जलजमाव, बदहाल स्वास्थ्य सेवा व शुद्ध पेयजल का अभाव है राजोपुर की मुख्य समस्या
बेगूसराय छौड़ाही प्रखंड क्षेत्र का राजोपुर गांव ऐजनी पंचायत में आता है। गांव की आबादी लग
बेगूसराय : छौड़ाही प्रखंड क्षेत्र का राजोपुर गांव ऐजनी पंचायत में आता है। गांव की आबादी लगभग पांच हजार है। पंचायत चुनाव की सरगर्मी तेज है। प्रखंड में 21 अक्टूबर से नामांकन की प्रक्रिया शुरू होगी। संभावित प्रत्याशी एवं निवर्तमान जनप्रतिनिधि मतदाताओं से मुलाकात के दौरान अपने वादे-इरादे बताने के साथ ही उनकी खरी खोटी भी सुन रहे हैं। मंगलवार को जागरण द्वारा आयोजित चौपाल में ग्रामीणों ने पंचायत सरकार द्वारा अब तक जलजमाव, बदहाल स्वास्थ्य सेवा, शुद्ध पेयजल का अभाव एवं चरमराई शिक्षा व्यवस्था पर अपनी बात रखी। बदतर है स्वास्थ्य, शिक्षा एवं बिजली आपूर्ति व्यवस्था
ग्रामीण संदीप कुमार राय, बिजही देवी, अभिषेक कुमार, कल्याण यादव, पंकज दास अमीर यादव, अरविद यादव, विपिन यादव, राम सोगारथ यादव, अभिषेक अनुराग आदि ने बताया कि गांव में एक भी स्वास्थ्य उपकेंद्र नहीं है। बगल के बेंगा गांव में स्वास्थ्य उपकेंद्र है, जहां स्वास्थ्य कर्मी या एएनएम नहीं आती हैं। सिर्फ पोलियो टीकाकरण में ही वे लोग आते हैं। हमलोगों की ग्रामीण चिकित्सक या शहर जाकर इलाज कराने की मजबूरी है। पंचायत में एक भी पशु अस्पताल नहीं है। दानिश आलम, पंकज दास आदि का कहना था कि गांव के तीन वार्डों में मात्र एक मध्य विद्यालय एवं एक प्राथमिक विद्यालय है। इन विद्यालयों में शिक्षकों के आने जाने का समय निर्धारित नहीं है। जलजमाव के बीच बच्चे विद्यालय जाने को विवश हैं। पंचायत सरकार विद्यालय तक जाने के लिए एक सड़क तक नहीं बनवा पाई है। ग्रामीणों का कहना था कि यहां दर्जनों परिवार को बिजली बिल में परेशान किया जाता है। 25 से 30 हजार रुपये एक बल्ब और एक पंखा जलाने वाले उपभोक्ता को बिल थमा दिया जाता है।
नल जल योजना का हाल :
रामचंद्र यादव, राम बालक यादव, रामा ठाकुर, पंकज दास, मिश्री राय, लक्ष्मी राय, संदीप कुमार राय, बिजही देवी, अभिषेक अनुराग का कहना था कि वर्ष 2017-18 में गांव के सभी परिवारों से नल जल योजना के तहत नल का कनेक्शन देने के लिए दो से पांच सौ रुपये प्रति परिवार वसूले गए और एक रसीद थमा दी गई। आज तक नल से एक बूंद भी पानी नहीं टपका है। पानी खरीद कर पीने की मजबूरी है। जलजमाव से खेती हुई चौपट :
मंजू देवी, दानिश आलम, रामकाशी देवी, नीतीश कुमार, रामबली पासवान, बालदेव दास, शीला देवी, प्रमिला देवी, ध्यानी दास, आलोक कुमार आदि ग्रामीणों का कहना था कि जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने से घर से लेकर सड़क और बहियार तक जलजमाव है। 1600 मतदाता का परिवार अन्न के एक-एक दाने के लिए तरस रहे हैं। कृषि अधिकारी भी हम लोगों को देखने तक नहीं आए हैं कि फसल बर्बाद होने के बाद ये लोग कैसे भोजन करेंगे। वहीं पंचायत के निवर्तमान मुखिया कहते हैं कि पंचायत के राजोपुर गांव में कई गलियों में पेवर ब्लाक और पीसीसी का कार्य किया गया है। नल जल योजना भी जल्द ही लोगों के घरों तक पहुंच जाएगी। जो कसर रह गया है उसे अगले पंचवर्षीय योजना में अगर मतदाता मौका देंगे तो पूरा किया जाएगा।