ननद को पकवान पार्सल करने वाली भाभी को लगी साइबर शातिर की नजर, जानिए... क्या है मामला
भागलपुर शहर की शिक्षिका शीतल सर्राफ के बैंक खाते से साइबर अपराधियों ने रुपये निकाल रहे हैं। झांसा दे उड़ा लिया खाते से 39 हजार 999 रुपये। पार्सल डिलीवरी होने से पूर्व एक कॉल मोबाइल पर आया कि उन्हें पांच रुपये का भुगतान करना होगा। फिर तो
जागरण संवाददाता, भागलपुर। शहर के एक नामचीन स्कूल की शिक्षिका शीतल सर्राफ बड़े शौक से पकवान बना पुणे में रहने वाली अपनी ननद रितु को पार्सल भेजने के दौरान साइबर ठगी की शिकार हो गई। पटल बाबू रोड निवासी शीतल ने दिल्ली की एक्स फास लॉजिस्टिक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की भागलपुर के मुंदीचक वाली शाखा के जरिए भेजा था। तब शीतल को सपने में यकीन नहीं था कि जिस खुशी से वह ननद को पकवान भेजा किसी साइबर शातिर उसी की आड़ में फ्राड कर लेगा। पार्सल पुणे में डिलीवरी होने से पूर्व शीतल को आठ अप्रैल को एक कॉल मोबाइल पर आया कि उन्हें पांच रुपये का भुगतान करना होगा। तभी पार्सल डिलीवरी होगी। ननद को भेजे पकवान को खराब होने का डर शीतल को सताया तो अच्छे-बुरे की फर्क किए बेचारी ने हामी भर दी।
कॉल करने वाले ने कहा कि उसे अपने मोबाइल पर एनी डेस्क नामक एप्प डाउनलोड कर पांच रुपये का भुगतान करना है। बिना आशंका किए वह कॉल करने वाले के कहे अनुसार पांच रुपये का भुगतान एप्प डाउनलोड करने के बाद कर दिया। शीतल ने जैसे ही पांच रुपये का भुगतान किया उसके साथ ही 39 हजार 999 रुपये भी खाते से उड़ा लिया गया। तब उसे इस बात का एहसास हुआ कि उसके साथ बड़ा धोखा हुआ है। फिर वह तुरंत अपना आइसीआइसी बैंक का खाता और क्रेडिट कार्ड ब्लाक करा दिया। बिना देर किए अपने बैंकर और एसएसपी के गोपनीय शाखा स्थित साइबर सेल को भी सूचना दी।
साइबर सेल में तैनात पुलिसकर्मियों ने शिक्षिका से बैंक ट्रांजेक्शन, पासबुक, एटीएम की कॉपी, आइडेंटिटी प्रूफ, दर्ज केस की कॉपी देने को कहा। अचानक साइबर क्राइम की शिकार हुई शीतल घर पर अकेली थीं। पति राजेश सराफ शहर से बाहर गए थे। उनके आते ही कोतवाली थाने में शीतल पति के साथ गई और मामले में हुई धोखाधड़ी मामले में केस दर्ज कराया है।