सक्षम बिटिया अभियान से छात्राओं का होगा सर्वांगीण विकास, आत्मनिर्भर होगी बेटियां
कोरोना के संकट काल में बीते 10 माह से प्राथमिक स्कूलों में पढ़ाई बाधित है। आर्थिक और सामाजिक कारणों से अब करीब दो करोड़ बच्चों का स्कूल पहुंचना मुश्किल प्रतीत हो रहा है। इसमें छात्राओं की संख्या ज्यादा है। अब सक्षम बिटिया अभियान उन्हें सशक्त बनाएगा।
जागरण संवाददाता, कटिहार । प्रखंड अंतर्गत आदर्श मध्य विद्यालय बी बलरामपुर में पिरामल फ़ाउंडेशन द्वारा दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में प्रखंड के सभी 78 शिक्षा सेवकों और तालिमी मरकज को सक्षम बिटिया अभियान के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। कार्यशाला का संचालन कर रहे पीरामल फाउंडेशन के प्रखंड समन्वयक अनूप द्विवेदी एवं निवेदिता मलिक ने बताया कि कोरोना के कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हुई है। कई कारणों की वजह से पुन सभी बच्चों का स्कूल पहुंच पाना अब असंभव लगता है। सैंकड़ों परिवार कामकाज ठप होने से भुखमरी के कगार पर पहुंच गए है। उनके सामने अब सबसे बड़ी समस्या पेट भरने की आ गई हे।
प्राथमिक विद्यालयों में बाधित है पढ़ाई
10 महीने से प्राथमिक विद्यालयों में पढाई बाधित है। महामारी ने सामाजिक गतिविधियों को प्रभावित किया है। कई शोध में यह सामने आया है कि आर्थिक और सामाजिक कारणों से लगभग दो करोड़ बच्चे अब स्कूल नहीं लौट पायेंगे। जिसमें छात्राओं की संख्या अधिक होगी। रिपोर्ट के मुताबिक महिलाओं के खिलाफ हिंसा और शोषण के मामले बहुत तेजी से बढ़े हैं।
भावनात्मक और नैतिक गुणों का विकास
ऐसे में कटिहार में साक्षरता विभाग के साथ मिलकर पिरामल फ़ाउंडेशन ने सक्षम बिटिया अभियान की शुरुआत की है। जिसमें छात्राओं में कविता के माध्यम से सामाजिक, भावनात्मक और नैतिक गुणों का विकास किया जाएगा। इसकी चर्चा नई शिक्षा नीति में भी की गई है। कार्यशाला में शिक्षा सेवकों ने कविता लिखने का अभ्यास किया और सभी ने अपने अनुभवों को साझा किया। प्रखंड के हर मुहल्ले में कैंप का आयोजन किया जाएगा। जिसमें शिक्षा सेवक और तालिमी मरकज अभियान से संबंधित शिक्षण कार्य करेंगे।
बेटियां होगी शक्तिशाली और आत्मनिर्भर
बीआरपी शैलेश कुमार ने बताया कि यह अभियान जिले के लिए महत्वपूर्ण है। इस अभियान से बेटियां अधिक शक्तिशाली और आत्मनिर्भर बनेंगी। अभियान हमारे समाज को संवेदनशील और मजबूत बनाएगा। केआरपी अरुणा मरांडी ने कहा कि इस कि अभियान से छात्राओं में भावनात्मक और नैतिक गुणों का विकास होगा। इस मौके पर संकुल समन्वयक राहुल आनंद, अशोक कुमार, नौशाद आलम, प्रधानाध्यापक मोहम्मद आजम आदि मौजूद थे।