सर्पदंश से मौत बाद बहा दिया था शव, अब मैसेज आया आपका बच्चा जिंदा है ले जाइए

पीडि़त दो माताओं की जगी आस डीआइजी को आवेदन देकर बच्चों को ढूंढ निकालने की लगाई गुहार। गत दिनों सर्पदंश से परबत्ता के लव कुश और रंगरा के अक्षय की हो गई है मौत। डीआइजी ने एसडीपीओ को दिया पूरे मामले की जांच करने का निर्देश।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Tue, 05 Oct 2021 09:28 AM (IST) Updated:Tue, 05 Oct 2021 09:28 AM (IST)
सर्पदंश से मौत बाद बहा दिया था शव, अब मैसेज आया आपका बच्चा जिंदा है ले जाइए
भागलपुर में सर्पदंश से मौत के नवजात जिंदा हो गया।

संवाद सहयोगी, नवगछिया (भागलपुर)। नवगछिया में सोमवार को अजीबोगरीब मामला सामने आया। दो माताएं, जिनके पुत्र की मौत गत दिनों सर्पदंश से हो गई थी, उनके मोबाइल पर अब यह मैसेज आया है कि उनके बच्चे जीवित हैं। इस सूचना के बाद से माताएं अपने बच्चों को वापस पाने के लिए पुलिस पदाधिकारियों के यहां लगातार चक्कर लगा रही हैं। किसी ने संज्ञान नहीं लिया तो सोमवार को डीआइजी को आवेदन देकर बच्चों को ढूंढ निकालने की गुहार लगाई हैं। परबत्ता थाना क्षेत्र के गोनरचक निवासी विपिन मालाकार की पत्नी माला देवी व रंगरा ओपी क्षेत्र के तिनटंगा उसरेहिया निवासी हरि मंडल की पत्नी आभा देवी ने गुहार लगाई है। डीआइजी ने आवेदन के आलोक में मामले की जांच करने का निर्देश नवगछिया के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी दिलीप कुमार को दिया है।

केले के थंब में बांधकर गंगा नदी में बहा दिया था शव

पीडि़ता माला देवी के अनुसार गत अप्रैल माह में घर में खेलने के दौरान पुत्र लव कुश को सांप ने काट लिया था। उसे इलाज के लिए नवगछिया अस्पताल लेकर जा रहे थे कि रास्ते में ही मौत हो गई। पुत्र के शव को घर में लाकर रात भर रखी। सुबह केले के थंब में बांधकर शव को राघोपुर स्थित गंगा नदी में बहा दिया। कुछ दिनों के बाद मेरे मोबाइल पर मैसेज आया कि आपका बच्चा जिंदा है। आप अपने बच्चे को पहचान कर ले जाइए। इसके बाद वह अपने स्तर से बच्चे की काफी खोजबीन की। किंतु बच्चा नहीं मिला। नवगछिया एसपी सुशांत कुमार सरोज को आवेदन देकर बच्चे को खोज निकालने की गुहार लगाई। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

पीडि़ता आभा देवी के अनुसार उसके पुत्र अक्षय कुमार को सांप ने काट लिया था, जिससे पुत्र की मौत हो गई। पुत्र को केले के थंब में बांधकर नदी में बहा दिया। कुछ दिनों पूर्व उनके मोबाइल पर भी मैसेज आया कि आपका पुत्र जीवित है। आप अपने पुत्र को पहचान कर घर ले जाइए। अपने स्तर से पुत्र की बहुत खोजबीन की किंतु सफलता नहीं मिली।

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