नेशनल पेंशन स्कीम पर टीएमबीयू में रार, असिस्टेंट प्रोफेसर ने कुलसचिव का किया घेराव, कहा- हर साल हो रहा नुकसान
नेशनल पेंशन स्कीम को लेकर टीएमबीयू में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। असिस्टेेंट प्रोफसर का आरोप है कि विवि प्रशासन की दोहरी नीति के वे लोग शिकार हो रह हैं। इससे हर साल उन लोगों को लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) में बीपीएससी से चयनित असिस्टेंट प्रोफेसरों ने मंगलवार को कुलसचिव डा. निरंजन प्रसाद यादव का घेराव किया। वे नेशनल पेंशन स्कीम (एनपीएस) में टीएमबीयू की दोहरी नीति को लेकर आक्रोशित थे।
उनका आरोप था कि कालेजों में कार्यरत शिक्षकों के वेतन से पिछले पांच वर्षों से ना तो एनपीएस कटौती हो रही है, और ना ही विवि अंशदान दे रहा है। जबकि इस दायरे में आने वाले विवि कर्मियों का एनपीएस के साथ विवि अंशदान भी जमा हो रहा है। शिक्षकों ने विवि को 15 दिनों का अल्टीमेटम दिया है। अन्यथा सड़क पर उतरने की बात कही है।
शिक्षकों का नेतृत्व कर रहे टीएनबी कालेज के असिस्टेंट प्रोफेसर ने डा. राजेश कुमार तिवारी ने कहा कि इस स्थिति में शिक्षकों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि कटौती नहीं होने से उन लोगों को भी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। यदि कुछ अनहोनी होती है तो शिक्षक के आश्रित विभिन्न लाभ से वंचित हो जाएंगे। जो सही नहीं है।
एसएम कालेज के असिस्टेंट प्रोफेसर डा. मिथिलेश कुमार तिवारी ने कहा कि विवि से कालेजों को एनपीएस को लेकर स्पष्ट निर्देश नहीं है। इसके साथ अब तक सौ से ज्यादा शिक्षकों में करीब 66 शिक्षकों का ही प्राण नंबर तैयार हो सका है। जो लापरवाही का नतीजा है। उन लोगों को कुलसचिव से मांग की है कि जिन शिक्षकों का प्राण नंबर नहीं बना हैं। उनकी प्रक्रिया 15 दिनों के अंदर पूरी करें। इसके साथ जिनका प्राण नंबर आ गया है, विवि उनके वेतन से एनपीएस की कटौती करते हुए अपना अंशदान भी खाते में जमा करे।
टीएनबी कालेज के शिक्षक डा. रविशंकर चौधरी ने कुलसचिव से मांग की है कि नियुक्ति तिथि से ही एनपीएस कटौती करते हुए विवि अपना अंशदान जमा करें। इसके लिए संबंधित कर्मी ने कहा कि वे लोग एनएसडीएल से मेल द्वारा जानकारी लेेंगे कि एरियर के साथ अंशदान जमा करने का प्रावधान है। इसके बाद वे लोग इस पर काम शुरू करेंगे। इस दौरान डा. मिथिलेश कुमारी तिवारी, डा. राजेश कुमार तिवारी, डा. रविशंकर चौधरी, डा. सुमित कुमार, डा. लोकेश कुमार, डा. विवेक कुमार, डा. वैद्यनाथ झा समेत काफी संख्या में शिक्षक मौजूद थे।
कुलसचिव डा. निरंजन प्रसाद यादव ने शिक्षकों की समस्या सुनने के बाद संबंधित सेक्शन के सभी एसओ और अन्य कर्मियों को बुलाया। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया है कि इस कार्य में किसी तरह की लापरवाही बर्दास्त नहीं की जाएगी। उन्होंने उन कालेजों को चिन्हित करने को कहा है, जहां निर्देश के बाद भी एनपीएस की कटौती नहीं की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में एक स्पष्ट निर्देश कालेजों को जारी किया जाएगा।