प्रायोगिक परीक्षा का केंद्र 80 किमी दूर भेजने पर बलरामपुर डिग्री कॉलेज के छात्रों में आक्रोश, जानिए क्या है मामला

कटिहार के बलरामपुर डिग्री कॉलेज के छात्रों में आक्रोश है। दरअसल यहां के छात्रों की प्रयोगिक परीक्षा का केंद्र करीब 80 किमी दूर भेज दिया गया है। छात्रों का कहना है कि अभी ट्रेन भी नहीं चल रही है इससे आने जाने में परेशानी होगी।

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Thu, 28 Jan 2021 03:04 PM (IST) Updated:Thu, 28 Jan 2021 03:04 PM (IST)
प्रायोगिक परीक्षा का केंद्र 80 किमी दूर भेजने पर बलरामपुर डिग्री कॉलेज के छात्रों में आक्रोश, जानिए क्या है मामला
कटिहार के बलरामपुर डिग्री कॉलेज के छात्रों में आक्रोश है।

जागरण संवाददाता, कटिहार। बलरामपुर प्रखंड के एकमात्र बलरामपुर डिग्री कॉलेज के छात्र छात्राओं ने स्नातक प्रथम खंड की प्रायोगिक परीक्षा का केंद्र बलरामपुर से काफी दूर कटिहार स्थित सीताराम चमरिया कॉलेज में किए जाने को लेकर नाराजगी व्यक्त की है। बारसोई अनुमंडल के बलरामपुर डिग्री कॉलेज के अलावे बीडी कॉलेज बारसोई के छात्र छात्राओं को भी लगभग 70 से 80 किलोमीटर दूरी तय कर सीताराम चमरिया कॉलेज जाकर प्रायोगिक परीक्षा देनी पड़ रही है। दोनों कॉलेजों से लगभग 300 से अधिक छात्र-छात्राओं को आवागमन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

ट्रेन परिचालन बंद रहने से गरीब परिवार के छात्र छात्राओं को काफी खर्च कर निजी वाहनों से परीक्षा केंद्र जाना पड़ रहा है। बता दें कि प्रायोगिक परीक्षा 27 जनवरी से शुरू होकर 2 फरवरी तक चलेगी। जानकारी के अनुसार सीताराम चमरिया कॉलेज, कटिहार में कुल 5 कॉलेजों का प्रायोगिक परीक्षा केंद्र बनाया गया है। जहां गृह विज्ञान एवं भूगोल विषय की प्रायोगिक परीक्षा ली जा रही है। बलरामपुर डिग्री कॉलेज भी सीताराम चमरिया कॉलेज की तरह की संबद्ध डिग्री कॉलेज है। इसके बावजूद बलरामपुर में प्रायोगिक परीक्षा केंद्र नहीं बनाए जाने से छात्र-छात्राओं में घोर निराशा व्याप्त है। स्नातक प्रथम खंड के छात्र गौर हुसैन, मुकर्रम रेजा, मसिबुर रहमान, नूर अख्तर, सीमा परवीन, नीलम कुमारी, नाजरीन खातून सहित दर्जनों छात्र छात्राओं ने पूर्णिया विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा सुदूरवर्ती क्षेत्र में स्थित डिग्री कॉलेज के छात्र छात्राओं के साथ भेदभाव किए जाने का आरोप लगाया है। साथ ही सभी ने पूर्णिया विश्वविद्यालय प्रशासन से आगे ऐसी गलती नहीं दोहराने की मांग की है।

कटिहार बनाया गया है बलरामपुर डिग्री कालेज का सेंटर

बलरामपुर डिग्री कॉलेज के छात्र छात्राओं ने स्नातक प्रथम खंड की प्रायोगिक परीक्षा का केंद्र बलरामपुर से काफी दूर कटिहार स्थित सीताराम चमरिया कॉलेज में दिए जाने पर नाराजगी जताई है। बारसोई अनुमंडल के बलरामपुर डिग्री कॉलेज के अलावा बीडी कॉलेज बारसोई के छात्र छात्राओं को भी लगभग 70 से 80 किलोमीटर दूरी तय कर सीताराम चमरिया कॉलेज जाकर प्रायोगिक परीक्षा देनी पड़ रही है। दोनों कॉलेजों से लगभग 300 से अधिक छात्र-छात्राओं को आवागमन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ट्रेन परिचालन बंद रहने से गरीब परिवार के छात्र छात्राओं को काफी खर्च कर निजी वाहनों से परीक्षा केंद्र जाना पड़ रहा है। बता दें कि प्रायोगिक परीक्षा 27 जनवरी से शुरू है और यह दो फरवरी तक चलेगी।

जानकारी के अनुसार सीताराम चमरिया कॉलेज, कटिहार में कुल पांच कॉलेजों का प्रायोगिक परीक्षा केंद्र बनाया गया है। वहां गृह विज्ञान एवं भूगोल विषय की प्रायोगिक परीक्षा ली जा रही है। बलरामपुर डिग्री कॉलेज भी सीताराम चमरिया कॉलेज की तरह ही संबद्ध डिग्री कॉलेज है। इसके बावजूद बलरामपुर में प्रायोगिक परीक्षा केंद्र नहीं बनाए जाने से छात्र-छात्राओं में गहरी नाराजगी है। स्नातक प्रथम खंड के छात्र गौर हुसैन, मुकर्रम रेजा, मसिबुर रहमान, नूर अख्तर, सीमा परवीन, नीलम कुमारी, नाजरीन खातून सहित अन्य छात्र छात्राओं ने पूर्णिया विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा सुदूरवर्ती क्षेत्र में स्थित डिग्री कॉलेज के छात्र छात्राओं के साथ भेदभाव किए जाने का आरोप लगाया है।

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