शैक्षणिक व्‍यवस्‍था लचर, ट्यूशन पढ़कर बोर्ड परीक्षा देते हैं सुपौल उच्च विद्यालय सिमरी के छात्र

उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय सिमरी में अब तक जरूरत के हिसाब से शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हुई है। भवन नहीं बनने से मध्य विद्यालय के कमरे में बच्‍चे पढ़ते हैं। छात्रों ने कहा ट्यूशन पढ़कर बोर्ड परीक्षा देते हैं । शिक्षकों का यहां टोटा है।

By Amrendra kumar TiwariEdited By: Publish:Sun, 17 Jan 2021 04:16 PM (IST) Updated:Sun, 17 Jan 2021 04:16 PM (IST)
शैक्षणिक व्‍यवस्‍था लचर, ट्यूशन पढ़कर बोर्ड परीक्षा देते हैं सुपौल उच्च विद्यालय सिमरी के छात्र
बेहाल शिक्षा व्‍यवस्‍था के बीच छात्र छात्राएं संवार रहे अपना भविष्‍य

जागरण संवाददाता, सुपौल । गांव के छात्र-छात्राओं को मैट्रिक स्तर की पढ़ाई पूरी कराने के लिए सरकार ने हर पंचायत के एक मध्य विद्यालय को उच्च विद्यालय में उत्क्रमित किया है लेकिन बिना शिक्षक के चल रहे उच्च विद्यालय में छात्र-छात्रा किसके सहारे बोर्ड परीक्षा में शामिल होते हैं इसे देखने वाला कोई नहीं है। प्रखंड के उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय सिमरी-छिटही हनुमाननगर में शनिवार को ऑपरेशन ब्लैक बोर्ड अभियान के तहत छात्र-छात्राओं द्वारा जो बातें कही गई वह काफी चौंकने वाली थी।

छात्र-छात्राओं ने बताया कि मध्य विद्यालय सिमरी को 2016-17 के शैक्षणिक सत्र में उच्च विद्यालय का दर्जा मिला। दर्जा मिलने के साथ ही नौवीं कक्षा में छात्र-छात्राओं का नामांकन भी हुआ और तब से बोर्ड परीक्षा में शामिल होने लगे। छात्र-छात्राओं ने बताया उसी समय से अब तक यहां शिक्षक की नियुक्ति नहीं हुई। छात्र ट्यूशन पढ़कर बोर्ड परीक्षा देते रहे हैं। उपस्थित छात्र-छात्राओं ने बताया कि वे लोग ट्यूशन पढ़ रहे हैं तब जाकर के बोर्ड परीक्षा में शरीक होंगे। छात्र-छात्राओं ने बताया कि उच्च विद्यालय सिर्फ नाम का है।

उच्च विद्यालय को नहीं है भवन

उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय सिमरी का संचालन मध्य विद्यालय के दो कमरे में होता है। इतने वर्ष बीत जाने के बाद भी सरकार द्वारा वह भवन नहीं दिया गया। मध्य विद्यालय में छात्र-छात्राओं की अधिक उपस्थिति होने पर उच्च विद्यालय के छात्र-छत्राओं को घर लौट जाना पड़ता है। यह जानकारी भी वहां के छात्र-छात्राओं द्वारा दी गई।

शौचालय, चापाकल तथा अन्य सुविधाओं से जूझ रहे छात्र-छात्रा

उच्च विद्यालय सिमरी के छात्र-छात्राओं के लिए न तो कहीं शौचालय है और ना ही शुद्ध पेयजल की व्यवस्था। मध्य विद्यालय के शौचालय में उन सब को कठिनाई होती है। शुद्ध पेयजल के अभाव से छात्र-छात्रा आयरनयुक्त जल पीने को विवश रहते हैं। इसके अलावा खेल के साधन नहीं होने से शारीरिक विकास भी नहीं हो पाता है।

चार मध्य विद्यालय से छात्र-छात्रा आते हैं वहां

उच्च विद्यालय सिमरी में मध्य विद्यालय छिटही गोठ, मध्य विद्यालय छिटही उर्दू, मध्य विद्यालय छिटही पलार तथा मध्य विद्यालय सिमरी में आठवीं की कक्षा पास करने वाले छात्र-छात्राओं का नामांकन होता है।

सिमरी मध्य विद्यालय में है 352 छात्र-छात्राओं का नामांकन

मध्य विद्यालय सिमरी में 352 छात्र-छात्राओं का नामांकन है जिसके लिए प्रधानाध्यापक दिलीप कुमार पासवान, शिक्षक रमेश आनंद मेहता, संजय कुमार ठाकुर, राजेश कुमार राम, शिक्षिका संगीता कुमारी, जयफूल कुमारी तथा पूनम कुमारी नियुक्त हैं। शनिवार को सभी शिक्षक विद्यालय में मौजूद मिले और बताया कि फिलहाल मध्य विद्यालय में छात्र-छात्रा नहीं आते।

बोले प्रभारी प्रधान

प्रभारी प्रधान दिलीप कुमार पासवान ने बताया उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय सिमरी के भवन के लिए अभी प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि वहां नौवी कक्षा में 98 तथा दसवीं में 72 छात्र-छात्राओं का नामांकन है। दसवीं के छात्र-छात्राएं बोर्ड के परीक्षा में शामिल होंगे। प्रधान ने कहा कि उच्च विद्यालय में बेंच-डेक्स नहीं है इस कारण बच्चे फर्श पर बैठकर पढ़ाई करते हैं।

chat bot
आपका साथी