बीसीई : हर महीने के हर दूसरे हफ्ते होगा छात्र-शिक्षक संवाद, तीन दिन पूर्व छात्र ने कर ली थी खुदकुशी

भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में हर महीने दूसरे सप्ताह को छात्र-शिक्षक संवाद होगा। इसके लिए कवायद शुरू कर दी गई है। छात्र की मौत के बाद पटना से आई दो सदस्यीय कमेटी ने संवाद बढ़ाने का निर्देश दिया है।

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Sun, 07 Mar 2021 07:59 AM (IST) Updated:Sun, 07 Mar 2021 07:59 AM (IST)
बीसीई : हर महीने के हर दूसरे हफ्ते होगा छात्र-शिक्षक संवाद, तीन दिन पूर्व छात्र ने कर ली थी खुदकुशी
भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में हर महीने दूसरे सप्ताह को छात्र-शिक्षक संवाद होगा।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। भागलपुर कॉलेज ऑफ इंजीनियङ्क्षरग (बीसीई) में माह के हर दूसरे हफ्ते में छात्र-शिक्षक संवाद होगा। इसके लिए प्राचार्य डॉ. पुष्पलता वर्मा ने शनिवार को नोटिस जारी किया है। यह निर्णय कॉलेज हॉस्टल में छात्र कबीर द्वारा खुदकुशी के बाद लिया गया।

बता दें कि शुक्रवार को मामले की जांच को लेकर पटना से विभाग की दो सदस्यीय टीम पहुंची थी। टीम ने छात्रों और शिक्षकों से अलग-अलग बातचीत की थी, जिसमें छात्रों की शिकायत थी कि उन लोगों को इतने दिनों में कॉलेज परिसर में स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया नहीं कराई गई हैं। यहां तक फस्र्ट एड की व्यवस्था भी नहीं है। इसके अलावा छात्रों ने टीम को बताया कि उनकी समस्याएं नहीं सुनी जाती हैं। इन बातों को लेकर दो सदस्यीय टीम ने प्राचार्य को निर्देश दिया कि वे अपने छात्रों से संवाद बढ़ाएं। उन्हें किसी तरह की परेशानी न हो। इस लेकर लगातार उनके साथ और शिक्षकों से समन्वय बनाकर बातचीत करें, ताकि वे बेहिचक अपनी समस्याएं बता सकें।

प्राचार्य ने बताया कि इस लेकर ही अब प्रत्येक माह के दूसरे हफ्ते एक-एक दिन अलग-अलग विभागों के विभागाध्यक्ष, शिक्षकों और छात्रों के साथ बैठक होगी, जिसमें छात्र अपनी हर तरह की समस्या रख सकेंगे। उन्होंने कहा कि इस माह संस्थान में परीक्षाएं हैं। ऐसे में इस माह सोमवार से केवल शिक्षकों से बातचीत होगी। अगले माह से छात्रों के साथ संवाद शुरू हो जाएगा। उन्होंने छात्रों से कहा कि वे किसी भी शिकायत को संस्थान के शिकायत पेटी में अपनी शिकायत कर सकते हैं।

उनकी शिकायतों को वरीयता के आधार पर सुना जाएगा। प्राचार्य ने बताया कि उनके यहां शिकायत को लेकर अलग-अलग कमेटियां बनी हुई हैं, किंतु छात्रों की शिकायत नहीं आती है। ऐसे में समस्याओं के सुधार में दिक्कत आती है। कॉलेज की अन्य कमेटियों को भी उन्होंने सक्रिय करने की बात कही। साथ ही कहा कि जल्द ही कॉलेज में स्वास्थ्य सुविधाएं और एंबुलेंस का इंतजाम करने की दिशा में प्रयास किया जा रहा है।  

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