Araria: स्कूल मद की राशि के लिए कार्यालयों की नहीं रहेगी झंझट, ऑनलाइन होगा ट्रांजेक्शन, जरूरत के हिसाब से एचएम निकाल सकेंगे राशि

स्‍कूलों में ऑनलाइन फंड ट्रानजेक्‍शन की सुविधा उपलब्‍ध होगी। एचएम अपनी जरूरत के अनुसार अब राशि की निकासी कर सकेंगे। इसके लिए उन्‍हें परेशान होने की जरूरत नहीं है। अब तक इसके लिए कार्यालय से अनुमति लेनी पड़ती थी।

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 04:13 PM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 04:13 PM (IST)
Araria: स्कूल मद की राशि के लिए कार्यालयों की नहीं रहेगी झंझट, ऑनलाइन होगा ट्रांजेक्शन, जरूरत के हिसाब से एचएम निकाल सकेंगे राशि
स्‍कूलों में ऑनलाइन फंड ट्रानजेक्‍शन की सुविधा उपलब्‍ध होगी।

 अररिया [अफसर अली]। सर्वशिक्षा विभाग में पीएफएमएस लागू करने की योजना है। एक जुलाई से नई प्रणाली के तहत स्कूलों को राशि उपलब्ध कराई जाएगी। विद्यालय प्रबंधकों को अब छात्रवृति, पोशाक, स्कूल अनुदान, खेलकूद, प्रशिक्षण मद, बीआरसी, सीआरसीसी को प्राप्त (असैनिक संभाग व बिजली को छोड़कर) सभी मद की राशि का ऑनलाइन ट्रांजेक्शन होगा। विद्यालय प्रबंधन को सर्वशिक्षा कार्यालयों की झंझट से निजात मिल जाएगी। स्टेट, जिला व सभी स्कूलों के लिए केवल एक-एक खाता का संचालन होगा। सभी राशि ऑनलाइन ट्रांजेक्शन होगा। एचएम जरूरत और लिमिट के अनुसार राशि ऑनलाइन निकासी कर खर्च कर सकेंगे।

पेपरलेस होगी प्रक्रिया :

वर्तमान समय में सर्वशिक्षा, बीआरसी, सीआरसीसी व स्कूलों में अलग अलग मद की राशि के लिए अलग-अलग खाता संचालन होता है। सभी खाते को बंद कर दिया जाएगा। एसएसएस का केवल एक खाता होगा। जिससे राशि निकासी की जाएगी। सारी प्रक्रिया पेपरलेस और ऑनलाइन होगा। ताकि दिल्ली में बैठे एसएसए के अधिकारी मॉनिटङ्क्षरग कर सकेंगे। भवन निर्माण, बिजली आदि मद की राशि छोड़्कर सर्वशिक्षा अभियान के अन्य सभी मद की राशि खाते से निकाल सकेंगे। नई प्रणाली प्रारंभिक विद्यालय से लेकर प्लट टू विद्यालय के लागू किया जाएगा। डीपीओ एसएसए ने बताया कि नई प्रणाली से सकूल प्रबंधकों को आसानी होगी। समग्रशिक्षा कार्यालयों का चक्कर नहीं लगाना होगा। खाते में राशि उपलब्ध रहेगी। बच्चों के उपस्थिति के अनुसार और निर्धारित लिमिट के अनुसार राशि खर्च करेंगे।

बाबुओं की नहीं करनी होगी खुशामद : पीएफएमएस प्रणाली लागू होने से न सिर्फ एचएम को समय पर राशि उपलब्ध होगी बल्कि कार्यालयों के बाबुओं का खुशामद भी नहीं करनी होगी। वर्तमान समय में राशि के लिए कई प्रक्रिया से गुजरना पड़ता था। एचएम को ससमय राशि नहीं उपलब्ध पाती थी। कार्यालय कर्मियों के लेटलतीफी के कारण राशि पहुंचने में विलंब होती थी, जिससे बच्चे समय से लभाङ्क्षवत नहीं हो पाते थे। साथ ही अन्य परेशानियों का सामना करना पड़ता था।

20 जून तक हर हाल में राशि लौटाने का निर्देश :

नई प्रणाली को प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए डीपीओ समग्र शिक्षा प्रवीण कुमार ने सभी बीईओ व एचएम को पूर्व में ली गई राशि की उपयोगिता प्रमाण पत्र 20 जून तक कार्यालय में जमा करने का निर्देश दिया है। कहा है कि समग्र शिक्षा कार्यालय से जिला के सभी विद्यालय को अब तक जो भी राशि दी गई है उसे या तो निर्धारित तिथि तक विद्यालय उपयोग करे या वापस करे। यह प्राथमिक से लेकर प्लस टू विद्यालय सब पर लागु है। एक जुलाई से पीएफएमएस लागु होना है। सभी ट्रांसजक्शन ऑनलाइन होगा। इससे पूर्व एसएसए के खाता को शून्य किया जाना है।

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केवल एसएसए मद की राशि लौटाएं

डीपीओ ने कहा कि भारत सरकार द्वारा पीएफएमएस लागू किया गया है। एचएम व बीईओ निर्देश दिया गया है कि केवल एसएसए मद की राशि ही लौटाएं। एसएसए मद की राशि के लिए पीएफएमएस लागू किया गया है। बिहार सरकार, कल्याण विभाग या अन्य विभाग की राशि जो विद्यालय को भेजी गई है उसे नहीं लौटाया जाएगा। यदि किसी को संशय उत्पन्न हो तो कार्यालय से संपर्क करेंगे।

एक जुलाई से पीएफएमएस लागू होगा। एसएसए के खाते को शून्य किया जाएगा। सभी एचएम व बीईओ को 20 जून तक पूर्व में एसएसए से ली गई राशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र या राशि खर्च नहीं पर ब्याज सहित राशि लौटाने का निर्देश दिया गया है। लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

प्रवीण कुमार, डीपीओ एसएसए अररिया।

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