Barabanki Road Accident : सुपौल के दो मजदूरों की मौत, एक गंभीर रूप से घायल, जलसीमा के रहने वाले थे दोनों

Barabanki Road Accident बाराबंकी में रोड हादसे में सुपौल के दो मजदूरों की मौत हो गई। दोनों जलसीमा गांव के रहने वाले थे। साथ ही एक मजदूर की हालत गंभीर है। सूचना मिलते ही स्वजनों में कोहराम मच गया एवं पूरे गांव में मातम छा गया है।

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 05:13 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 05:13 PM (IST)
Barabanki Road Accident : सुपौल के दो मजदूरों की मौत, एक गंभीर रूप से घायल, जलसीमा के रहने वाले थे दोनों
Barabanki Road Accident : बाराबंकी में रोड हादसे में सुपौल के दो मजदूरों की मौत हो गई।

संसू, सोनवर्षा राज (सहरसा)। मंगलवार की देर रात उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में हुए सड़क हादसे में थाना क्षेत्र के जलसीमा गांव के रहनेवाले दो मजदूर की मौत हो गई तथा एक मजदूर घायल हो गया। मौत की सूचना घायल मजदूर राजेश कुमार के द्वारा घर वाले को दी गयी। घटना उस वक्त हुई जब खड़ी बस में ट्रक से टक्कर मार दी। सूचना मिलते ही स्वजनों में कोहराम मच गया एवं पूरे गांव में मातम छा गया।

जानकारी अनुसार विराटपुर पंचायत के जलसीमा गांव निवासी स्व. शिवनारायण मुखिया का 40 वर्षीय पुत्र सिकंदर मुखिया, सुकल मुखिया का पुत्र 30 वर्षीय अखिलेश कुमार तथा भोला मुखिया का पुत्र राजेश मुखिया परिवार के भरण-पोषण को लेकर फरवरी माह में मजदूरी करने हरियाणा गये थे। ये लोग हरियाणा मंडी में मजदूरी एवं धान रोपणी का काम करते थे। मंगलवार को तीनों मजदूर बस से अपने गांव जलसीमा लौट रहे थे। बताया जाता है कि इस बीच यूपी के बाराबंकी में सड़क किनारे खड़ी उक्त बस को अनियंत्रित ट्रक ने ठोकर मार दी। जिसमें सिकंदर मुखिया तथा अखिलेश कुमार की मौत हो गई। जबकि राजेश मुखिया गंभीर रूप से घायल हो गया।

मृतक मजदूर सिकंदर मुखिया की पत्नी सीता देवी तथा अखिलेश मुखिया की पत्नी कुमकुम देवी का रो-रोकर बुरा हाल था। जिसे आस-पड़ोस के लोगों द्वारा दिलासा दिया जा रहा था। मृतक सिकंदर मुखिया अपने घर का इकलौता पुरुष सदस्य था। जिसके ऊपर पत्नी सीता देवी समेत दो पुत्र एवं एक पुत्री के पालन-पोषण की जिम्मेदारी थी। वहीं मृतक अखिलेश कुमार छह भाइयों में सबसे बड़ा तथा घर का कमाऊ सदस्य था।

नहीं जला गांव में चूल्हा

घटना की सूचना जैसे ही गांव पहुंची लोग सन्न रहे गए। स्वजनों को उम्मीद थी कि जब वो घर लौटेंगे तब उनके पसंद का खाना बनाया जाएगा। उनके स्वागत की तैयारी घर वालों ने कर रखी थी। इधर जैसे ही सूचना मिली घर में क्रंदन शुरू हो गया। धीरे-धीरे पूरे गांव के लोगों को जानकारी हुई। घटना से मर्माहत ग्रामीणों ने भी चूल्हा नहीं जलाया है। शव गुरूवार की दोपहर तक आने की संभावना है।

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