ग्रीन और क्लीन सिटी की राह पर बांका... ई-रिक्शा से होगा कूड़े का उठाव, प्रदूषण से भी मिलेगी मुक्ति
बांका शहर ग्रीन और क्लीन सिटी बनने की राह पर है। यहां पर अब ई-रिक्शा से कूड़े का उठाव किया जाएगा। इसके लिए नगर परिषद की ओर से 52 लाख रुपये खर्च किए गए हैं। इससे सुबह से दोपहर तक कूूड़े का उठाव होगा।
संवाद सूत्र, बांका। बांका ग्रीन और क्लीन सिटी बनने की ओर अग्रसर है। नगर परिषद के सभी 26 वार्डों में डोर-टू डोर कचरा संग्रह करने के लिए नप द्वारा जैम पोर्टल के माध्यम से लगभग 52 लाख की लागत से 26 ई-रिक्शा की खरीद की गई है। अब जल्द ही नगर परिषद क्षेत्र के घर-घर से कचरा का उठाव ई-रिक्शा से शुरू किया जाएगा। नप द्वारा यह पहल पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से किया जा रहा है।
सुबह से दोपहर तक होगा कूड़ा संग्रह
नप के कार्यपालक पदाधिकारी सुमित्रा नंदन ने बताया कि ई-रिक्शा से घरों से निकलने वाले गीले तथा सूखे कचरे का संग्रहण किया जाएगा। इन रिक्शा से सुबह से दोपहर तक कचरा संग्रहण का ही कार्य किया जाएगा। इससे प्रदूषण नहीं फैलेगी। कचरा उठाव के लिए सभी वार्डों के लिए एक-एक ई-रिक्शा उपलब्ध कराया जाएगा। ताकि नगर के वार्डों में भी सफाई व्यवस्था दुरूस्त किया जा सके। इसके साथ ही वार्डों में सफाईकर्मियों की कमी से कचरा उठाव में हो रही परेशानी भी कम होगी। एवं सफाई पर होने वाले अन्य खर्च भी कम हो जाएंगे। इससे वार्डों में कचरा उठाव में आसानी होगी। अभी शहर के कई ऐसे वार्ड हैं, जहां पर नियमित रूप से कूड़े का उठाव नहीं हो रहा है। इससे लोगों को कई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ता है। सबसे अधिक परेशानी बारिश के दिनों में होती है।
प्रदूषण से मिलेगी मुक्ति
नगर परिषद के अध्यक्ष संतोष सिंह ने बताया कि ई-रिक्शा से कचरे का उठाव करने से शहर के वार्ड में गंदगी से निजात मिलेगी। साथ ही यह बैट्री से चलने के कारण इससे प्रदूषण भी नहीं फैलेगी। इसमें सूखा एवं गीला कचरा अलग-अलग संग्रह होगा। घर का कचरा सीधे रिक्शा में डालने से सड़क किनारे फैलने वाले कचरे से लोगों को मुक्ति मिलेगी। सफाई कर्मी वार्डों के गली-गली हर घर पर जाकर कचरे का संग्रह करेंगे।