ज्यों-ज्यों दवा की, मर्ज बढ़ता गया - खगड़िया में गंदगी और फैली, कूड़ा सड़ता गया

खगड़िया के गोगरी नगर परिषद में न तो कूड़ा निस्तारण की है सही व्यवस्था और न ही जल जमाव का निकला है निदान। नगर परिषद बनने के बाद दवा तो की गई लेकिन मर्ज बढ़ता गया वाली स्थिति है।

By Shivam BajpaiEdited By: Publish:Wed, 01 Dec 2021 08:39 AM (IST) Updated:Wed, 01 Dec 2021 08:39 AM (IST)
ज्यों-ज्यों दवा की, मर्ज बढ़ता गया - खगड़िया में गंदगी और फैली, कूड़ा सड़ता गया
गोगरी प्रखंड में जलजमाव की स्थिति गंभीर।

संवाद सूत्र, गोगरी (खगड़िया): गोगरी नगर पंचायत को अब नगर परिषद का दर्जा मिल चुका है। नगर परिषद में नए इलाके जुड़े हैं। लेकिन हाल, 'ज्यों-ज्यों दवा की, मर्ज बढ़ता गया' वाला है। नगर परिषद वासी समुचित सुविधाओं से वंचित हैं। न तो कूड़ा निस्तारण की कोई व्यवस्था है और न ही अब तक जल जमाव का निदान निकला है। सावन-भादो की बात छोडि़ए अगहन में जल जमाव से शहरवासी परेशान हैं। नाले बने हैं, पर निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। नाले का पानी कहीं-कहीं सड़क पर बहता है। जिससे कोढ़ में खाज वाली स्थिति उत्पन्न हो गई है। अधिकारी आते हैं, बदलते हैं, पर समस्याएं यथावत रहती है।

जल जमाव की समस्या भयावह है। खासकर वार्ड नंबर-एक और वार्ड नंबर-छह में जल जमाव से लोग परेशान हैं। वार्ड नंबर- छह में तो स्थिति विस्फोटक है। बायपास में भी सड़क के किनारे जल जमाव की स्थिति बनी हुई है। जल जमाव से उत्पन्न बदबू के कारण लोगों को बीमारी का डर सता रहा है। गोगरी जमालपुर डेंगू से प्रभावित क्षेत्र रहा है। बीते वर्षों में यहां बड़ी संख्या में डेंगू के मरीज मिले हैं। लेकिन शहरी क्षेत्र में फागिंग नहीं होती है। फागिंग शहर वासियों के लिए सपना है।

खैर, स्थिति यह है कि नगर परिषद क्षेत्र का कई इलाका ऐसा है जहां एक दिन बारिश होने के बाद घर- आंगन में पानी जमा हो जाता है। इसके बाद पानी निकालने के लिए पंपसेट का ही सहारा रहता है। मालूम हो कि नगर पंचायत के कई वार्डों में सड़क के दोनों किनारे नाला बनाए जाने के बाद भी जल जमाव से निजात नहीं मिली है। अभी भी एक नाला निर्माणाधीन है। लेकिन जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। बिना जल निकासी की व्यवस्था किए नाला बनाना समझ से परे हैं। कई शहर वासियों ने कहा कि नाला निर्माण से जल जमाव से लोगों को मुक्ति मिली हो या नहीं, लेकिन कई सफेदपोशों की चांदी जरूर हो गई।

'सारी समस्याओं का निदान किया जाएगा। कार्यपालक पदाधिकारी अभी छुट्टी पर हैं। उनके आने के बाद मैं खुद सभी जगहों का निरीक्षण करूंगा।'- अमन कुमार सुमन, एसडीओ, गोगरी।

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