मंझौल में टूट रहा कोविड प्रोटोकॉल, जागरुकता व सख्ती की जरूरत

बेगूसराय मंझौल अनुमंडल मुख्यालय में प्रशासनिक स्तर पर मास्क चेकिग अभियान लगातार चलाए जाने के

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 09:31 PM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 09:31 PM (IST)
मंझौल में टूट रहा कोविड प्रोटोकॉल, जागरुकता व सख्ती की जरूरत
मंझौल में टूट रहा कोविड प्रोटोकॉल, जागरुकता व सख्ती की जरूरत

बेगूसराय : मंझौल अनुमंडल मुख्यालय में प्रशासनिक स्तर पर मास्क चेकिग अभियान लगातार चलाए जाने के बावजूद कोरोना के प्रति लोग गंभीर नहीं हैं। मंझौल बाजार, सत्यारा चौक, बस स्टैंड में इसको लेकर जागरुकता एवं प्रशासनिक सख्ती की जरूरत है। बताते चलें कि पिछले दिनों में मंझौल कोर्ट के एक न्यायाधीश, एसबीआइ के दो बैंक कर्मी, सहित मंझौल- पंचायत तीन में एक व्यक्ति संक्रमित पाए जा चुके हैं। रविवार को दिन भर सार्वजनिक वाहनों एवं बाजार के अधिकांश दुकानों में कोरोना प्रोटोकॉल के नियमों की धज्जियां उड़ती रही। स्थानीय स्तर से जनप्रतिनिधियों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं के द्वारा भी लोगों में जागरुकता नहीं फैलाया जा रहा है। समय रहते अगर नहीं संभले तो आने बाले दिनों में कोरोना से जंग लड़ना मुश्किल हो जाएगा। दृश्य-एक (दोपहर 12 : 38 बजे) मंझौल बस स्टैंड के उत्तरी निकास के समीप : बस स्टैंड में अन्य दिनों की तरह भीड़भाड़ है। बाहर प्रदेशों से घर लौट रहे लोगों के चेहरे पर सुकून का भाव है। बेगूसराय से रोसड़ा, हसनपुर, नावकोठी, बखरी चलने वाली बसें एवं अन्य छोटी गाड़ियां आ जा रही है। गाड़ियों में बैठे आधे लोग मास्क लगाए रहते हैं। बांकी बचे हुए में कुछ लोगों के नाक के नीचे मास्क है। वहीं कुछ पुरुष गमछा तो कुछ महिलाएं स्टॉल से मुंह को ढंके हुए हैं। दृश्य दो - सत्यारा चौक के समीप :

मंझौल-बखरी रोड में गाड़ियों का आना जाना लगा हुआ है। सार्वजनिक वाहनों में आइस्क्रीम, तार का पंखा व अन्य सामान बेचने वाले लोग सड़क पर खड़ी बसों में सवार होकर बेच रहे हैं। बस में बैठे कुछ लोग मास्क तो लगाए हैं, लेकिन कोविड प्रोटोकॉल टूट रहा था। वहीं बेचने वाले कुछ लोगों के चेहरे से मास्क नीचे था। ऐसे में संक्रमित होने का खतरा दिख रहा था। इसी बीच एक बस गुजरती हुई दिखी। इसकी छत पर लाउडस्पीकर बंधा हुआ था। बस में नीचे और ऊपर लोग ठूस कर बैठे हुए थे। दृश्य- तीन (दोपहर 2 : 38 बजे) - मंझौल बस स्टैंड के दक्षिणी निकास के समीप :

चूंकि मंझौल में कोई रेलवे स्टेशन नहीं है। इसलिए मंझौल बस स्टैंड में अक्सर भीड़ रहती है। चूंकि यहां आवागमन का साधन बस ही है। रविवार को नावकोठी थाना क्षेत्र के तीन लोग जो बेंगलुरु से घर आए हैं ये लोग बेगूसराय से मंझौल एक टेंपो से आए। पहसारा जाने वाली ई रिक्शा का इंतजार कर रहे हैं। प्रदेश से आने वाले लोगों में कुछ लोग कोरोना के भय से तो कुछ लोग घर- परिवार, रिश्तेदारों के यहां हो रहे लग्न के आयोजन में शामिल होने के लिए घर आ रहे हैं।

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