फर्जी आइपीएस बन ठगी करने वाला जालसाज गिरफ्तार

बेगूसराय। मंगलवार की देर शाम सिघौल ओपी पुलिस ने नागदह स्थित एक किराए के मकान में छापेमारी कर आइबी का एसपी बता ठगी करने के एक आरोपित को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार ठग की पहचान खगड़िया के महेशखूंट निवासी रणवीर सिंह के पुत्र आलोक सिंह उर्फ आलोक रणावत के रूप में हुई है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 06:14 PM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 06:14 PM (IST)
फर्जी आइपीएस बन ठगी करने वाला जालसाज गिरफ्तार
फर्जी आइपीएस बन ठगी करने वाला जालसाज गिरफ्तार

बेगूसराय। मंगलवार की देर शाम सिघौल ओपी पुलिस ने नागदह स्थित एक किराए के मकान में छापेमारी कर आइबी का एसपी बता ठगी करने के एक आरोपित को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार ठग की पहचान खगड़िया के महेशखूंट निवासी रणवीर सिंह के पुत्र आलोक सिंह उर्फ आलोक रणावत के रूप में हुई है। छापेमारी के दौरान अपराध अन्वेषण ब्यूरो का फर्जी पहचान पत्र मिलने के बाद उसे गिरफ़्तार कर लिया गया। सिघौल ओपीध्यक्ष दीपक कुमार ने पूछताछ के बाद उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

लगातार मिल रही थी शिकायत:

गिरफ्तार ठग अपने को आइपीएस बता कर ना सिर्फ मुसीबत में फंसे भोले-भाले लोगों से पैरवी के नाम पर ठगी करता था बल्कि सीओ, बीडीओ व थानेदार स्तर के पदाधिकारियों को फोन कर लोगों का काम भी कराता था। बीते पंचायत चुनाव में छौड़ाही व खोदावंदपुर प्रखंड क्षेत्र के प्रत्याशियों से भी ठगी कर चुका है। इधर कुछ दिन पूर्व बेगूसराय आइबी में कार्यरत एक कर्मी के सामने इसने रौब जमाने की कोशिश की तो मामले का खुलासा होने लगा। शिकायत पर पुलिस ने भी जांच पड़ताल शुरू कर दी।

उलाव में जमाया मकान पर कब्जा:

गिरफ्तार आलोक सिंह ने अपने रौब का फायदा उठाते हुए हाल में ही उलाव आदर्श नगर स्थित एक मकान पर भी कब्जा जमा लिया था। उक्त मकान के मालिक पटना में नगर विकास विभाग में पदस्थापित हैं और उन्होंने अपने मकान की चाबी भरत कुमार नाम के एक रिश्तेदार को देख रेख के लिए दी थी। आलोक व भरत ने मिलकर मकान पर कब्जा जमाया और खाली कराने पहुंचे मकान मालिक पर भी आइबी का आइपीएस होने की बात कहकर धौंस जमाते हुए खाली करने से मना कर दिया। इसकी शिकायत भी सिघौल ओपी में की गई थी। कहते हैं ओपीध्यक्ष: इस संबंध में सिघौल ओपीध्यक्ष दीपक कुमार ने बताया कि गिरफ्तार ठग खुद को आइबी का एसपी बता कर लोगों को चूना लगाता था। पूछताछ में मिले सुराग के आधार पर उसके साथियों की तलाश की जा रही है। पूछताछ के बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।

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