बारिश के पानी से बरौनी जंक्शन परिसर बनी झील

बेगूसराय। चक्रवात तूफान के कारण हुई बारिश से गांव-मोहल्ले पानी-पानी हो गया है। निचले इलाके में तो लोगों के घरों में पानी प्रवेश कर गया है। रहने एवं आवागमन में परेशानी के साथ ही सांप बिच्छू से भी डर लग रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 29 May 2021 10:05 PM (IST) Updated:Sat, 29 May 2021 10:05 PM (IST)
बारिश के पानी से बरौनी जंक्शन परिसर बनी झील
बारिश के पानी से बरौनी जंक्शन परिसर बनी झील

बेगूसराय। चक्रवात तूफान के कारण हुई बारिश से गांव-मोहल्ले पानी-पानी हो गया है। निचले इलाके में तो लोगों के घरों में पानी प्रवेश कर गया है। रहने एवं आवागमन में परेशानी के साथ ही सांप बिच्छू से भी डर लग रहा है।

छौड़ाही : प्रखंड की नारायणपीपड़ पंचायत के वार्ड नंबर 16 के महादलित मोहल्ले की गली-गली में पानी भरा है। जल निकासी की व्यवस्था नहीं होने से चारों ओर जलजमाव है। इसी होकर आवागमन अब यहां के लोगों की नियति बन गई है। शनिवार की सुबह वार्ड नंबर 16 का राम टोला बारिश के पानी में लबालब भरा हुआ था। सड़क पर कहीं एक फीट तो कहीं दो फीट पानी और कीचड़ लगा था। घरों में भी पानी प्रवेश कर गया है। परेशान ग्रामीण का कहना था कि वार्ड सदस्य से लेकर बीडीओ तक कई बार कह चुके हैं। सरकार भी अनुसूचित जाति के टोला में पहले सड़क बनाने का निर्देश दे रखी है, परंतु कोई हमारी बात नहीं सुन रहा है। रुदल राम, सविता देवी, रमन राम, उदगार राम, दिलखुश कुमार आदि ग्रामीण वार्ड सदस्य, मुखिया एवं पंचायत सचिव पर आरोप लगा रहे हैं कि जब एस्टीमेट तैयार है, योजना स्वीकृत है तो फिर नाली और सड़क का निर्माण क्यों नहीं किया जा रहा है।

झील में तब्दील हुआ बरौनी जंक्शन रेल परिसर

बरौनी : यास के प्रभाव से बरौनी जंक्शन पर भी अछूता नहीं रहा। पूरा स्टेशन परिसर झील बन गया है। पानी निकासी की व्यवस्था नहीं होने से रेल यात्रियों को उसी पानी होकर आना जाना पड़ रहा है। बरौनी जंक्शन के मुख्य द्वार स्थित रेल परिसर एवं दीनदयाल रोड बरौनी का आलम है कि घुटने भर से भी अधिक पानी जमा हो गया है। सड़क सहित नाले का पानी सब एक होकर उसमें मलमूत्र एवं छोटे-छोटे कीड़े-मकोड़े नजर आ रहे हैं। रेलवे परिसर में नाले की साफ-सफाई एवं निर्माण कार्य के नाम पर प्रत्येक वर्ष लाखों रुपये का वारा-न्यारा होता है। यही हाल दीनदयाल रोड, बरौनी का भी है। यहां सालोंभर जल जमाव की स्थिति बनी रहती है। दो-तीन महीने पूर्व ही सड़क का निर्माण कराया गया है। बावजूद इसके, इस सड़क की स्थिति नारकीय बनी हुई है। जबकि यह फुलवड़िया पंचायत- दो एवं शोकहरा पंचायत- एक को जोड़ने वाली बरौनी की सबसे घनी आबादी और व्यस्त सड़क है।

40 घंटे तक अंधेरे में रही साहेबपुर कमाल की पांच पंचायत की आबादी

संवाद सूत्र, साहेबपुर कमाल (बेगूसराय) : लगातार दो दिनों तक तूफान के साथ मूसलाधार बारिश ने प्रखंड क्षेत्र में तबाही मचाई। चौकी फीडर से आपूर्ति की जाने वाली पंचायतों में तो गुरुवार की दोपहर से बिजली आपूर्ति सामान्य हो गई। परंतु, प्रखंड की पांच पंचायत सनहा पश्चिम, सनहा उत्तर, सनहा पूर्वी, पंचवीर एवं समस्तीपुर को अभी भी बलिया से बिजली आपूर्ति की जा रही है। इन पांचों पंचायतों में 40 घंटे तक अंधेरा कायम रहा। जब भी विभाग के जेई से पूछा जाता है तो 11 हजार तार टूटने का रोना रोते हैं। इस बाबत जेई राजीव रंजन ने बताया कि पुरानी और लंबी दूरी से 11 हजार केवी का तार इन पंचायतों में आया है। यह हल्की हवा और बारिश बर्दाश्त नहीं कर पा रहा है। लगातार बिजली मिस्त्री ठीक करते रहते हैं। बावजूद लगभग 40 घंटे तक इन इलाकों के अलावा दियारा क्षेत्र के कई गांवों में विद्युत आपूर्ति बाधित रही। उन्होंने कहा कि मत्तुनरोइ मे दो पोल, मुरही मिल बखड्डा एवं समस्तीपुर में भी बिजली तार को काफी क्षति पहुंची। तेघड़ा में भी घरों में घुसा पानी, लोग परेशान

तेघड़ा : प्रखंड क्षेत्र की विभिन्न पंचायतों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बुधवार से शुरू हुई बारिश रुक रुक कर शुक्रवार की देर रात तक होती रही। गौरा- दो पंचायत के निचले इलाकों में पानी घरों में घुस जाने से लोगों के समक्ष भोजन बनाने की भी समस्या उत्पन्न हो गई है। शुक्रवार को दिनभर लोग घरों से पानी निकालने में व्यस्त रहे। तेघड़ा नगर पंचायत के विभिन्न वार्डों में सड़कों पर पानी जमा हो जाने से आवागमन में भारी दिक्कत हो रही है। तेघड़ा थाना रोड स्थित पल्स टू ओमर उच्च माध्यमिक विद्यालय के समीप जल जमाव होने से बाढ़ सी स्थिति बन गई है। मुख्य तौर पर मधुरापुर, बजलपुरा, तीन मुहानी आदि जगहों में घरों में पानी घुस जाने से जन जीवन अस्तव्यस्त हो गया है।

आंगन में जलजमाव के बीच खाना बनाने की विवशता

बछवाड़ा : प्रखंड क्षेत्र में लगातार हुई बारिश से आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। गोविदपुर- तीन पंचायत के वार्ड संख्या चार मुरलीटोल में जलजमाव से बाढ़ सा नजारा देखने को मिला। बुधवार की संध्या से रुक रुक कर लगातार हो रही बारिश से लोगों के घरों में पानी प्रवेश कर गया है। मजबूरन पानी में ही खड़े होकर अपनी पेट की भूख मिटाने को विवश हैं। रुदौली पंचायत के वार्ड संख्या सात, 10 एवं 11 में बारिश के पानी से आम जनजीवन प्रभावित हुआ है। ग्रामीण सड़कों पर बने गड्ढे में पानी जमा होने से लोगों को आवागमन में भी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि ज्येष्ठ महीने में हुई बारिश से पिछले करीब एक दशक का रिकॉर्ड टूट गया।

खोदावंदपुर : समुचित जल निकासी के अभाव में यास से हुई भारी बारिश के बाद कई मोहल्ले एवं कार्यालय परिसर जलमग्न हो गए। दर्जनों घरों में पानी घुस गया। खोदावंदपुर थाना परिसर, सीएचसी परिसर सहित अन्य कार्यालय का परिसर जलमग्न है। खोदावंदपुर के मिथिलेश कुमार मिश्र, सागी पंचायत के नुरुल्लाहपुर गांव के वार्ड नंबर पांच निवासी मोहम्मद निजाम, अलाउद्दीन सहित आधे दर्जन लोगों के घरों में वर्षा का पानी घुस गया है। नुरूल्लाहपुर गांव के वार्ड नंबर एक तथा तीन, दौलतपुर के वार्ड नंबर सात, मेघौल, बरियारपुर सहित कई गांवों के दर्जनों मोहल्ले जलमग्न हो गए हैं।

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