जनवरी 2022 तक मुंगेर रेल सह सड़क पुल पर दौड़ेंगे वाहन

बेगूसराय भारत सरकार की अति महत्वाकांक्षी परियोजना मुंगेर रेल सह सड़क पुल पांच वर्ष पूर्व

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Jul 2021 04:31 PM (IST) Updated:Sun, 18 Jul 2021 05:43 PM (IST)
जनवरी 2022 तक मुंगेर रेल सह सड़क पुल पर दौड़ेंगे वाहन
जनवरी 2022 तक मुंगेर रेल सह सड़क पुल पर दौड़ेंगे वाहन

बेगूसराय : भारत सरकार की अति महत्वाकांक्षी परियोजना मुंगेर रेल सह सड़क पुल पांच वर्ष पूर्व ही पूर्ण हो गया और आमजनों को समर्पित कर दिया गया। उक्त पुल से रेल मार्ग तो आरंभ हो गया। परंतु, सड़क मार्ग शुरू नहीं हो सका है, इसका काम प्रगति पर है। तीन जिले मुंगेर, खगड़िया एवं बेगूसराय के अलावा दूर दराज से आने वाले यात्रियों, व्यापारियों एवं आमजनों के लिए सड़क मार्ग मील का पत्थर साबित होगा। सड़क मार्ग के निर्माण कार्य में लगी कंपनी के अधिकारियों की मानें तो सब कुछ ठीक रहा तो जनवरी 2022 तक सड़क मार्ग चालू हो जाएगा। हालांकि स्थानीय व्यापारियों के अलाआ निकटवर्ती लगभग दो लाख की आबादी आज भी पुल से संबद्ध बाइपास निर्माण कार्य शुरू नहीं होने से निराश हैं।

सड़क मार्ग पूर्ण होने के करीब

मुंगेर रेल सह सड़क पुल से संबद्ध दोनों ओर कुल 14.5 मीटर लंबी एवं 60 मीटर चौड़ी एनएच 333 (क) निर्माण प्रस्तावित था। स्वीकृति मिलने के बाद जमीन अधिग्रहण का कार्य प्रारंभ हुआ। इसमें कई बाधाएं आई। प्रशासन के हस्तक्षेप से पुरानी अधिग्रमण की गई जमीन पर हरियाणा की कंपनी एसपी सिगला द्वारा पथ निर्माण कार्य शुरू हुआ। पुल के उत्तरी किनारे से एनएच 31 हीराटोल तक 5.133 किलोमीटर तक पथ का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इसी बीच कुछ रैयतों द्वारा उचित मुआवजा नहीं मिलने एवं जमीन अधिग्रहण की शर्त में सरकारी नौकरी नहीं दिए जाने की मांग को लेकर निर्माण कार्य अवरुद्ध कर दिया। इससे काफी दिनों तक निर्माण कार्य प्रभावित रहा। अंतत: प्रशासन के कड़े रुख से मामले को निपटाया गया। कहते हैं प्रोजेक्ट मैनेजर :

पथ निर्माण कार्य के प्रोजेक्ट मैनेजर केके पाठक का कहना है कि मुंगेर रेल सह सड़क पुल के उत्तरी ओर एनएच 31 हीराटोल से पुल के निकट तक 4.5 किलोमीटर पथ में तीन किलोमीटर तक पीचिग कार्य पूर्ण कर लिया गया है। शेष डेढ़ किलोमीटर पथ निर्माण कार्य में मिटटी भराई कार्य पूर्ण होने की कगार पर है। इसके अलावा पुल के उत्तरी छोर से नीचे सड़क तक 633 मीटर की दूरी के लिए 19 छोटे बड़े पिलर का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। इस पाए के उपर ढलान तक उपरी छत का स्ट्रक्चर चढ़ाने का कार्य जारी है। यह दिसंबर 2021 तक पूरा कर लिया जाएगा। संबद्ध पथ के फाउंडेशन एवं सब स्ट्रक्चर कार्य पूरे हो चके हैं। सब कुछ ठीक रहा तो जनवरी 2022 में सड़क से आवगमन शुरू हो जाएगा।

स्थानीय लोगों को बाइपास पथ से कम स्वीकार नहीं

मुंगेर रेल सह सड़क पुल से संबद्ध एनएच 333 (क) के निर्माण के साथ ही बाईपास पथ निर्माण की मांग जोर पकड़ने लगी थी। उस समय से ही विभिन्न संस्थाओं किसान संघर्ष मोर्चा आदि द्वारा गाइड बांध होते हुए बाइपास पथ निर्माण एवं पुल से संबद्ध करने की मांग जोर शोर से उठाई गई। तत्कालीन डीएम ने स्थानीय लगभग दो लाख की आबादी की मांग को आवश्यक समझ संज्ञान में लिया। अधिकारियों के साथ संभावित पथ के रूट का निरीक्षण भी किया। जांच रिपोर्ट के आधार पर एनएचएआइ के अधिकारियों को पत्र भी भेजे। द्रुत गति से कार्यवाही होते देख लोगों में बाइपास पथ की आस जगने लगी। परंतु, अब तक इस ओर किसी प्रकार की प्रगति नहीं देख लोगों में निराशा छा गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि उक्त निर्माणाधीन पथ से न तो स्थानीय लोगों को लाभ पहुंचेगा न ही स्थानीय व्यापारियों को। पुल पार करने के लिए पहले उन्हें एनएच 31 तक पांच किलोमीटर जाना होगा। फिर पुन: निर्मित पथ से पांच किलोमीटर तक पुल तक जाने के बाद लोग पुल पार कर सकेंगे। कुल मिलाकर दस किलोमीटर की यात्रा के बाद पुल तक पहूंचेंगे, फिर मुंगेर पहुंचेंगे।

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