गैंगवार में चकिया ओपी के टॉप टेन अपराधी सुनील बिद की हत्या
बेगूसराय। गुरुवार की रात चकिया ओपी क्षेत्र के मल्हीपुर बिदटोली में हुए आपसी गैंगवार में बिदटोली निवासी सुरेश निषाद के 37 वर्षीय पुत्र सुनील बिद की हत्या कर दी गई। मृतक ओपी क्षेत्र के टॉप टेन अपराधियों में शामिल था और घटना के समय वह अपने घर के समीप ही एक शादी समारोह में भाग ले रहा था। हत्या लूट जैसे कई संगीन मामलों में पुलिस को उसकी तलाश थी। घटना की सूचना पाते ही चकिया ओपी प्रभारी राकेश कुमार गुप्ता घटनास्थल पर पहुंच शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।
बेगूसराय। गुरुवार की रात चकिया ओपी क्षेत्र के मल्हीपुर बिदटोली में हुए आपसी गैंगवार में बिदटोली निवासी सुरेश निषाद के 37 वर्षीय पुत्र सुनील बिद की हत्या कर दी गई। मृतक ओपी क्षेत्र के टॉप टेन अपराधियों में शामिल था और घटना के समय वह अपने घर के समीप ही एक शादी समारोह में भाग ले रहा था। हत्या, लूट जैसे कई संगीन मामलों में पुलिस को उसकी तलाश थी। घटना की सूचना पाते ही चकिया ओपी प्रभारी राकेश कुमार गुप्ता घटनास्थल पर पहुंच शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। पुलिस को कई वर्षो से उसकी तलाश थी।
चकिया ओपी क्षेत्र का कुख्यात गैंगस्टर सुनील बिद अपने पड़ोसी जामुन बिद की पौत्री की शादी समारोह में शिरकत करने गया था। शादी समारोह में ही पहुंचे दूसरे गिरोह के अपराधियों से उसकी किसी बात को लेकर झड़प हो गई। इसके बाद हथियारबंद अपराधियों ने उसे निशाने पर लेकर अंधाधुंध फायरिग शुरू कर दी। दो गोली लगते ही वह मौके पर ही ढेर हो गया। हत्या के बाद सभी अपराधी जहां मौके पर फरार हो गए, वहीं शादी समारोह की भीड़भाड़ वीरानी में बदल गई। आनन-फानन में शादी की रस्म अदायगी हुई।
कहते हैं ओपीध्यक्ष : इस संबंध में ओपीध्यक्ष राकेश कुमार गुप्ता ने गैंगवार में हत्या की पुष्टि करते हुए बताया कि मृतक टॉप टेन अपराधियों में दूसरे नंबर पर था। उसके विरुद्ध हत्या, लूट, आर्म्स एक्ट सहित कई संगीन मामले दर्ज हैं। इस संबंध में उसके स्वजनों ने अबतक प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई है। शव का पोस्टमार्टम करा स्वजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस मामले की पड़ताल में लगी है। डेढ दशक से अपराध की दुनिया में था बोलबाला
बीहट। चकिया ओपी क्षेत्र के मल्हीपुर बिदटोली में आयोजित शादी समारोह में अचानक हुई अंधाधुंध गोलीबारी की घटना के बाद शादी में खुशी का माहौल गम में तब्दील हो गया। कुख्यात अपराधी सुनील बिद की दर्जन भर अपराधियों ने गोली मार कर हत्या कर दी। दो गोली लगते ही वह ढेर हो गया।
शादी समारोह में अचानक हुई गोलीबारी से चारों तरफ अफरातफरी मच गई। शादी में आए वर एवं वधू पक्ष इधर-उधर भागकर जान बचाने के प्रयास में लग गए। दहशत का ऐसा आलम बन गया कि शादी में बरात आए अतिथि बिना खाना खाए ही लौट गए। स्वजनों ने बैंड बाजा एवं लाउड स्पीकर बंद कर चुपचाप मंडप पर शादी की रस्म अदा कराई। सुनील बिद चकिया ओपी का टॉप टेन अपराधियों में दूसरे स्थान पर था। सूत्रों की मानें तो वह
अपने घर के पास मित्रों के साथ खा-पीकर पड़ोसी जामुन निषाद की पोती की शादी में भोज खाने जा रहा था। तभी उसके घर से सौ मीटर की दूरी पर अपराधियों ने पीछे से उसके सिर में गोली मारकर उसकी हत्या कर दी।
आपराधिक इतिहास :
उसने 15 वर्षों से अपराध की दुनिया में अपना सिक्का जमा रखा था। उसके खिलाफ चकिया ओपी सहित अन्य थाना में हत्या, लूट, डकैती, आर्म्स एक्ट, एटीएम मशीन लूट, चोरी सहित एक दर्जन से अधिक मामला दर्ज हैं। सुनील बिद बालू, छाई, मिट्टी के अवैध कारोबार के साथ मल्हीपुर बिद टोली, सिमरिया घाट बिद टोली में अपना साम्राज्य स्थापित किए हुए था। वह विक्की राय के गिरोह में शामिल होकर आपराधिक घटनाओं में कदम बढ़ाते गया। उसका वर्चस्व सिमरिया घाट तक कायम था। एनटीपीसी बरौनी निर्माण कार्य के दौरान भी अपनी सक्रियता दिखाई थी। जानकारी के अनुसार, बरौनी थर्मल पावर स्टेशन के मुख्य द्वार पर स्थित एसबीआइ बैंक की एटीएम मशीन को ही उखाड़ कर ले भागा था। उस घटना के बाद जेल गया। जेल से आने के बाद आपराधिक घटनाओं से दूरी बनाकर अपने कारोबार में लगा था। वह इन दिनों अपराध की दुनिया से अलग था। इसका फायदा उठाते हुए उसके सहयोगी और दूसरे गैंग के लोगों ने हत्या कर दी। अपराधी सुनील बिद को दो पुत्र है। घटना के बाद समाचार प्रेषण तक मामला दर्ज नहीं किया गया है। हालांकि चकिया ओपी प्रभारी राकेश कुमार गुप्ता अपने स्तर से घटना में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी कर रहे हैं।