रणक्षेत्र बना भागलपुर डीबीए, वकीलों के दो गुटों में जमकर चले लात-घूसे व डंडे, कई अधिवक्ता जख्मी

भागलपुर डीबीए रणक्षेत्र बन गया है। वकीलों के दो गुटों में मारपीट हो गई। जमकर चले लात-घूसे व डंडे। कई अधिवक्ता जख्मी। हिंसक झड़प में चार वकील जख्मी। कई का माथा फुट गया। खून से लथपत वकीलों को पुलिस को दी जानकारी दी है।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Fri, 03 Sep 2021 09:49 AM (IST) Updated:Fri, 03 Sep 2021 09:49 AM (IST)
रणक्षेत्र बना भागलपुर डीबीए, वकीलों के दो गुटों में जमकर चले लात-घूसे व डंडे, कई अधिवक्ता जख्मी
वकीलों के दो गुटों में जमकर मारपीट हो गया है।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। पिछले छह माह से चल रहे विवाद ने हिंसक रूप धारण कर लिया। गुरुवार को कुछ देर लिए रणक्षेत्र में तब्दील हो गया। वकीलों के दो पक्षों में मारपीट हो गई। इस दौरान जमकर लात-घुसे और लाठी-डंडे चले। हिंसक झड़प में तीन-चार वकील गंभीर रूप से जख्मी हो गए। दो वकीलों का माथा फुट गया। खून से लथपत वकीलों को सहयोगी एसएसपी कार्यालय ले गए और इसकी जानकारी जोगसर ओपी को दी गई। सूचना मिलने पर जोगसर ओपी प्रभारी अजय कुमार अजनबी दलबल के साथ पहुंचे और जख्मी वकीलों को इलाज के लिए सदर अस्पताल और दूसरे को जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालेज अस्पताल भेज दिया गया। इस दौरान एक पक्ष की लिखित शिकायत दर्ज की गई। जबकि दूसरे के होश में आने के बाद बयान लिया जाएगा।

वकील अरूण कुमार ने बताया कि डीबीए हाल में वे कुर्सी पर बैठे हुए थे। उस दौरान महेश यादव ने सिलिंग फैन नहीं चलाने को लेकर विवाद करने लगे। दोनों में बहस होने लगी। बहस के दौरान दोनों वकील डीबीए हाल से निकल कर डीबीए परिसर से बाहर सड़क पर आ गए। इस दौरान प्लास्टिक की पाइप वाले डंडे से महेश यादव ने अरूण के सिर पर प्रहार कर दिया। लेकिन माथा बचाने के चक्कर में उनके कंधे पर लग गई और वे गिर गए। महेश के हाथ से फेके गए लाठी से ही वकील राजीव कुमार झा ने उनके सिर पर प्रहार कर दिया। माथे से खून गिरता देख राजीव, महेश के अलावा कपिल यादव व अजीत कुमार सोनू भी वहां से भाग गए। सहयोगी ने अरूण को सदर अस्पताल ले गए।

दूसरी ओर जेएलएनएमसीएच में इलाजरत महेश यादव का कहना है कि पंखा नहीं चलने पर वे तदर्थ समिति के सदस्य अरूण कुमार को सिर्फ इतना कहने गए थे शिकायत करने के बाद भी पंखा ठीक क्यों नहीं कराते हैं। इस पर अरूण कुमार ने कहा कि वह किसी का नौकर नहीं हैं। इसके बाद जाति सूचक गालियां देते हुए बाहर भगा दिया। उनके समर्थकों ने डंडे से मुझपर प्रहार कर दिया। बचने के लिए छिपने से लाठी का खरोंच मेरे सिर पर पड़ा। वही लाठी छिटककर अरूण कुमार के सिर पर पड़ी है। बचाने के लिए आए उनके सहयोगी अजीम और राजीव पर भी हमला किया गया। सोनू का कहना है कि डीबीए चुनाव जल्द कराने की मांग को उठाने पर तदर्थ समिति ने इस तरह का रवैया अपना है। सारा प्रकरण सीसीटीवी कैमरे में कैद है।

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