यहां सो रही पुलिस, जाग रहे लूटेरे... आठ साल से फाइलों में दबे हैं लूट के 88 मामले

पूर्णिया में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लगा है। यहां लुटेरों की पहचान नहीं होने से लूट के मामले लंबित हो रहे हैं। ऐसे शातिर लुटेरा पुलिस को चकमा देकर लगातार वारदात को अंजाम दे रहे हैं।

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Fri, 15 Jan 2021 02:41 PM (IST) Updated:Fri, 15 Jan 2021 02:41 PM (IST)
यहां सो रही पुलिस, जाग रहे लूटेरे... आठ साल से फाइलों में दबे हैं लूट के 88 मामले
पूर्णिया में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लगा है।

जागरण संवाददाता, पूर्णिया। पुलिस के तकनीकी अनुसंधान की तरह लुटेरा भी शातिराना अंदाज में घटना को अंजाम देकर पुलिस को चुनौती दे रहा है। पुलिस को चकमा देने के लिए लुटेरा ऐसा स्थान चिन्हित करता है जहां सीसीटीवी कैमरा फुटेज सहित अन्य कोई साक्ष्य पुलिस के हाथ नहीं लगे। घटना बाद अनुसंधान में पुलिस को कुछ तकनीकी साक्ष्य हासिल नहीं होता और मामला फाइल में दब जाता है। ऐसे शातिर लुटेरा पुलिस को चकमा देकर लूट की वारदात करते रहता है, जो पुलिस के लिए परेशानी का सबब बन जाता है।

लूट की घटना में ऐसी ही स्थिति पुलिस के सामने उत्पन्न है।वर्षों पूर्व हुई लूट की घटना का उछ्वेदन नहीं होने और लुटेरों की गिरफ्तारी नहीं होने से पुलिस फाइल में दर्जनों मामला लंबित है और ऐसे शातिर लुटेरा खुलेआम घूम-घूमकर लोगों की गाढ़ी कमाई लूट रहा है। पुलिस आंकड़ा पर गौर करें तो पूर्णिया पुलिस के फाइल में पिछले आठ वर्ष से लूट का 88 मामला लंबित है। इसमें अधिकांश बड़ा मामला लंबित है जिसमें व्यवसायियों से लाखों की लूट हुई है। ऐसे लूट के मामले में पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान तो शुरू करती है लेकिन अपराधियों का कोई सुराग नहीं मिल पाता है। बिना किसी साक्ष्य के अभाव में मामला साल दर साल लंबित चले आता है।

केस स्टडी 1:- सदर थाना क्षेत्र के बरसौनी स्थित रिलायंस पेट्रोल पंप कर्मी से 16 जून 2020 को लुटेरों ने बैंक में रुपये जमा करने जाने के दौरान एनएच 31 पर प्लाई फैक्ट्री के पास हथियार सटाकर 4.36 लाख रुपये लूट लिया था। घटना के बाद मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया गया लेकिन लुटेरों का कोई पता नहीं चल पाया और मामला आज भी पुलिस फाइल में लंबित है।

केस स्टडी 2:- डगरूआ थाना क्षेत्र के एनएच 31 पर इंडियन ऑयल कंपनी के पंप कर्मी से बदमाशों ने बैंक में रुपये जमा करने जाने के दौरान 15 जुलाई 2020 को 1.97 लाख रुपये लूटा था। घटना बाद पुलिस मौके पर पहुंचकर छानबीन की और अनुसंधान में जुटी लेकिन अब तक मामले का उछ्वेदन नहीं हो पाया है।

केस स्टडी 3:- केहाट थाना क्षेत्र के बस स्टैंड स्थित गैस एजेंसी संचालिका से छह माह पूर्व बदमाशों ने फोर्ड कंपनी चौक स्थित पेट्रोल पंप के पास चार लाख रुपये लूट लिया था। घटनास्थल पर पुलिस कंट्रोल रूम का सीसीटीवी कैमरा भी लगा है बावजूद लुटेरों का कुछ पता नहीं चल पाया है।

लूट के लंबित कांड::

वर्ष कांड

2020 50

2019 18

2018 08

2017 05

2016 03

2015 02

2014 01

2013 01

सोना लूट कांड में लाइनर की तलाश में पुलिस

पूर्णिया : शहर के सहायक खजांची थाना क्षेत्र के दुर्गाबाड़ी में स्वर्ण कारोबारी से 15 लाख रुपये का सोना लूट मामले का 48 घंटे बाद भी लुटेरों का कोई सुराग पुलिस को नहीं मिल पाया है। पुलिस पीडि़त स्वर्णकार से पूछताछ कर घटनास्थल के आसपास का सीसीटीवी कैमरा खंगालकर लुटेरों का सुराग जुटाने में लगी हुई है। लेकिन पुलिस को सीसीटीवी कैमरा से कोई सुराग नहीं मिल पाया है। पुलिस अब घटना में लाइनर की भूमिका निभाने वाले की तलाश में जुट गई है। पीडि़त स्वर्ण व्यवसायी के कारखाना के आसपास का ही कोई लाइनर होगा जो सोना घर ले जाने की सूचना अपराधियों तक पहुंचाया होगा। जिसके बाद अपराधियों ने रेकी कर लूट की घटना को अंजाम दिया। आखिर पीडि़त स्वर्ण कारोबारी से किसे प्रतिस्पर्धा होगी और कौन आपराधिक प्रवृति का है उसका पता लगाया जा रहा है।

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