मरीज को देखना भी उचित नहीं समझे स्वास्थ्य कर्मी, एम्बुलेंस में ही मरीज ने तोड़ा दम

बेगूसराय स्वास्थ्य विभाग की एक बड़ी लापरवाही फिर सामने आई है। जहां एंबुलेंस में कोरोना

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Apr 2021 09:33 PM (IST) Updated:Fri, 30 Apr 2021 09:33 PM (IST)
मरीज को देखना भी उचित नहीं समझे स्वास्थ्य कर्मी, एम्बुलेंस में ही मरीज ने तोड़ा दम
मरीज को देखना भी उचित नहीं समझे स्वास्थ्य कर्मी, एम्बुलेंस में ही मरीज ने तोड़ा दम

बेगूसराय : स्वास्थ्य विभाग की एक बड़ी लापरवाही फिर सामने आई है। जहां एंबुलेंस में कोरोना मरीज की मौत के बाद रात भर शव एंबुलेंस में ही पड़ा रहा और एंबुलेंस सदर अस्पताल में खड़ी कर चालक फरार हो गया।

सदर अस्पताल में भर्ती कुछ मरीजों के अभिभावकों ने बताया कि रात करीब सात-आठ बजे यह एम्बुलेंस एक मरीज को लेकर आई थी, हर कोई कह रहा था कोरोना का मरीज है, मगर उसको देखने के लिए कोई नहीं जा रहा था, न कोई डॉक्टर गए और न कोई स्टॉफ गया। उस एम्बुलेंस में चालक के साथ एक और आदमी भी था, कुछ देर के बाद दोनों कहीं चले गए। तब से यह एम्बुलेंस पूरी तरह से पैक यहीं पर खड़ी है। उन लोगों ने यह भी बताया कि जब एम्बुलेंस आई थी तब आदमी जिदा था, मगर बाद में वहीं पर मर गया। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बखरी के सनातन साह नाम के व्यक्ति कुछ दिनों पूर्व कोरोना पॉजिटिव हुए थे। उसे बखरी से बेगूसराय के दिनकर इंजीनियरिग कॉलेज के आइसोलेशन सेंटर में लाकर रखा गया था। जहां गुरुवार की रात तबीयत बिगड़ने पर उसे एंबुलेंस से सदर अस्पताल लाया गया, मगर इलाज नहीं होने के कारण एंबुलेंस में ही उसकी मौत हो गई। इधर, शुक्रवार की सुबह जब मृतक के परिजन अस्पताल पहुंचे तो एंबुलेंस में ही शव को देखकर हंगामा शुरू कर दिया। परिजनों का आरोप था कि उसकी मौत की सूचना भी उन लोगों को नहीं दी गई। जब सदर अस्पताल प्रबंधक पंकज कुमार से जानकारी के लिए संपर्क किया गया तो उन्होंने मोबाइल फोन रिसीव ही नहीं किया। वहीं, सदर अस्पताल अधीक्षक आनंद शर्मा ने बताया कि सदर अस्पताल में 4 मरीजों की मौत हुई थी। यहां पर शव ढोने के लिए एक ही शव वाहन है। जिसको लेकर परेशानी हो रही है। उन्होंने परिजनों और मरीजों के अभिभावकों द्वारा दी गई सूचनाओं का भी खंडन किया है।

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