एनएच पर 78 तो अन्य सड़कों पर 55 प्रतिशत लोग ही करते हैं हेलमेट का प्रयोग

बेगूसराय सड़क सुरक्षा को ले परिवहन विभाग हर साल सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाता है। इस वर्ष सड

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Jan 2021 09:57 PM (IST) Updated:Fri, 22 Jan 2021 09:58 PM (IST)
एनएच पर 78 तो अन्य सड़कों पर 55 प्रतिशत लोग ही करते हैं हेलमेट का प्रयोग
एनएच पर 78 तो अन्य सड़कों पर 55 प्रतिशत लोग ही करते हैं हेलमेट का प्रयोग

बेगूसराय : सड़क सुरक्षा को ले परिवहन विभाग हर साल सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाता है। इस वर्ष सड़क सुरक्षा माह मना रहा है और इस दौरान सड़क सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरुक भी किया जा रहा है। ताकि लोग यातायात नियमों का पालन कर सकें और सड़क दुर्घटना में कमी आ सके। इस प्रयास के बाद भी लोगों में सड़क सुरक्षा के प्रति व्यापक जागरुकता नहीं आई है। अभी भी जिले में बड़े पैमाने पर लोग वाहन चलाते समय हेलमेट का प्रयोग नहीं करते हैं। सड़क सुरक्षा माह के तहत शुक्रवार को चलाए गए हेलमेट सर्वे कार्यक्रम के रिपोर्ट की मानें तो यहां एनएच-31 पर 78 प्रतिशत एवं अन्य सड़कों पर मात्र 55 प्रतिशत लोग वाहन चलाते समय हेलमेट का प्रयोग करते हैं। सर्वे का कार्य कचहरी चौक पर मोटरयान निरीक्षक गौतम कुमार एवं एनएच-31 पर विभाग के ईएसआई कर रहे थे। डीटीओ श्रीप्रकाश ने कहा कि विभागीय निर्देश के आलोक में शुक्रवार को सर्वे किया गया और प्राप्त रिपोर्ट के आलोक में शत प्रतिशत हेलमेट के प्रयोग को अभियान चलाने पर विमर्श के लिए शनिवार को बैठक की जाएगी।

परमिट जांच के दौरान जुर्माना वसूली में सूबे में टॉप पर रहा बेगूसराय

जागरण संवाददाता, बेगूसराय : परिवहन विभाग द्वारा चलाए जा रहे सड़क सुरक्षा माह के दौरान गुरुवार को वाहनों का परमिट जांच अभियान चलाया गया। इस अभियान में जुर्माना वसूली में बेगूसराय बिहार में टॉप पर रहा। जबकि जांच के दौरान वाहनों की संख्या में गया बिहार में अव्वल रहा। विभागीय रिपोर्ट के मुताबिक परमिट जांच अभियान के दौरान गया में 92 वाहनों की जांच की गई। जिसमें कुल 17 वाहन परमिट नियमों का उल्लंघन करते हुए पकड़े गए। इन वाहनों से कुल 01 लाख 70 हजार रुपये जुर्माना की वसूली की गई। जबकि बेगूसराय में 36 वाहनों की जांच की गई और इस दौरान 16 वाहन परमिट नियमों का उल्लंघन करते हुए पकड़ा गया। इन 16 वाहनों से 03 लाख 89 हजार 700 रुपये जुर्माना वसूल किया गया। अन्य जिलों की बात करें, तो मुजफ्फरपुर में 83 वाहनों की जांच के दौरान 14 वाहन परमिट नियम का उल्लंघन करते पकड़े गए और इन वाहनों से 70 हजार रुपये जुर्माना वसूल किया गया। वैशाली में 135 वाहनों की जांच में 12 परमिट नियम का उल्लंघन करते पकड़े गए और यहां 01 लाख 20 हजार रुपये, मधुबनी में 62 वाहनों की जांच में परमिट उल्लंघन में 12 वाहनों से 01 लाख 20 हजार, समस्तीपुर में 64 वाहनों की जांच में परमिट नियम के उल्लंघन में 11 वाहनों से 01 लाख 45 हजार 500, पूर्वी चंपारण में 41 वाहनों की जांच में परमिट नियम का उल्लंघन करने वाले 11 वाहनों से 01 लाख 37 हजार 500, भोजपुर में 31 वाहनों की जांच में परमिट नियमों के उल्लंघन करने वाले 10 वाहनों से एक लाख, नालंदा में 84 वाहनों की जांच में 10 वाहनों से एक लाख, खगड़िया में 123 वाहनों की जांच में 09 वाहनों से 90 हजार, मधेपुरा में 21 वाहनों की जांच में 09 वाहनों से 90 हजार, पश्चिमी चंपारण में 39 वाहनों की जांच में 09 वाहनों से 01 लाख 32 हजार 500, कैमुर में 23 वाहनों की जांच में 09 वाहनों से 92 हजार 600, अड़रिया में 55 वाहनों की जांच में 08 वाहनों से 80 हजार, नवादा में 42 वाहनों की जांच में 08 वाहनों से 80 हजार, सुपौल में 36 वाहनों की जांच में 07 वाहनों से 70 हजार, पूर्णियां में 32 वाहनों की जांच में 06 वाहनों से 60 हजार, भागलपुर में 95 वाहनों की जांच में 06 वाहनों से 63 हजार, पटना में 32 वाहनों की जांच में 06 वाहनों से 60 हजार, कटिहार में 58 वाहनों की जांच में 06 वाहनों से 60 हजार, गोपालगंज में 34 वाहनों की जांच में 05 वाहनों से 54 हजार 500, सारण में 75 वाहनों की जांच में 03 वाहनों से 01 लाख 28 हजार, मुंगेर में 27 वाहनों की जांच में 03 वाहनों से 30 हजार, औरंगाबाद में 178 वाहनों की जांच में दो वाहनों से 20 हजार, बक्सर में 31 वाहनों की जांच में 02 वाहनों से 45 हजार 900, रोहतास में 43 वाहनों की जांच में 02 वाहनों से 20 हजार, किशनगंज में 16 वाहनों की जांच में 02 वाहनों से 20 हजार, दरभंगा में 54 वाहनों की जांच में 01 वाहन से 12 हजार 500, अरवल में 31 वाहनों की जांच में 01 वाहन से 12 हजार 500, शिवहर में 15 वाहनों की जांच में एक वाहन से दस हजार, सहरसा में 38 वाहनों की जांच में 07 वाहनों से 70 हजार रुपये वसूल किए गए। इसके अलावा सिवान में 27, जहानाबाद में 17, शेखपुरा में 08 वाहनों की जांच तो की गई, लेकिन यहां किसी भी वाहन से एक पैसा भी जुर्माना वसूल नहीं हुआ। जबकि लखीसराय में एक भी वाहन की जांच ही नहीं की गई।

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