भारत-बांग्लादेश मैत्री साइकिल रैली को लेकर उत्साह का माहौल, दोस्ती को और मजबूत बनाने की कवायद
भारत-बांग्लादेश मैत्री को मजबूत बनाने के लिए सीमा पर प्रतिदिन कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। सोमवार को साइकिल रैली निकाली गई। लगातार हो रहे कार्यक्रम से पड़ोसी गांवों में भी खुशी का माहौल बना हुआ है। हर कोई उत्साहित नजर आ रहे हैं।
जागरण संवाददाता, किशनगंज । बांग्लादेश के जनक बंगबंधु मुजिबुर्रहमान के 100वीं जयंती सीमा सुरक्षा बल द्वारा आयोजित भारत-बांग्लादेश मैत्री साइकिल रैली को लेकर उत्साह का माहौल है। मैत्री रैली के स्वागत को लेकर भारत-बांग्लादेश सीमा पर प्रतिदिन कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। दोनों देशों के बीच मैत्री संबंध को और अधिक मजबूत करने के लिए बीएसएफ की इस पहल को लेकर सीमावर्ती गांवों के लोगों में खुशी का माहौल है। सड़क के दोनों ओर कतारबद्ध खड़े होकर ग्रामीण मैत्री साइकिल रैली पर पुष्पवर्षा कर स्वागत कर रहे हैं।
रविवार को मैत्री साइकिल रैली का 1150 किलोमीटर की दूरी तय कर उत्तर बंगाल फ्रांटियर के 94 वीं बटालियन के अधीन आने वाले चंद्रपाड़ा सीमा चौकी पहुंची। यहां कमांडेंट राघवेंद्र सिंह द्वारा रैली का स्वागत किया गया। रैली के आगमन के दौरान ग्रामीणों व बच्चाें द्वारा ढोल नगारे बजाकर व पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। इस दौरान बंगाल के दासपाड़ा विधायक हामीदुल रहमान और कमांडेंट राघवेंद्र सिंह की उपस्थिती में बीएसएफ जवानों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम का अयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में गांव के स्थानीय कलाकरों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। रैली में शामिल जवानों को रैली में शामिल जवानों को एनर्जी ड्रिंक व नाश्ता उपलब्ध कराते हुए रवाना किया गया। जिसके बाद रैली कारजीगच्छ सीमा चौकी पहुंची।
बताते चलें कि गत 10 जनवरी को बंगाल के पानीतार सीमा चौकी से शुरू हुआ यह रैली अब तक 1150 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय कर चुकी है। 21 जनवरी को सेक्टर मुख्यालय खगड़ा किशनगंज के अधीन आने वाले पद्यकुमारी सीमा चौकी पहुंची थी। यह मैत्री साइकिल रैली 4097 किमी की दूरी तय करेगी। पश्चिम बंगाल पानीतार सीमा चौकी से शुरू होकर मिजोरम के सीलकोर सीमा चौकी पर 4097 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए 17 मार्च को पहुंचेगी। इस रैली के माध्यम से बीएसएफ जवान भाईचारा व नशा मुक्ति विश्व का संदेश देते हुए भारत-बंग्लादेश के संपूर्ण सीमा का भ्रमण कर रहे हैं।