झमटिया घाट में सड़क किनारे लगी दुकानों से सैरात वसूली वैध : निदेशक

बेगूसराय। झमटिया घाट का निरीक्षण गुरुवार को निदेशक भू - अर्जन सह अपर सचिव राजस्व व भूमि सुधार विभाग बिहार पटना के सुशील कुमार व सहायक निदेशक भू- अर्जन निदेशालय पटना राकेश कुमार ने किया। इस दौरान लोगों ने निजी भूमि पर लगाई गई दुकानों से अंचल प्रशासन द्वारा नियुक्त राजस्व कर्मी एवं उनके सहयोगियों के द्वारा वसूली जा रही सैरात पर रोक लगाने की मांग की।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 16 Sep 2021 07:38 PM (IST) Updated:Thu, 16 Sep 2021 07:38 PM (IST)
झमटिया घाट में सड़क किनारे लगी दुकानों से सैरात वसूली वैध : निदेशक
झमटिया घाट में सड़क किनारे लगी दुकानों से सैरात वसूली वैध : निदेशक

बेगूसराय। झमटिया घाट का निरीक्षण गुरुवार को निदेशक भू - अर्जन सह अपर सचिव राजस्व व भूमि सुधार विभाग बिहार पटना के सुशील कुमार व सहायक निदेशक भू- अर्जन निदेशालय पटना राकेश कुमार ने किया। इस दौरान लोगों ने निजी भूमि पर लगाई गई दुकानों से अंचल प्रशासन द्वारा नियुक्त राजस्व कर्मी एवं उनके सहयोगियों के द्वारा वसूली जा रही सैरात पर रोक लगाने की मांग की। स्थानीय लोगों ने निजी जमीन के स्वामित्व से संबंधित आवश्यक दस्तावेज भी प्रस्तुत किए। इस पर अधिकारियों ने कहा कि गुप्ता बांध से झमटिया घाट जाने वाली सड़क का निर्माण सरकारी राशि से हुई है। रखरखाव सरकार के अधीन है, इसलिए झमटिया घाट जाने वाली सड़क के किनारे लगी दुकानों से सैरात वसूली वैध है। वहीं स्थानीय लोगों ने झमटिया चौक एनएच 28 से मुरलीटोल तक सड़क किनारे खड़े वाहनों से जबरदस्ती राशि वसूले जाने की शिकायत की। इसपर सीओ नेहा कुमारी व डीसीएलआर मनोज कुमार को अवैध वसूली पर रोक लगाने का निर्देश दिया।

अधिकारियों की टीम ने झमटिया पुल के समीप श्मशान घाट का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान समाजसेवी लाल यादव ने झमटिया शमशान घाट आने वाले शव वाहन से बलपूर्वक राजस्व वसूली की शिकायत की। इस पर अधिकारियों ने राजस्व कर्मचारी को तत्काल रोक लगाने का निर्देश देते हुए कहा कि दोबारा शिकायत पाए जाने पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में निदेशक सह अपर सचिव ने पत्रकारों से कहा कि विभागीय मंत्री के निर्देश पर झमटिया घाट के बंदोबस्ती की जांच की गई है। इस क्रम में पाया गया कि दो व्यक्ति इसमें एक सहदेव यादव जो मंदिर के सामने दुकान चला रहे हैं, वे अपने निजी जमीन पर दुकान का संचालन कर रहे हैं। उनसे सैरात की वसूली नहीं की जा रही है। वहीं दूसरे व्यक्ति चंद्रशेखर दास से भी सैरात की वसूली नहीं की जाती है। उन्होंने कहा कि एक अन्य व्यक्ति सत्यनारायण यादव की शिकायत के पश्चात सरकारी अमीन के साथ अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में गहराई से जांच की गई। जांच में पाया गया कि सरकारी क्षेत्र में अंचल प्रशासन द्वारा सैरात की वसूली की जा रही है। जांच के पश्चात अधिकारियों की टीम अंचल कार्यालय पहुंची एवं सीओ नेहा कुमारी एवं डीसीएलआर मनोज कुमार से सभी आवश्यक सरकारी दस्तावेज प्राप्त कर गहन जांच-पड़ताल के बाद आवश्यक निर्देश दिए।

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