एप के माध्यम से आंगनबाड़ी केंद्रों की जांच नहीं करने वाले से स्पष्टीकरण का निर्देश

बेगूसराय। समाहरणालय स्थित कारगिल विजय भवन में गुरुवार को आइसीडीएस से संबंधित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा बैठक हुई। इसकी अध्यक्षता डीएम अरविद कुमार वर्मा ने की। बैठक में समीक्षा के उपरान्त डीएम ने अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 06:28 PM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 06:28 PM (IST)
एप के माध्यम से आंगनबाड़ी केंद्रों की जांच नहीं करने वाले से स्पष्टीकरण का निर्देश
एप के माध्यम से आंगनबाड़ी केंद्रों की जांच नहीं करने वाले से स्पष्टीकरण का निर्देश

बेगूसराय। समाहरणालय स्थित कारगिल विजय भवन में गुरुवार को आइसीडीएस से संबंधित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा बैठक हुई। इसकी अध्यक्षता डीएम अरविद कुमार वर्मा ने की। बैठक में समीक्षा के उपरान्त डीएम ने अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया। बैठक में आंगनबाड़ी ऐप के माध्यम से आंगनबाड़ी केंद्रों की समीक्षा के दौरान जुलाई 2021 में शून्य निरीक्षण करने वाले सीडीपीओ एवं महिला पर्यवेक्षिका से स्पष्टीकरण मांगने का निर्देश उन्होंने डीपीओ को दिया। साथ ही परियोजना वार वाद व परिवादों से संबंधित मामलों की समीक्षा के दौरान जिले में लंबित कुल 428 परिवादों पर उन्होंने असंतोष जताया। डीएम ने मटिहानी, मंसूरचक, तेघड़ा एवं खोदावंदपुर के सीडीपीओ को मासिक प्रगति प्रतिवेदन से संबंधित निर्धारित कार्यों में प्रगति लाकर ससमय शत प्रतिशत लक्ष्य पूर्ण करने का निर्देश दिया। प्रधानमंत्री मातृत्व वंदन योजना के क्रियान्वयन की समीक्षा के दौरान यह बात सामने आई कि इस योजना में जिला राज्य स्तर पर प्रथम स्थान पर है, हालांकि डीएम ने योजना के तहत इंस्टॉलमेंट संबंधी लंबित मामलों के त्वरित निष्पादन का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना की गति धीमी होने को ले उन्होंने असंतोष जताया तथा कैंप के माध्यम से आवेदन प्राप्त कर निष्पादित करने का निर्देश अधिकारियों को दिया। परियोजना वार सेविका के 79 व सहायिका के 95 रिक्त पदों पर अविलंब आवश्यक कार्रवाई करते हुए चयन करने का निर्देश उन्होंने दिया। साथ ही सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को चयन में पूरी तरह से पारदर्शिता रखने को कहा। उन्होंने कहा कि चयन में किसी भी प्रकार की अनियमितता पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बैठक में आइसीडीएस के डीपीओ ने रचना सिन्हा ने जानकारी दी कि जिले में कुल 18 परियोजनाओं में कुल स्वीकृत आंगनबाड़ी केंद्रों की संख्या 3351 है। जबकि वर्तमान में कुल 3183 आंगनबाड़ी केंद्र क्रियाशील है। उन्होंने कहा कि जिले में कुल 419 आंगनबाड़ी केंद्रों को अपना भवन है। जबकि 2248 किराए के भवन में संचालित है तथा 407 अन्य सरकारी भवनों में संचालित है। विद्यालय में उपलब्ध आंगनबाड़ी केंद्रों की संख्या 109 है। बैठक में आइसीडीएस के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी रचना सिन्हा, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी भुवन कुमार समेत अन्य भी मौजूद थे।

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