एक बार फिर आश्वासन की घूंट पर समाप्त हुआ अनशन
झा का अनशन एक बार फिर आश्वासन की घूंट पर 19 वें दिन शुक्रवार को समाप्त हो गया। सदर एसडीओ संजीव कुमार चौधरी सहित महागठबंधन के नेताओं ने जूस पिला उनका अनशन समाप्त कराया। अनशनकारी को दस दिनों में कार्रवाई का आश्वासन मिला है। मौके पर भाकपा नेता अनिल कुमा
बेगूसराय। नियुक्ति पत्र देने की मांग को ले समाहरणालय के समक्ष अनशन पर बैठे समाहरणालय के पूर्व पैनलगत उम्मीदवार अनुसेवक उमेश झा का अनशन एक बार फिर आश्वासन की घूंट पर 19 वें दिन शुक्रवार को समाप्त हो गया। सदर एसडीओ संजीव कुमार चौधरी सहित महागठबंधन के नेताओं ने जूस पिला उनका अनशन समाप्त कराया। अनशनकारी को दस दिनों में कार्रवाई का आश्वासन मिला है। मौके पर भाकपा नेता अनिल कुमार अंजान, राजद जिला अध्यक्ष प्रो. अशोक कुमार यादव, रालोसपा नेता रवींद्र कुमार सिंह, स्वराज इंडिया के रंजीत कुमार, दिलीप सिन्हा आदि मौजूद थे। हालांकि इससे पूर्व पैनलगत उम्मीदवार अनुसेवक का अनशन अधिकारियों द्वारा आश्वासन देकर समाप्त कराने का यह पहला मौका नहीं है। इससे पूर्व वर्ष 2018 में अपनी मांग को ले इस उम्मीदवार अनुसेवक ने 39 दिनों तक अनशन किया था। तब भी इन्हें अधिकारी ने त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया था और जूस पिला अनशन समाप्त कराया था। परंतु 39 दिन के उस अनशन का नतीजा सिफर रहा। आश्वासन पर कई महीनों तक कार्रवाई का इंतजार करने व डीएम सहित अन्य अधिकारियों से गुहार लगाने के बाद भी कार्रवाई नहीं होने के कारण उम्मीदवार अनुसेवक ने वर्ष 2019 के शुरुआत में भी समाहरणालय के समक्ष अनशन किया था। उस बार भी आश्वासन देकर पांच दिन बाद अनशन समाप्त कराया गया। फर्क यह रहा कि उस बार अनशन समाप्त कराने में भाजपा नेता व अधिवक्ता अमरेंद्र कुमार अमर ने पहल किया था और इस बार भाकपा, राजद, रालोसपा आदि पार्टी के नेताओं ने किया है। अब देखना यह है कि इस बार के आश्वासन के आलोक में दस दिनों में कार्रवाई होती है अथवा फिर नतीजा सिफर रहता है। एसडीओ संजीव चौधरी ने कहा डीएम से वार्ता कर जिला स्थापना समिति की बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा की जाएगी और वस्तुस्थिति बताया जाएगा।