भागलपुर जिले के 79 गांव कालाजार की चपेट में, स्‍वास्‍थ्‍य विभाग ने की है ऐसी तैयारी

भागलपुर जिले के कई गांव मलेरिया की चपेट में हैं। स्‍वास्‍थ्‍य विभाग ने इससे निपटने के लिए काफी तैयारी की है। छिड़काव करने वाली टीम को प्रशिक्षण दिया गया है। सिंथेटिक पायराथायराइड दवा का छिड़काव कराया जाएगा। इसके लिए कई निर्देश दिए गए हैं।

By Dilip ShuklaEdited By: Publish:Tue, 22 Sep 2020 01:16 PM (IST) Updated:Tue, 22 Sep 2020 01:16 PM (IST)
भागलपुर जिले के 79 गांव कालाजार की चपेट में, स्‍वास्‍थ्‍य विभाग ने की है ऐसी तैयारी
नंवबर तक इलाकों में नियमित किए जाएंगे छिड़काव

भागलपुर, जेएनएन। जिले के 16 में से 12 प्रखंडों के 79 गांव कालाजार की चपेट में हैं। 25 अगस्त से 2 सितंबर तक स्वास्थ्य विभाग की सर्वे रिपोर्ट में यह बात सामने आई है। हालांकि इन प्रखंडों में कालाजार के सिर्फ चार मरीज ही मिले हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी प्रखंडों में सिंथेटिक पायराथायराइड दवा का छिड़काव इन गांवों में घर-घर शुरू कर दिया गया है। यह दो महीने तक चलेगा। प्रत्येक प्रखंड के लिए अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं। इस दौरान स्वास्थ्यकर्मी लोगों के स्वास्थ्य से भी रूबरू होंगे।

20 नंवबर तक पूरा करना है छिड़काव का काम

मलेरिया विभाग की ओर से छिड़काव का काम कराया जा रहा है। विभाग ने इसकी जिम्मेदारी केयर इंडिया को दी है। केयर इंडिया के मानस मयंक ने बताया कि 20 नंवबर तक छिड़काव कार्य को पूरा करना है। इस दौरान कालाजार के लक्षण वाले मरीजों को चिह्नित किया जा रहा है। यदि कोई मरीज मिलता है तो उसे अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा।

छिड़काव से पहले दिया गया प्रशिक्षण

जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. कुंदन भाई पटेल ने बताया कि छिड़काव करने वाली टीम को प्रशिक्षण दिया गया है। घर और बाहर किस तरह छिड़काव करना है, इसकी पूरी जानकारी दी गई है। कालाजार की रोकथाम व सौ फीसद उन्मूलन के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क है।

इन बातों का रखें ख्याल

-घरों के आसपास जलजमाव न हो दें

-मच्छरदानी लगाकर सोएं

-बच्चों को पूरा कपड़ा पहनाएं

-पशुओं के रहने वाली जगह पर कीटनाशक का छिड़काव करें

ये प्रखंड प्रभावित

पीरपैंती, शाहकुंड, सन्हौला, कहलगांव, सुल्तानगंज, गोराडीह, रंगरा, खरीक, गोपालपुर, सबौर, अकबरनगर और नारायणपुर।

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