सिमरिया में इस बार नहीं लगेगा कार्तिक कल्पवास मेला

बेगूसराय। आस्था का केंद्र व पतित पावनी सिमरिया गंगा नदी तट पर प्रतिवर्ष लगने वाले कार्तिक सिमरिय

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Oct 2020 05:54 PM (IST) Updated:Fri, 30 Oct 2020 05:54 PM (IST)
सिमरिया में इस बार नहीं लगेगा कार्तिक कल्पवास मेला
सिमरिया में इस बार नहीं लगेगा कार्तिक कल्पवास मेला

बेगूसराय। आस्था का केंद्र व पतित पावनी सिमरिया गंगा नदी तट पर प्रतिवर्ष लगने वाले कार्तिक सिमरिया कल्पवास मेला का आयोजन कोरोना की भेंट चढ़ गया। केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा सिमरिया गंगा नदी तट पर लगने वाले कल्पवास मेला के आयोजन पर रोक लगा दी है। वहीं जिला प्रशासन के द्वारा सिमरिया गंगा नदी तट के किनारे एवं रास्ते पर सिमरिया कल्पवास मेला पूर्णत: बंद का बैनर लगाकर आम लोगों को मेला बंद होने की सूचना दी है, ताकि श्रद्धालुओं में किसी भी तरह का भ्रम नहीं रहे। बताते चलें कि अनादिकाल से चली आ रही कल्पवास मेले की परंपरा रही है। इतिहास में ऐसा पहली बार होगा कि सिमरिया में कार्तिक कल्पवास मेला का आयोजन नहीं किया जाएगा। देश-देशांतर से आते थे कल्पवासी

कल्पवास मेला नहीं लगने से साधु-संत और मेले में दुकान लगाने वाले व्यवसायियों को घोर निराशा होगी। जिला प्रशासन का मानना है कि कोरोना महामारी के चलते हम सामूहिक रूप से आयोजित होने वाले किसी भी कार्यक्रम का आयोजन नहीं कर सकते हैं। कल्पवास में कल्पवासियों समेत साधु-संतों के हजारों की भीड़ देश-दुनिया से एकत्र होती है। इससे संक्रमण फैलने का बड़ा खतरा हो सकता है। लाखों रुपये का होता था व्यापार

सिमरिया कल्पवास मेला के दौरान सवा महीने में सिमरिया गंगा नदी तट पर लाखों रुपये का कारोबार होता था। कारोबार में सैकड़ों लोग कमाई कर अपने परिवार का भरण-पोषण सालों भर करते थे। इसके तहत गंगा नदी तट पर फूल, प्रसाद, मिट्टी, सब्जी, दूध, होटल में खाना, श्रृंगार, बर्तन, अगरबत्ती, सिदूर, चूड़ी, जलावन सहित अन्य मूलभूत सुविधा का सामान बेचकर उससे होने वाले आमदनी से परिवार चलता था। परंतु, मेला पर प्रतिबंध लगने से उनके समक्ष अब रोजी रोटी का संकट उत्पन्न हो गया है।

इधर सिमरिया कल्पवास मेला के आयोजन को लेकर मां गंगा सिमरिया घाट सेवा समिति के महासचिव रामजी झा ने कहा कि सरकार के द्वारा जानबूझकर मेला को बंद करवा दिया गया है। जबकि समिति ने कहा था कि शारीरिक दूरी का पालन करते हुए पर्णकुटीर लगाया जाएगा। वहीं विधानसभा चुनाव में होने वाली रैली में कोरोना का कोई डर नहीं है और न ही कहीं पर किसी भी तरह का शारीरिक दूरी का पालन किया जा रहा है। इस संबंध में बरौनी सीओ सुजीत सुमन ने कहा कि कल्पवास मेला का आयोजन संभव नहीं है। सामूहिक रूप से इतने बड़े आयोजन के दौरान कोरोना संक्रमण की आशंका को देखते हुए उक्त निर्णय लिया गया है। उन्होंने श्रद्धालुओं, कल्पवासियों और साधु-संत समाज से सहयोग करने की अपील की। साथ ही डीएम के निर्देश पर सिमरिया गंगा नदी तट पर जगह-जगह सिमरिया कल्पवास मेला पूर्णत: बंद का बैनर लगा दिया गया है।

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