Bangladeshi prisoner: दो साल से रेल पुलिस ढूंढ रही बांग्लादेशी कैदी का पता, लड़की बनकर रह रहा था भारत में

शहादत को स्मैक समेत अन्य नशीले पदार्थों के साथ 24 नवंबर 2018 को भागलपुर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया गया था। 4056 डाउन ब्रह्मपुत्र मेल से पानी लेने शहादत प्लेटफॉर्म पर उतरा था।

By Dilip ShuklaEdited By: Publish:Tue, 15 Sep 2020 08:19 PM (IST) Updated:Tue, 15 Sep 2020 08:19 PM (IST)
Bangladeshi prisoner: दो साल से रेल पुलिस ढूंढ रही बांग्लादेशी कैदी का पता, लड़की बनकर रह रहा था भारत में
Bangladeshi prisoner: दो साल से रेल पुलिस ढूंढ रही बांग्लादेशी कैदी का पता, लड़की बनकर रह रहा था भारत में

भागलपुर [कौशल किशोर मिश्र]। दिल्ली में तस्करों के लिए ड्रग पैडलिंग का काम करने वाले शहादत उर्फ पायल का रेल पुलिस दो साल से घर ढूंढ रही है। शहादत को स्मैक समेत अन्य नशीले पदार्थों के साथ 24 नवंबर, 2018 को भागलपुर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया गया था। 4056 डाउन ब्रह्मपुत्र मेल से पानी लेने शहादत प्लेटफॉर्म पर उतरा था। उस दौरान उसकी गाड़ी छूट गई थी।

इसके बाद रेल पुलिस ने संदेह के आधार पर उससे पूछताछ की थी। तब उसकी असलियत उजागर हुई थी। गिरफ्तारी के बाद से शहादत यहां की शहीद जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा में बंद है। अचरज की बात है कि मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले बड़े गिरोह में शामिल पायल से अबतक कोई मिलने नहीं आया। गिरफ्तारी के समय उसने रेल पुलिस को कहा था कि वह बांग्लादेश के ढाका स्थित सोनिया एकरा गांव का निवासी है। दो साल बीतने को हैं। रेल पुलिस ने इस बाबत ना तो विदेश मंत्रालय से पता किया और ना ही बांग्लादेशी दूतावास से ही पत्राचार किया। गिरफ्तारी के समय उसने बिना पासपोर्ट के भारत में रहने की बात स्वीकार की थी।

बताया था खुद को किन्नर, मेडिकल जांच में निकला पुरुष

शहादत दिल्ली के कई इलाके में अन्य साथियों के साथ किन्नर का वेश बनाकर स्मैक, चरस समेत नशे की टिकिया की आपूर्ति करता था। चोरी-छिपे चलने वाली हुक्का पार्टी, फार्म हाउस में चलने वाली डांस पार्टी में नशीले पदार्थों की वह आपूर्ति करता था। गिरफ्तारी के समय उसने खुद को किन्नर बताया था। मेडिकल जांच कराने पर वह पुरुष निकला। उसके झूठ बोलने के बाद भी रेल पुलिस ने उसके पता के सत्यापन का प्रयास नहीं किया।

बरामद ड्रग की जांच रिपोर्ट का इंतजार, हो चुकी है गवाही

न्यायालय में शहादत के केस में गवाही पूरी हो चुकी है। बरामद नशीली टिकिया की वैज्ञानिक जांच रिपोर्ट भी रेल पुलिस नहीं मंगा सकी है।

शहादत के मुकदमे में अभियोजन की गवाही पूरी हो चुकी है। पुलिस उसके पते का सत्यापन नहीं कर सकी है। न्यायालय के निर्देश पर स्मैक की जांच रिपोर्ट के लिए कई बार पत्राचार किया गया। अबतक रिपोर्ट नहीं आई है।

- श्रीधर सिंह

विशेष लोक अभियोजक

एनडीपीएस एक्ट, भागलपुर।

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