आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर है बथुआ... कैंसर से बचना है तो करें सेवन, पथरी से भी पाएं राहत

आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर है बथुआ बथुआ साग एक वनस्‍पति है। जाड़े के मौसम यह बहुतायत मात्रा में पाया जाता है। इस साग के सेवन से विभिन्‍न प्रकार के रोगों से बचाव होता है। इसका नियमित सेवन करने से कई रोगों से छूटकारा मिल सकता है।

By Amrendra TiwariEdited By: Publish:Mon, 30 Nov 2020 04:03 PM (IST) Updated:Mon, 30 Nov 2020 04:03 PM (IST)
आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर है बथुआ... कैंसर से बचना है तो करें सेवन, पथरी से भी पाएं राहत
आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर है बथुआ : औषधीय गुणों से भरपूर कई बीमारियों से दिलाता है छुटकारा।

सहरसा, जेएनएन। आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर है बथुआ : बथुआ एक वनस्पति है जो सम्पूर्ण भारत देश में रबी की फसलों के साथ उगता है। छोटा-सा दिखने वाला हरा-भरा यह पौधा काफी फायदेमंद होता है। आयुर्वेदिक चिकित्सक के अनुसार बथुए को नियमित खाने से ब्रेस्ट कैंसर की आशंका कम हो जाती है। इसमें मौजूद सेलिनियम , ओमेगा 3 व 6 फैटी एसिड ब्रेस्ट कैंसर रोधक होते हैं। यह आंखों की सूजन को भी दूर करता है। इसकी सब्जी खाने से खांसी , जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है। कब्ज के साथ-साथ बवासीर, तिल्ली विकार और लिवर के विकारों में लाभ मिलता है। वहीं बथुआ के पत्ते में केरिडोल होता है, जो आंतों के कीड़े एवं केंचुए को खत्म कर देता है।

सर्दियों में इसका सेवन कई बीमारियों को दूर रखने में मदद करता है। औषधीय गुणों से भरपूर बथुआ में आयरन प्रचुर मात्रा में होता है। बथुआ न सिर्फ पाचनशक्ति बढ़ाता है बल्कि अन्य कई बीमारियों से भी छुटकारा दिलाता है। यह एशिया समेत अमेरिका, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया में भी पाया जाता है।

स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद

बथुआ के पत्ते कई पोषण गुणों से भरे होते हैं। यह आवश्यक खनिजों और एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर है। विटामिन ए, सी और बी जटिल विटामिन का एक पावरहाउस माना जाता है। इसके पत्ते अमीनो एसिड का भी एक अच्छा स्रोत हैं। सेल फंक्शन और सेल की मरम्मत में अमीनो एसिड एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हमारी कोशिकाओं, मांसपेशियों और ऊतकों का एक बड़ा हिस्सा अमीनो एसिड से बना है। बथुए में आयरन, पोटेशियम, फॉस्फोरस और कैल्शियम जैसे खनिज भी प्रचुर मात्रा में मौजूद होते हैं। फाइबर और पानी की मात्रा से भरपूर, बथुआ कब्ज को ठीक करता है और पाचन में सहायता करता है साथ ही आंतों की गतिविधियों को भी बढ़ाता है।

क्‍या कहते हैं आयुर्वेद चिकित्‍सक

पीएचसी पंचगछिया के आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. संतोष कुमार विश्वास कहते हैं कि बथुआ एक वनस्पति है। औषधीय गुणों से भरपूर होने के कारण ठंड के मौसम में इसका सेवन करने से कई रोगों को रोका जा सकता है। बथुए में विटामिन ए, सी और बी के आलावा आयरन, पोटेशियम, फॉस्फोरस और कैल्शियम जैसे खनिज प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।

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