महिला की मौत पर फूटा स्वजनों का गुस्सा, क्लिनिक बंद कर भागे डॉक्टर और नर्स

स्वजन ने बताया कि डॉ. अमोद कुमार ने उपचार करने के लिए 45 हजार रुपये में ठेका लिया था। बुधवार की संध्या महिला को केयर सेंटर लाया था। अहले सुबह स्थिति बिगड़ते देख एनएम मनोरमा देवी के यहां ले जाने की बात कही गई।

By Dilip ShuklaEdited By: Publish:Thu, 24 Sep 2020 11:31 PM (IST) Updated:Thu, 24 Sep 2020 11:31 PM (IST)
महिला की मौत पर फूटा स्वजनों का गुस्सा, क्लिनिक बंद कर भागे डॉक्टर और नर्स
प्रखंड कार्यालय के निकट स्वजनों ने किया खूब हंगामा

भागलपुर, जेएनएन। प्रखंड कार्यालय के निकट वर्षा डाल्फीन बेबी केयर सेंटर में उपचार के दौरान कहलगांव नगर के शाहकुमारी पहाड़ निवासी पप्पू यादव की पत्नी 26 वर्षीय मारुती देवी की मौत गई। इससे आक्रोशित स्वजन ने शव रखकर हंगामा किया। सूचना मिलने पर मौके पर पुलिस पहुंची, लेकिन स्वजन हंगामा करते रहे। आसपास के कुछ लोगों के प्रयास से चिकित्सक एवं स्वजन के बीच समझौता हुआ। ढाई लाख रुपये मुआवजा दिए जाने के आश्वासन पर स्वजन शांत हुए और शव अंतिम संस्कार के लिए ले गए।

उपचार के लिए डॉ. ने लिया था 45 हजार में ठेका

स्वजन ने बताया कि डॉ. अमोद कुमार ने उपचार करने के लिए 45 हजार रुपये में ठेका लिया था। बुधवार की संध्या महिला को केयर सेंटर लाया था। अहले सुबह स्थिति बिगड़ते देख एनएम मनोरमा देवी के यहां ले जाने की बात कही गई। इस दौरान महिला को अत्यधिक रक्तश्राव हो रहा था। एएनएम मनोरमा के यहां ले जाने पर इलाज नहीं शुरू किया गया और कुछ ही देर बाद महिला की मौत हो गई। इस बीच केयर सेंटर को बंद कर चिकित्सक एवं अन्य स्टाफ फरार हो गए। मृतका के स्वजन ने डॉ. अमोद कुमार की डिग्री की भी जांच करने की मांग की है। बताया जाता है कि दलाल के चक्कर में पडऩे के कारण महिला की मौत हो गई जबकि समीप में ही अनुमंडल अस्पताल था, लेकिन वहां इलाज के लिए नहीं जाने दिया गया।

चार दिन पहले भी हो चुका है हंगामा

कहलगांव में कुछ दिन पहले भी मरीज की मौत को लेकर हंगामा हो चुका है। अनुमंडल अस्पताल में भर्ती महिला मरीज की मौत के बाद स्वजनों का गुस्सा फूट पड़ा। इसके बाद वहां के चिकित्सकों ने किसी तरह भाग कर जान बचाई। इससे पहले भी इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं। स्वजन कई बार डॉक्टरों पर मनमानी करने का आरोप भी लगा चुके हैं।

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