भूमिहीन किसानों के लिए बेहतर विकल्प है मधुमक्खी पालन, कटिहार के किसान कमा रहे लाखों रुपये

मधुमक्‍खी पालन भूमिहीन किसानों के लिए बेहतर विकल्‍प है। इसके माध्‍यम से किसान अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं। कटिहार के किसान आज लाखों रुपये कमा रहे हैं। मधुमक्‍खी पालक किसानों को सरकार की ओर से भी हर संभव...

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Mon, 11 Oct 2021 05:09 PM (IST) Updated:Mon, 11 Oct 2021 05:09 PM (IST)
भूमिहीन किसानों के लिए बेहतर विकल्प है मधुमक्खी पालन, कटिहार के किसान कमा रहे लाखों रुपये
मधुमक्‍खी पालन भूमिहीन किसानों के लिए बेहतर विकल्‍प है।

संवाद सहयोगी, कटिहार। भूमिहीन किसानों के लिए मधुमक्खी पालन बेहतर विकल्प है। कटिहार के किसान लाखों रुपये हर साल इसके माध्यम से कमा रहे हैं। ये बाते कृषि विज्ञानियों ने कही।

सोमवार को आत्मा द्वारा संयुक्त कृषि भवन में आयोजित दो दिवसीय मधुमक्खी पालन प्रशिक्षण शिविर सोमवार को संपन्न हो गया। शिविर में मधुमक्खी पालक किसानों को इससे संबंधित जानकारी दी गई। समापन के अवसर पर जिला कृषि पदाधिकारी दिनकर प्रसाद ङ्क्षसह,आत्मा के परियोजना निदेशक सज्जाद आलम ,उप परियोजना निदेशक शशिकांत झा ,सहायक निदेशक उद्यान डा. राहुल कुमार मौजूद थे।

्र-मधुमक्खी पालन से के लिए बिहार की जलवायु अनुकूल, किया गया प्रोत्साहित

-आत्मा द्वारा दो दिवसीय मधुमक्खी पालन प्रशिक्षण शिविर का समापन

-सरकार की ओर से किसानों को की जाती है हर संभव मदद

-केविके और आत्मा के माध्यम से ले सकते हैं प्रशिक्षण

जिला कृषि पदाधिकारी ने मधुमक्खी पालकों को इससे संबंधित जानकारी देते हुए कहा कि राज्य की जलवायु मधुमक्खी पालन के अनुकूल है। उन्होंने कहा कि मधुमक्खी पालन से अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है। मधुमक्खी के एक बक्से से 45 से 50 केजी शहद प्राप्त होता है। 200 से 300 रूपये प्रतिकिलो की बाजार दर से उत्पादित शहद को मधुमक्खी पालक बेच सकते हैं । मधुमक्खी पालन से शहद के अतिरिक्त ,मोम, रायल जेली सहित अन्य आयुर्वेदिक दवा बनाया जाता है।

किसान खेती के अतिरिक्त अधिक आमदनी के लिए मधुमक्खी पालन कर सकते हैं।

परियोजना निदेशक ने कहा कि मधुमक्खी पालन ऐसा कृषि आधारित घरेलू उद्योग हैं जिसे हर श्रेणी के किसान तथा भूमिहीन भी कर सकते हैं। बिहार का मौसम मधुमक्खी पालन के लिए बेहतर है । मधुमक्खी पालन के लिए बड़े भूखंड, बिजली एवं कच्चे माल की जरूरत नहीं होती है। उपपरियोजना निदेशक ने मधुमक्खी पालन से संबंधित योजनाओं की जानकारी देते हुए किसानों को इसकेक लिए प्रोत्साहित किया । उन्होंने इटालियन मधुमक्खी पालन से संबंधित विस्तृत जानकारी दी। इस मौके पर

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