कांग्रेस के बिहार प्रभारी के सामने कार्यकर्ताओं ने किया विद्रोह... सिकंदरा के पूर्व विधायक के सवाल पर भड़के कार्यकर्ता

जमुई में बिहार प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी व पूर्व केंद्रीय मंत्री भक्त चरण दास और अन्य बिहार प्रदेश के वरीय नेताओं के सामने कार्यकताओं ने विद्रोह कर दिया। वरीय पदाधिकारियों के हस्‍क्षेप के बाद किसी तरह मामला शांत हुआ।

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 09:08 PM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 09:08 PM (IST)
कांग्रेस के बिहार प्रभारी के सामने कार्यकर्ताओं ने किया विद्रोह... सिकंदरा के पूर्व विधायक के सवाल पर भड़के कार्यकर्ता
हंगामा कर रहे नेताओं को समझाते वरीय नेता। जागरण।

जागरण संवाददाता, जमुई। किसान सत्याग्रह पदयात्रा में शामिल होने जमुई आए बिहार प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी व पूर्व केंद्रीय मंत्री भक्त चरण दास और अन्य बिहार प्रदेश के वरीय नेताओं के समक्ष कांग्रेस कार्यालय में कार्यकर्ताओं ने जमकर बबाल काटा। नौबत मारपीट तक की आ गई लेकिन किसी तरह मामले को शांत किया जा सका। जमुई जिला का कांग्रेस कार्यालय उस वक्त रणक्षेत्र में तब्दील हो गया जब सिकंदरा के पूर्व विधायक सुधीर कुमार उर्फ बंटी चौधरी ने बिहार प्रदेश प्रभारी भक्त चरण दास व अन्य बिहार के कांग्रेस नेताओं के समक्ष कांग्रेसी कार्यकर्ता धर्मेंद्र पासवान के बिहार विधानसभा चुनाव में निर्दलीय चुनाव लडऩे का मामला उठाया।

फिर क्या था धर्मेंद्र पासवान के समर्थकों ने हंगामा शुरू कर दिया। इसके बाद बंटी चौधरी के समर्थक भी उग्र हुए और मामला हाथापायी से बढ़ते हुए मारपीट तक आ गयी। इस दौरान धक्का-मुक्की हुआ। बाद में कांग्रेसी नेताओं के समझाने पर मामला शांत हुआ। दरअसल, कांग्रेस पार्टी के बिहार प्रदेश प्रभारी भक्त चरण दास इन दिनों बिहार के जिलों के दौरे पर हैं। किसान सत्याग्रह पदयात्रा कार्यक्रम के तहत बिहार प्रभारी शुक्रवार को जमुई पहुंचे थे। इस वजह से जिला कांग्रेस भवन में एक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया था। कार्यालय के बरामदे में किसान सत्याग्रह कार्यक्रम चल रहा था। कार्यक्रम के शुरू में ही सिकंदरा के पूर्व विधायक बंटी चौधरी ने सिकंदरा इलाके के एक कांग्रेसी कार्यकर्ता धर्मेंद्र पासवान पर विधानसभा चुनाव में निर्दलीय चुनाव लडऩे की बात कह अपनी नाराजगी जाहिर की।

पूर्व विधायक बंटी चौधरी ने यह विरोध किया कि जब पार्टी ने उन्हें उम्मीदवार बनाया था, तो कोई कार्यकर्ता उनके खिलाफ निर्दलीय कैसे लड़ गया। इसी बात पर दूसरे खेमे के कार्यकर्ताओं ने भी पूर्व विधायक की बात का विरोध किया जिसको लेकर दोनों पक्षों के कार्यकर्ता आपस में ही भिड़ गए और फिर जमकर हंगामा हुआ। हंगामे की वजह से बैठे हुए लोग भी खड़े हो गए और बरामदे में पहुंच गए। लगभग एक घंटे तक चले हंगामे में हाथापाई तक की नौबत आ गई थी, लेकिन पार्टी के नेताओं के बीच-बचाव के बाद मामला शांत हुआ और फिर बिहार प्रदेश प्रभारी भक्त चरण दास समेत पार्टी नेताओं ने संगठन और कार्यक्रम को लेकर अपनी बातें कही। पदयात्रा पर जाने से पहले इस मामले के बारे में जब बिहार प्रदेश प्रभारी भक्त चरण दास से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यह पार्टी के अंदर की बात है। कार्यकर्ताओं में कुछ नाराजगी थी, मतभेद था, जिसे खत्म कर दिया गया है।

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