जलजमाव की समस्या से कब मुक्त होगा बेगूसराय नगर निगम क्षेत्र

बेगूसराय अभी मानसून की शुरुआत हुई है। मानसून की पहली बारिश में ही नगर निगम क्षेत्र के क

By JagranEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 07:32 PM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 07:32 PM (IST)
जलजमाव की समस्या से कब मुक्त होगा बेगूसराय नगर निगम क्षेत्र
जलजमाव की समस्या से कब मुक्त होगा बेगूसराय नगर निगम क्षेत्र

बेगूसराय: अभी मानसून की शुरुआत हुई है। मानसून की पहली बारिश में ही नगर निगम क्षेत्र के कई इलाकों में जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो गई है। नगर निगम बनने के 15 वर्ष बाद भी आज लोगों के मन में बरबस एक ही सवाल उठ रहे हैं कि जलजमाव की समस्या से नगर निगम क्षेत्र कब उबरेगा। इतना ही नहीं आज भी कई मोहल्लों में नाले नहीं बने हैं। जलजमाव की समस्या

शहर में जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण बरसात के दिनों में नगर निगम क्षेत्र के एक बड़े भूभाग में आज भी जलजमाव की समस्या होती है। नगर निगम का वार्ड संख्या 28 लोहिया नगर मोहल्ला निचला भूभाग होने के कारण यहां तकरीबन सालों भर जलजमाव की समस्या बनी रहती है। उक्त मोहल्ले में सड़कें कम चौड़ी हैं और कई सड़कों में जल निकासी के लिए नाले नहीं होने के कारण बरसात का पानी सड़कों पर ही जमा रहता है। ऐसा ही कुछ हाल विष्णुपुर मोहल्ले का भी है। हालांकि यहां नालों की संख्या अधिक है। बावजूद इसके यहां जलजमाव की समस्या होती है। इसका सबसे बड़ा कारण नालों के पानी का सही से निकास नहीं हो पाना है। वार्ड संख्या 40 सर्वोदयनगर, सहजानंद नगर आदि मोहल्लों में भी नालों का निर्माण युद्ध स्तर पर कराए गए। परंतु यहां से भी जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण बरसात के दिनों में जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो जाती है। शहर के पोस मोहल्ले में गिने जाने वाले विश्वनाथ नगर, श्री कृष्णा नगर, प्रोफेसर कॉलोनी, चाणक्य नगर आदि मोहल्लों की कई सड़कें शुरुआती बारिश में ही जलमग्न हो गई हैं। निर्माणाधीन सड़कें एवं नाले अब बन रहे अभिशाप

यूं तो जनता की सुविधा के लिए विकास कार्य वरदान से कम नहीं होते हैं। परंतु वर्तमान समय में नगर निगम क्षेत्र में चल रहे वाटर सिवरेज योजना व हर घर नल जल योजना शहर वासियों के लिए अभिशाप बन गया है। उक्त योजना के कारण नगर निगम क्षेत्र के लगभग सभी वार्डों में संवेदक द्वारा सड़कों की खुदाई की गई। परंतु सड़कों के निर्माण के दौरान संवेदकों द्वारा बरती गई लापरवाही का खामियाजा स्थानीय लोगों को भुगतना पड़ रहा है। कहीं सड़कें धंस गई है तो कहीं टूट गई है। विश्वनाथ नगर मोहल्ले की कई सड़कें धस गई है। इतना ही नहीं ऐसी दर्जनों सड़कें जिनकी खुदाई होने के बाद आज तक निर्माण कार्य नहीं हुआ है उक्त सड़कें आज इस कदर खतरनाक बन चुकी है कि उन पर पैदल चलना भी खतरे से खाली नहीं है। बीपी स्कूल से नौलखा मंदिर तक जाने वाली सर्वोदयनगर की मुख्य सड़क में नाला सह सड़क की निर्माण योजना संवेदक की लापरवाही के कारण आज बदहाल स्थिति में है।

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