तेज हवा व भारी बारिश से फसलें हुई बर्बाद, विद्युत आपूर्ति ध्वस्त

बेगूसराय सोमवार से ही तेज हवा के साथ हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। फसलें

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 09:38 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 09:38 PM (IST)
तेज हवा व भारी बारिश से फसलें हुई बर्बाद, विद्युत आपूर्ति ध्वस्त
तेज हवा व भारी बारिश से फसलें हुई बर्बाद, विद्युत आपूर्ति ध्वस्त

बेगूसराय : सोमवार से ही तेज हवा के साथ हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। फसलें तबाह हो गई हैं। बिजली आपूर्ति व्यवस्था भी चरमरा गई है।

छौड़ाही में सोमवार की रात से मंगलवार की सुबह तक तेज रफ्तार हवा के साथ हुई जोरदार बारिश से धान की फसलों को व्यापक नुकसान पहुंचा है। घर से खेत तक जलजमाव होने से लोगों की दिनचर्या प्रभावित हुई है। बखड्डा गांव में एक दुकान का छप्पर तेज हवा में उड़ गया। वहीं दुकान के अंदर बारिश का पानी जमा होने से काफी नुकसान पहुंचा। इसके अलावा नारायणपीपड़, ऐजनी, शाहपुर, अमारी, सावंत, एकंबा पंचायत के कई घरों में बारिश का पानी जमा हो जाने से लोगों को काफी फजीहत झेलनी पड़ रही है। मंगलवार को अधिकतम तापमान 31 डिग्री एवं न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। वर्षा मापक केंद्र, छौड़ाही के प्रभारी सुनील कुमार मेहता ने बताया कि मंगलवार आठ बजे सुबह तक 97 एमएम बारिश रिकार्ड की गई है। वहीं खोदावंदपुर वर्षा मापक केंद्र के रामशंकर के अनुसार खोदावंदपुर प्रखंड क्षेत्र में 54 एमएम बारिश रिकार्ड की गई।

प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों के किसान सलाहकारों से मिली सूचना के अनुसार, इस वर्ष 2550 एकड़ में धान की खेती का लक्ष्य निर्धारित था, जिसके विरुद्ध 4192 एकड़ में धान की खेती की गई। सोमवार की रात्रि तेज हवा के साथ बारिश से धान सहित अन्य फसलों की व्यापक क्षति हुई है।

डा. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा के मौसम वैज्ञानिक डा. अब्दुल सत्तार ने बताया कि आगामी 23 अक्टूबर तक आसमान में हल्के से मध्यम बादल दिखेंगे। इस दौरान 10 से 15 किलोमीटर की रफ्तार से पुरवा हवा इसके बाद पछिया हवा चलने की संभावना है। हल्की से मध्यम बारिश भी संभावित है।

गढ़पुरा प्रखंड क्षेत्र में धान एवं गन्ने की फसल को सर्वाधिक नुकसान हुआ है। मौजी हरिसिंह पंचायत के थान सिंह बहियार में लगी धान की लहलहाती फसल धराशायी हो गई। किसान अजीत कुमार यादव, भोला यादव, सुजीत कुमार यादव, दिनेश प्रसाद यादव, दामोदर यादव आदि ने बताया कि धान की फसल लगभग तैयार हो चुकी थी, परंतु बारिश और तेज हवा से फसल धरशायी हो गई। यही हाल गन्ने की फसल की भी है।

साहेबपुर कमाल : प्रखंड क्षेत्र में तेज हवा के साथ हुई बारिश से दर्जनों स्थानों पर विद्युत संचरण लाइन को क्षति पहुंची है। इससे मंगलवार की सुबह 10 बजे तक प्रखंड क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति सामान्य नहीं हो पाई थी। साहेबपुर कमाल क्षेत्र के जेई राजीव कुमार ने बताया कि आंधी तूफान में कई स्थानों पर पेड़ उखड़ कर हाई टेंशन तार पर गिर गए। कई जगहों पर पोल भी टूट गए हैं। समस्तीपुर, फुलमलिक, साहेबपुर कमाल पश्चिम नया टोला, विष्णुपुर आहोक सहित कई स्थानों पर पोल टूट गए हैं। सनहा पूर्वी के परोरा, मत्तुनरोई सहित दर्जनों स्थानों पर तार टूट जाने से आपूर्ति बाधित है।

नावकोठी की विभिन्न पंचायतों में लगी फसल तेज हवा एवं भारी बारिश में धराशायी हो गई। धान, ईख, हल्दी, मिर्च सहित विभिन्न प्रकार की फसलों को भारी क्षति पहुंची है। पशु चारा डूबने से पशुओं के समक्ष संकट पैदा हो गया है। महेंशवाड़ा के किसान अरुण सिंह, पहसारा के प्रगतिशील किसान जसवंत सिंह, वृंदावन के गुड्डू कुमार, नावकोठी के राम अनुज सिंह, अरुण सिंह, चकमुजफ्फर के रामनंदन सिंह आदि ने बताया कि वर्षों बाद चित्रा नक्षत्र में इतनी तेज बारिश हुई है। यह पानी वर्तमान फसल और आगे लगने वाली फसलों पर विपरीत प्रभाव डालती है।

खोदावंदपुर में तेज हवा एवं बारिश से प्रखंड क्षेत्र के दौलतपुर-मालीपुर पथ में सड़कों किनारे लगे पेड़ धराशायी हो गए। इससे उक्त पथ में घंटों यातायात बाधित रहा। सैकड़ों किसानों की धान की तैयार फसल गिरने बर्बाद हो गई। बारिश से रबी अभियान पर भी ब्रेक लग गया है। प्रखंड क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति विगत 24 घंटे से बाधित है। बिजली नहीं मिलने से उपभोक्ताओं में हाहाकार मचा हुआ है। मंगलवार की दोपहर तक बिजली नहीं मिलने से मोबाइल चार्ज करना भी मुश्किल हो गया। इस संबंध में जेई ललन कुमार ने बताया कि तेज हवा के कारण 33 केवीए सप्लाई का मुख्य पोल मंझौल एवं खोदावंदपुर के बीच टूट कर गिर गया है, जिससे 33 केवीए की विद्युत आपूर्ति बाधित है।

बछवाड़ा में बारिश पिछले तीन दिनों से किसानों के अरमानों पर कहर बनकर टूट रहा है। तेज हवा एवं बारिश से खेतों में तैयार धान की फसलें गिर गई है। बेबस एवं लाचार किसान खेतों में गिर चुकी धान की तैयार फसल को एकटक देखकर सीने पर हाथ रखकर अपने भाग्य को कोस रहे हैं। गोविदपुर- तीन पंचायत के सुरो निवासी किसान नकुल दास, रामाधार राय, अमरनाथ राय, राम लखन महतो, शंकर महतो आदि ने बताया कि महंगी बीज खरीद कर खेतों में बोए गए धान की फसल से कुछ भी मिलने की उम्मीद अब नहीं दिख रही है। किसानों ने डीएओ से मुआवजा उपलब्ध कराने की मांग की है।

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