राजस्व 7.20 करोड़, सुविधा के नाम पर मारपीट, लूट और छिनतई

बेगूसराय जिला प्रशासन द्वारा सिमरिया घाट पर इस वर्ष 7.20 करोड़ रुपये राजस्व वसूली की जाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 09:32 PM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 09:32 PM (IST)
राजस्व 7.20 करोड़, सुविधा के नाम पर मारपीट, लूट और छिनतई
राजस्व 7.20 करोड़, सुविधा के नाम पर मारपीट, लूट और छिनतई

बेगूसराय : जिला प्रशासन द्वारा सिमरिया घाट पर इस वर्ष 7.20 करोड़ रुपये राजस्व वसूली की जाएगी। इसकी निविदा हो चुकी है। पिछले वर्ष पांच करोड़ 71 लाख रुपये की राजस्व वसूली की गई थी। इतने राजस्व वसूली के बाद भी अब तक सिमरिया गंगा नदी तट पर श्रद्धालुओं एवं स्थानीय दुकानदारों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। राजस्व बढ़ोतरी के बाद दुकानदार को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दुकानदार को अधिक भाड़ा का बोझ झेलना पड़ रहा है। फिर भी सुविधाएं नदारद हैं।

अबतक नहीं बन पाया है स्नान घाट : करोड़ों रुपये राजस्व देने के बावजूद सिमरिया घाट पर अब तक न तो बेहतर स्नान घाट बनाया गया है और न ही प्रकाश, पेयजल, शौचालय, यात्री पड़ाव सहित अन्य मूलभूत व्यवस्था की गई है। जबकि सिमरिया घाट पर बिहार, झारखंड, बंगाल, उड़ीसा, नेपाल सहित अन्य प्रदेशों से श्रद्धालु आते हैं। प्रतिदिन सौ से अधिक शवों का दाह संस्कार किया जाता है।

पौराणिक परंपरा के अनुसार उत्तरवाहिनी सिमरिया गंगा नदी तट पर कई धार्मिक अनुष्ठान, विशेष मेले का आयोजन किया जा चुका है। देश में बारह जगहों पर लगने वाले अ‌र्द्ध कुंभ एवं महाकुंभ के विलुप्त होते आयोजन को स्वामी चिदात्मन जी महाराज की अगुवाई में 2011 में अ‌र्द्धकुंभ एवं 2017 में महाकुंभ का आयोजन किया गया। राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की जन्मस्थली सिमरिया गंगा नदी तट पर 2018 में साहित्यिक महाकुंभ के दौरान मोरारी बापू की कथा का भव्य आयोजन कर सिमरिया गंगा नदी तट इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया। बावजूद नदी तट का अपेक्षित विकास नहीं किया जा सका है। सिमरिया गंगा नदी तट को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने की घोषणा केवल घोषणा बनकर ही रह गई है।

हालांकि केंद्र सरकार के द्वारा विकास की दिशा में पहल की गई है। गंगा नदी पर सिक्स लेन सड़क पुल, दो लाइन का रेलवे पुल का निर्माण कार्य शुरू किया गया है।

सिमरिया घाट पर जाने वाले लोग हैं असुरक्षित : सिमरिया घाट पर जाने वाले श्रद्धालु इन दिनों काफी असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। दिन हो या रात, लूटपाट, छिनतई, गोलीबारी की घटना सिमरिया घाट के लिए अब आम बात हो गई है। चकिया एवं हाथीदह थाना क्षेत्र के बीच बसा सिमरिया गंगा नदी तट एवं श्मशान घाट पर अपराधियों का बोलबाला है। यहां स्नान करने एवं दाह संस्कार करने के लिए बेगूसराय के अलावा आसपास के जिले के भारी संख्या में लोग आते हैं। इन लोगों के साथ अक्सर मारपीट, लूट, छिनतई की घटना होती रहती है। जिला प्रशासन को सिमरिया घाट को विकसित करने के साथ-साथ बेहतर सुरक्षा व्यवस्था मुहैया करनी होगी, तभी सिमरिया घाट के अस्तित्व को अक्षुण्ण रखा जा सकता है।

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