विद्यालयों में आधारभूत संरचना के अभाव में छात्र शिक्षा से हो रहे वंचित

बेगूसराय सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद प्रखंड स्तरीय शिक्षा व्यवस्था की स्थिति बदहाल है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 15 Nov 2021 09:32 PM (IST) Updated:Mon, 15 Nov 2021 09:32 PM (IST)
विद्यालयों में आधारभूत संरचना के अभाव में छात्र शिक्षा से हो रहे वंचित
विद्यालयों में आधारभूत संरचना के अभाव में छात्र शिक्षा से हो रहे वंचित

बेगूसराय : सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद प्रखंड स्तरीय शिक्षा व्यवस्था की स्थिति बदहाल है। प्रखंड के कई विद्यालयों में विभागीय उदासीनता स्पष्ट झलक रही है। गोविदपुर- तीन पंचायत के प्राथमिक विद्यालय सुरो संस्कृत में आधारभूत संरचना अभी भी नदारद है। आलम यह है कि इस मौसम में भी वर्ग प्रथम से पंचम तक के छात्र-छात्रा विद्यालय परिसर में जमीन पर अथवा विद्यालय कक्ष में नीचे बैठ कर पढ़ाई करने को विवश हैं। विद्यालय में वर्ग एक से पांच तक के लिए नामांकित छात्र-छात्राओं की संख्या करीब दो सौ है। इन छात्र-छात्राओं की पढ़ाई के लिए विभागीय स्तर पर प्रभारी प्रधानाध्यापिका समेत पांच शिक्षिका एवं एक शिक्षक प्रतिनियुक्त हैं। स्थानीय अभिभावकों ने बताया कि स्थापना के छह दशक बाद भी विभागीय उदासीनता के कारण स्थिति जस की तस बनी हुई है। जमीन के अभाव में करीब एक किलोमीटर दूर नवसृजित प्राथमिक विद्यालय, आलमपुर नवटोलिया को विभागीय आदेश के पश्चात प्राथमिक विद्यालय सुरो संस्कृत में मर्ज करने के पश्चात छात्रों के बीच वर्ग कक्ष की कमी दिख रही है। वर्ग कक्ष के अभाव में छात्र छात्राएं बरामदे के फर्श पर बैठकर पढ़ाई करते हैं। कमोवेश यही स्थिति दादुपुर, चमथा- एक सहित कई पंचायतों के विद्यालय में देखने को मिल रही है।

राशि के अभाव में विद्यालय भवन निर्माण कार्य ठप

विद्यालय परिसर में करीब एक दशक पूर्व वर्ग कक्ष निर्माण कार्य प्रारंभ कराया गया था, परंतु विभागीय अधिकारी की लापरवाही के कारण प्लींथ लेवल तक कार्य करने के पश्चात ठप कर दिया गया। इस बीच ग्रामीणों ने छात्र-छात्रा की संख्या के अनुपात में ठप पड़ा। वर्ग कक्ष निर्माण प्रारंभ करने की अधिकारियों से गुहार लगाई, परंतु अधिकारियों की ओर से सिर्फ आश्वासनों की घूंट मिलती रही।

विद्यालय में शौचालय पेयजल की स्थिति बदहाल :

प्रखंड क्षेत्र के सरकारी विद्यालयों में शौचालय एवं पेयजल की स्थिति बदहाल है। उदाहरण स्वरूप प्राथमिक विद्यालय सुरो संस्कृत में एक शौचालय एवं एक चापाकल रहने से छात्रों एवं शिक्षकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। सरकारी विद्यालय में छात्र-छात्रा अथवा शिक्षकों के अनुपात में शौचालय, पेयजल की स्थिति गंभीर है। शौचालय में गंदगी का अंबार लगे रहने से शौचालय उपयोग के लायक नहीं रह गया है।

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