-2611030 है। दूसरा नियंत्रण कोषांग की स्थापना सहायक निदेशक रसायन के कक्ष में स्थापित किया गया है, जिसका नंबर 0641-2610041 है। दोनों नियंत्रण कक्ष में अलग-अलग शिकायत पंजी है। प्रत्येक प्रखंड मुख्यालय में भी नियंत्रण कोषांग का गठन किया गया है। जिसके प्रभारी प्रखंड कृषि पदाधिकारी हैं। सभी नियंत्रण कोषांग जिला कृषि पदाधिकारी की निगरानी में दस बजे से शाम पांच बजे तक कार्यरत रहेगा। किसान कहीं भी अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। किसानों की शिकायत मिलने पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी।  

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