बेगूसराय में ऑटो चालक चार की जगह बैठा रहे दस यात्री

बेगूसराय। कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रभाव को कम करने के लिए लगाया गया लॉकडाउन इलाके में शनिवार को बेअसर दिखा। लोगों में जागरुकता का अभाव कोरोना वायरस के संबंध में प्रचार-प्रसार नहीं करने एवं स्थानीय पुलिस प्रशासन द्वारा लॉकडाउन पालन कराने में शिथिलता बरतने के कारण इलाके में लॉकडाउन का प्रभाव एकदम कम दिख रहा है। ऑटो में आठ 10 लोग ठूंस कर बगैर मास्क लगाए बेखौफ यात्रा कर रहे हैं। कपड़े की दुकान भी 12 बजे दिन में भी खुली हुई है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 11:06 PM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 11:06 PM (IST)
बेगूसराय में ऑटो चालक चार की जगह बैठा रहे दस यात्री
बेगूसराय में ऑटो चालक चार की जगह बैठा रहे दस यात्री

बेगूसराय। कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रभाव को कम करने के लिए लगाया गया लॉकडाउन इलाके में शनिवार को बेअसर दिखा। लोगों में जागरुकता का अभाव, कोरोना वायरस के संबंध में प्रचार-प्रसार नहीं करने एवं स्थानीय पुलिस प्रशासन द्वारा लॉकडाउन पालन कराने में शिथिलता बरतने के कारण इलाके में लॉकडाउन का प्रभाव एकदम कम दिख रहा है। ऑटो में आठ 10 लोग ठूंस कर बगैर मास्क लगाए बेखौफ यात्रा कर रहे हैं। कपड़े की दुकान भी 12 बजे दिन में भी खुली हुई है। यह स्थिति तब है जब प्रतिदिन 10-12 कोरोना संक्रमित व्यक्ति प्रखंड क्षेत्र में मिल रहे हैं।

दौलतपुर मालीपुर सड़क, सुबह 11 बजे : छौड़ाही बाजार इसी सड़क के दोनों तरफ स्थित है। हाई स्कूल छौड़ाही के सामने एक रेडीमेड कपड़े की दुकान खुली हुई है। यहां आठ 10 आदमी कपड़े खरीद रहे हैं। फोटो खींचते देख ग्राहक भागने लगे। वहीं दुकानदार शटर गिरा कर चंपत हो गया। तभी सड़क पर एक ऑटो में नौ महिलाएं एवं पुरुष बैठे हुए दिखाई दिए। रोकने पर किसी के चेहरे पर मास्क नहीं दिखा। पुरुष गमछा से तो महिलाएं साड़ी के पल्लू से अपना मुंह ढकने लगी। इस सड़क पर कहीं भी लॉकडाउन अनुपालन कराने के लिए पुलिस प्रशासन का वाहन नहीं दिखा।

छौड़ाही-ऐजनी-गढ़पुरा सड़क, दोपहर 12 बजे : इस सड़क का सबसे सघन आबादी वाला जगह है परोड़ा चौक। चार प्रमुख सड़कें यहां आकर मिलती है। लोग आम दिनों की तरह सड़कों पर चहलकदमी कर रहे थे। 90 प्रतिशत लोगों के चेहरे से मास्क गायब थे। एक ऑटो वाला रोसड़ा छौड़ाही जाने वाले को आवाज लगाकर बुला रहा था। वहीं चाय, पान, कपड़ा आदि की दुकानें खुली हुई हैं। इस सड़क पर दो घंटे रहने तक एक बार भी पुलिस, प्रखंड, अंचल प्रशासन या स्वास्थ्य विभाग का वाहन लोगों का हालचाल लेने एवं लॉकडाउन का पालन कराने के लिए नजर नहीं आया।

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