लड़की भगाने के आरोप में एसआइ की मौजूदगी में दुकानदार की पिटाई
बेगूसराय छौड़ाही ओपी क्षेत्र के सिहमा चौक पर मंगलवार को हथियारबंद बदमाशों ने दर्जनों दु
बेगूसराय : छौड़ाही ओपी क्षेत्र के सिहमा चौक पर मंगलवार को हथियारबंद बदमाशों ने दर्जनों दुकानदारों पर लड़की भगाने का आरोप लगाकर बेरहमी से लाठी डंडा से पिटाई कर दी। पुलिस की मौजूदगी में दुकानों की सामग्री को भी बर्बाद कर दिया गया। घायल दुकानदार सिहमा वार्ड संख्या छह निवासी कृष्ण कुमार राय को इलाज के लिए पीएचसी छौड़ाही में भर्ती कराया गया है। इधर मामला बिगड़ता देख आरोपित एसआइ पुलिस जवान के साथ खिसक गए। सारी करतूत सीसी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई है।
पीएचसी में इलाज करा रहे घायल दुकानदार कृष्ण कुमार राय ने बताया कि रोज की तरह सिहमा चौक स्थित दुकान खोलकर सफाई कर रहे थे। इसी बीच उनके ग्रामीण शंकर सिंह अपने पुत्र, दामाद और अन्य चार-पांच लोगों के साथ छौड़ाही थाना के एसआइ मदन मोहन पासवान को लेकर दुकान पर धावा बोल दिया। कहने लगा कि तुम मेरे लड़की को भगाए हो। जबतक वह कुछ समझ पाते, तब तक एसआइ मदन मोहन पासवान गंदी-गंदी गालियां देने लगे और शंकर सिंह एवं अन्य लोगों को आदेश दिया कि इसकी पिटाई करो। तब पुलिस एवं गुंडों ने उन्हें मिलकर मारपीट कर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया। इस दौरान उक्त लोगों ने दुकान की सामग्री भी बर्बाद कर दी। दुकानदार ने बताया कि दो महीने बाद वह गांव आए हैं और अचानक सभी ने धावा बोलकर मारपीट की। घायल ने बताया कि इसके बाद एसआइ मदन मोहन पासवान के साथ पुलिस बल एवं हथियारबंद बदमाशों ने सिहमा चौक के दो दर्जन दुकानदारों को बेरहमी से पीटा और दुकान का सामान भी बर्बाद कर दिया। इससे दुकानदारों को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। चोटिल दुकानदार भी विभिन्न अस्पताल में इलाज करा रहे हैं। पीड़ित का आरोप है कि छौड़ाही थाना के एसआइ मदनमोहन पासवान बदमाशों से मिलीभगत कर जानबूझकर कर दुकानदारों को बेरहमी से पिटवाया है। जबकि हम लोगों का कोई कुसूर नहीं है। लड़की भगाने के मामले में दर्ज प्राथमिकी में उन लोगों का नाम नहीं है। घटना के बाद गांव में दोनों पक्षों के बीच तनाव व्याप्त है। जबकि पुलिस अपने ऊपर लगाए जा रहे आरोप को खारिज कर रही है।
इस संबंध में छौड़ाही ओपी अध्यक्ष राघवेंद्र कुमार का कहना है कि घटना के बारे में सूचना मिली है। परंतु, पीड़ित ने अभी तक लिखित शिकायत अथवा बयान दर्ज नहीं कराया है। पीड़ित द्वारा शिकायत किए जाने के बाद कार्रवाई की जाएगी।