साहेबपुर कमाल के पांच सौ घरों में प्रवेश किया गंगा का पानी

बेगूसराय। प्रतिदिन गंगा नदी के जलस्तर में तीन से चार सेंटीमीटर की हो रही वृद्धि अब विकराल रूप धारण करने लगी है। गंगा नदी के तटीय गांव श्रीनगर हीराटोल ज्ञानटोल बहलोरिया एवं दियारा क्षेत्र स्थित गांव सलेमाबाद के लगभग पांच सौ घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 16 Aug 2021 07:01 PM (IST) Updated:Mon, 16 Aug 2021 07:01 PM (IST)
साहेबपुर कमाल के पांच सौ घरों में प्रवेश किया गंगा का पानी
साहेबपुर कमाल के पांच सौ घरों में प्रवेश किया गंगा का पानी

बेगूसराय। प्रतिदिन गंगा नदी के जलस्तर में तीन से चार सेंटीमीटर की हो रही वृद्धि अब विकराल रूप धारण करने लगी है। गंगा नदी के तटीय गांव श्रीनगर, हीराटोल, ज्ञानटोल, बहलोरिया एवं दियारा क्षेत्र स्थित गांव सलेमाबाद के लगभग पांच सौ घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। बाढ़ प्रभावितों के भोजन की व्यवस्था के लिए सरकारी सामुदायिक किचन की व्यवस्था की गई है। गंगा के तटीय पंचायत रघुनाथपुर बरारी, रघुनाथपुर करारी, सबदलपुर, फुलमलिक, संदलपुर, समस्तीपुर, सनहा पूर्वी एवं सनहा पश्चिम पंचायतवासी बाढ़ से प्रभावित हैं। पशुपालक अपने पशुओं को लेकर अन्य स्थानों के लिए पलायन कर चुके हैं। पशुचारा की किल्लत हो गई है। सबसे ज्यादा परेशानी बूढ़े, बुजुर्ग, बच्चे एवं महिलाओं को भुगतनी पड़ रही है। बाढ़ से जिले के आठ प्रखंडों की करीब ढाई लाख की आबादी प्रभावित

बेगूसराय। गंगा में आई बाढ़ से जिले के आठ प्रखंडों की 02 लाख 50 हजार 100 आबादी प्रभावित है। प्रभावित लोगों के लिए जिला प्रशासन राहत व बचाव कार्य चला रहा है। सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक बाढ़ से प्रभावित प्रखंडों मं बछवाड़ा, तेघड़ा, बरौनी, सदर, मटिहानी, बलिया, साहेबपुर कमाल एवं शाम्हो प्रखंड की कुल 48 पंचायत प्रभावित है। इन पंचायतों में 22 पूर्ण रूप से तथा 26 आंशिक रूप से प्रभावित हैं। प्रभावित गांव की बात करें, प्रभावित 48 पंचायतों का 156 गांव बाढ़ से प्रभावित है।

बाढ़ प्रभावितों के आवागमन व राहत पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा कुल 307 नावों एवं दो मोटरबोट का परिचालन किया जा रहा है। चलाए जा रहे नावों में 30 सरकारी तथा 277 निजी नाव शामिल है। जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पका हुआ भोजन उपलब्ध कराने के लिए फिलहाल 132 सामुदायिक किचन चलाया जा रहा है। जहां 02 लाख 58 हजार 279 व्यक्ति भोजन कर रहे हैं। जिला प्रशासन के आंकड़ों के मुताबिक अब तक 07 हजार 219 प्रभावितों के बीच पॉलिथिन का वितरण किया गया है। जबकि प्रभावित 21 हजार 50 पशुओं के लिए 303 क्विटल पशुचारा का वितरण किया गया है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में वर्तमान में 21 स्वास्थ्य केंद्रों का संचालन किया जा रहा है, जहां 30 व्यक्ति अब तक इलाज करवा चुके हैं।

डीएम अरविद कुमार वर्मा ने कहा कि सभी अंचलाधिकारियों को प्रभावितों तक आवश्यक सुविधाओं को संवेदनशीलता के साथ उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि चिन्हित अंचलों में पशुचारा के साथ-साथ पशु कैंप का संचालन भी किया जा रहा है। उन्होंने अधिकारियों को भ्रमणशील रहते हुए राहत एवं बचाव कार्यों का अनुश्रवण करने का निर्देश भी दिया है।

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