...आखिर इस पांच वर्ष के मासूम की क्या गलती थी, जिसे जिंदा दफना दिया गया

जमुई के चंद्रदीप थाना क्षेत्र अंतर्गत अलीगंज बाजार के पास मानपुर गांव में पांच वर्षीय मासूम की मिट्टी में दफना कर हत्या कर दी। इलाके में सनसनी फैल गई है। लोग प्रश्न उठा रहे हैं आखिर इस मासूम बच्ची का क्या कसूरा था।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 05:25 PM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 05:25 PM (IST)
...आखिर इस पांच वर्ष के मासूम की क्या गलती थी, जिसे जिंदा दफना दिया गया
जमुई में मासूम की दफनाकर हत्या कर दी गई है।

संवाद सूत्र, अलीगंज (जमुई)। पांच वर्षीय मासूम आशुतोष कुमार की गला दबाकर हत्या मामले में पुरानी रंजिश की बात कही जा रही है। बताया जाता है कि मृतक के चाचा दिनेश ठाकुर एवं नंदू मोदी के बीच वर्ष 2017 में विवाद हुआ था। उस वक्त दोनों पक्षों द्वारा थाना में मामला दर्ज कराया गया था। तब से ही दोनों परिवारों के बीच दुश्मनी चली आ रही थी। इसी दुश्मनी में आशुतोष की हत्या किए जाने की चर्चा है।

पिता के बयान पर मामला दर्ज

मामले में मृतक आशुतोष के पिता प्रियांशु शर्मा के बयान पर चंद्रदीप थाना में हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गई है। दर्ज मामले में सुमंत ठाकुर, नंदलाल साव एवं उसके पुत्र संदीप कुमार को आरोपित किया गया है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

हमला मामले में भी होगी कार्रवाई

आशुतोष की हत्या से आक्रोशित स्वजन ने ग्रामीणों के साथ एक आरोपित सुमंत शर्मा की जमकर पिटाई करने के साथ उसके तथा नंदलाल साव के घर पर उग्र हमला कर दिया था। गनीमत रही कि समय रहते पुलिस मौके पर पहुंच गई और स्थिति को नियंत्रित कर लिया अन्यथा बड़ी घटना होने से इनकार नहीं किया जा सकता है। पुलिस ने हमला करने में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है। फिलहाल गांव में स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है। सुरक्षा के ²ष्टिकोण से गांव में पुलिस बलों की तैनाती की गई है।

आशुतोष घर का था इकलौता चिराग, स्वजनों का रो-रोकर हाल बेहाल

मानपुर गांव में सोमवार को एक घर का चिराग ही बुझा दिया गया। आशुतोष का लाश मिलते ही उसकी माता आरती देवी बार-बार बेहोश हो रही थी। पिता प्रियांशु ठाकुर बार-बार कह रहे थे कि मेरा घर का चिराग बुझ गया। आखिर मासूम ने उसका क्या बिगाड़ा था जो निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई। मेरा तो इकलौता बेटा को खत्म कर उसे क्या मिला। इतना कहते और आखों से आंसूओं के धार निकल पड़ते। मृत बच्चे के आंटी सरिता दहाड़ मार कर कह रही थी। दोषियों को फांसी की सजा की मांग कर रही थी। दादा मुनेश्वर शर्मा, दादी जानकी देवी घटना के बाद काफी स्तब्ध हैं।

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