लाइसेंसी बंदूक जैसा दिखता है बरामद हथियार, मुंगेर में हुआ है निर्माण, तस्‍कर ने उगले कई राज

पूर्णिया में बरामद हथियार मुंगेर बंदूक फैक्ट्री से बना हुआ है। यह दोनाली बंदूक लाइसेंसी जैसा दिख रहा है। भागलपुर बना हुआ है हथियार आदान-प्रदान करने का ठिकाना। हथियार पर बट नंबर चढ़ जाने पर हो जाएगा लाइसेंसी बंदूक।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Wed, 19 May 2021 07:36 AM (IST) Updated:Wed, 19 May 2021 07:36 AM (IST)
लाइसेंसी बंदूक जैसा दिखता है बरामद हथियार, मुंगेर में हुआ है निर्माण, तस्‍कर ने उगले कई राज
पूर्णिया में बरामद दो नाली बंदूक, जो किसी लाइसेंसी बंदूक से कम नहीं दिखता।

जागरण संवाददाता, पूर्णिया। पूर्णिया के रास्ते भागलपुर से बंगाल पहुंच रहे हथियार की खेप जब्त कर सदर थाना पुलिस ने एक अंतरराज्यीय तस्कर गिरोह के सदस्य को गिरफ्तार करने में सफलता पाई। जीरोमाइल के पास गिरफ्तार बंगाल के पांजीपाड़ा के ग्वालपोखर थाना क्षेत्र निवासी तस्कर मो आलम के पास से जब्त बंदूक लाइसेंसी बंदूक का टू कॉपी है। अगर उस बंदूक पर बट नंबर चढ़ा होता तो यह हथियार लाइसेंसी दिखता। बंदूक पर मुंगेर स्थित बंदूक फैक्ट्री से निर्माण का मार्का भी लगा हुआ है। जब्त बंदूक से पुलिस अंदाजा लगा रही है कि गिरफ्तार तस्कर का बंदूक फैक्ट्री से जुड़े लोगों से सीधा नेटवर्क है, ना कि कहीं बाहर के गिरोह से।

सालों से हथियार तस्करी के कारोबार में जुड़े गिरफ्तार मो आलम भागलपुर में बैठे तस्कर से हथियार की खेप खरीदकर पूर्णिया के रास्ते किशनगंज होते हुए इस्लामपुर लेकर जाता था। इस्लामपुर में बने अपने नेटवर्क के माध्यम से बेचकर हर हाथ हथियार पहुंचाने का जरिया बना हुआ था। गिरफ्तार शातिर तस्कर का कहना है कि वह एक माह में एक से दो खेप हथियार तस्करी करता। वहां जैसा डिमांड मिलता वैसा हथियार तस्करी कर ले जाता और वहां बेचकर प्रत्येक हथियार 10 से 15 हजार रुपये तक मुनाफा कमाता था। पूछताछ में तस्कर ने बताया कि वह सोमवार को किशनगंज में बस पकड़कर भागलपुर गया।

वहां विक्रमशिला पुल के पास स्थित एक होटल में रात में ठहरा। मंगलवार की सुबह वहां शंकर नाम के तस्कर को फोन करने पर वह झोला में दोनों बंदूक और पांच कारतूस लेकर आया। 40-40 हजार में दोनों हथियार खरीदा। बताया कि वह वहां से वापस बस पकड़ने के लिए पुल के पास खड़ा हुआ। इसी दौरान किशनगंज जा रहे एक स्कॉर्पियों गाड़ी चालक से 500 रुपया में किशनगंज तक पहुंचाने का सौदा हुआ और वह गाड़ी पर बैठकर चला। इसकी गुप्त सूचना पर सदर थाना पुलिस ने जीरोमाइल के पास सघन वाहन जांच अभियान चलाया। जांच के दौरान जैसे ही स्कॉर्पियो को रोककर सवार व्यक्ति को उतारकर जांच शुरू किया और वाहन को आगे लगाने को कहा चालक गाड़ी लेकर फरार हो गया। पुलिस का कहना है कि फरार स्कॉर्पियो भी हथियार तस्करी के काम में संलिप्त है। पुलिस अब उससे पूछताछ कर और उसके मोबाइल नंबर से बातचीत के आधार पर तकनीकी अनुसंधान कर तस्कर के नेटवर्क को खंगालने में जुट गई है।

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