अप्रशिक्षित शिक्षकों पर लटकी तलवार, प्रथम फेज में सभी का वेतन बंद
बेगूसराय। शिक्षा विभाग निर्धारित समय में प्रशिक्षण नहीं प्राप्त करने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई करना आरंभ कर दिया है। सूबे के कई जिलों में अप्रशिक्षित शिक्षकों को सेवा से बर्खास्त किया जा चुका है। मंगलवार को बेगूसराय के डीपीओ स्थापना ने भी प्रथम फेज का पत्र जारी करते हुए है तमाम अप्रशिक्षित शिक्षकों के वेतन पर रोक लगा दी है। अब जांच की प्रक्रिया आरंभ होगी। शिक्षा विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार 31 मार्च 2019 तक जो शिक्षक प्रशिक्षित नहीं हो सके हैं उन्हें सेवा से बर्खास्त करने की कार्रवाई शुरु हुई है। डीपीओ स्थापना ने सभी बीईओ को आदेश निर्गत करते हुए कहा है कि वे अपने स्तर से वैसे शिक्षकों को चिन्हित करते हुए उनके वेतन पर रोक तथा उनके नियोजन को समाप्त करने हेतु संबंधित नियोजन इकाई से पत्राचार करेंगे।
बेगूसराय। शिक्षा विभाग निर्धारित समय में प्रशिक्षण नहीं प्राप्त करने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई करना आरंभ कर दिया है। सूबे के कई जिलों में अप्रशिक्षित शिक्षकों को सेवा से बर्खास्त किया जा चुका है। मंगलवार को बेगूसराय के डीपीओ स्थापना ने भी प्रथम फेज का पत्र जारी करते हुए है तमाम अप्रशिक्षित शिक्षकों के वेतन पर रोक लगा दी है। अब जांच की प्रक्रिया आरंभ होगी।
शिक्षा विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार 31 मार्च 2019 तक जो शिक्षक प्रशिक्षित नहीं हो सके हैं, उन्हें सेवा से बर्खास्त करने की कार्रवाई शुरु हुई है। डीपीओ स्थापना ने सभी बीईओ को आदेश निर्गत करते हुए कहा है कि वे अपने स्तर से वैसे शिक्षकों को चिन्हित करते हुए उनके वेतन पर रोक तथा उनके नियोजन को समाप्त करने हेतु संबंधित नियोजन इकाई से पत्राचार करेंगे। तथा की जाने वाली तमाम कार्रवाईयों का डिटेल्स डीपीओ स्थापना कार्यालय को भी उपलब्ध करवाएंगे। डीपीओ ने अपने पत्र में पटना उच्च न्यायालय के तीन डब्लूजेसी में पारित न्यायालय के आदेश और उसे लाभान्वित अप्रशिक्षित शिक्षकों पर इस आदेश के लागू नहीं करने की भी बात कही है। इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा है कि 31 मार्च 2019 तक प्रशिक्षण पूरा कर डीएलएड की मुख्य परीक्षा अथवा पूरक परीक्षा में सम्मलित हुए हों और उसमें पास कर गए होंगे, एवं उनका परीक्षा फल प्रकाशित नहीं हुआ है, वैसे शिक्षकों को बर्खास्त नहीं किया जाएगा एवं उन्हें परीक्षाफल प्रकाशन की तिथि से ही वेतन का भुगतान होगा। इधर, डीपीओ द्वारा निकाले गए इस आदेश से वैसे तमाम शिक्षकों में दहशत का माहौल कायम हो गया है। बताते चलें कि जिले में तकरीबन 80 शिक्षक अभी तक अप्रशिक्षित हैं।