कोरोना का कहर, बखरी के सलौना सबसे अधिक प्रभावित
बेगूसराय वैश्विक महामारी कोरोना का पहला फेज शहरों तक ही सीमित था। परंतु संक्रमण की
बेगूसराय : वैश्विक महामारी कोरोना का पहला फेज शहरों तक ही सीमित था। परंतु, संक्रमण की दूसरी लहर का दायरा गांवों तक पहुंच कर कोहराम मचा रहा है। स्थिति यह है कि अब प्रखंड क्षेत्र में लगभग प्रतिदिन संक्रमितों की मौत हो रही है। प्रखंड का सलौना गांव सबसे अधिक प्रभावित है। यहां 60 संक्रमित हुए। वर्तमान में 13 एक्टिव केस हैं।
सलौना गांव सबसे अधिक प्रभावित : प्रखंड में अब तक कोरोना से हुई 17 मौतों में बड़ा हिस्सा गांव का भी है। कोरोना से संक्रमण के मामले में प्रखंड का सलौना गांव सबसे अधिक प्रभावित है। अकेले इस गांव में संक्रमितों की संख्या 45 से अधिक है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में यह संख्या 39 है। इसमें निजी अस्पतालों में हुई जांच की रिपोर्ट शामिल नहीं हैं। इनमें से दो व्यक्ति की जान भी इस बीमारी से चली गई है। गांव में अब भी 13 एक्टिव केस हैं। जबकि इसी पंचायत के खड़कचक गांव में 18 संक्रमित हैं। यहां भी एक वृद्धा की मौत कोरोना से हुई है।
गांव में बनाए गए सात कंटेनमेंट जोन : सलौना गांव हॉटस्पाट तब बना जब एक दिन की जांच में गांव के 23 लोग संक्रमित पाए गए। इनमें छह वर्ष का एक बच्चा भी शामिल था। रिपोर्ट आने के बाद गांव में हड़कंप मच गया। रोज की जांच में औसतन सात से 15 लोग पॉजिटिव मिलने लगे। पंचायत का वार्ड दो, सात, आठ, नौ, 10, 11 और 12 सबसे अधिक प्रभावित हुआ। पीएचसी प्रभारी डॉ. एमपी चौधरी ने बताया कि संक्रमण की रफ्तार को देखते हुए गांव में सात कंटेनमेंट जोन बनाकर उसकी मॉनिटरिग की जाने लगी। सभी कंटेनमेंट जोन में सात आशा तथा सात सेविकाओं को लगाया गया। जबकि एक्टिव सर्च सर्विलांस के लिए 11 आशा की टीम गठित की गई। गांव में टेस्टिग भी बढ़ा दी गई है। कुल 524 लोगों का टेस्ट किया गया। 45 प्लस के 13 सौ लोगों को लगा टीका : बीडीओ अमित कुमार पांडेय ने बताया कि गांव में संक्रमण की रफ्तार पर लगाम लगाने के लिए प्रशासन ने अपनी सारी ताकत झोंक दी। कंटेनमेंट जोन पर कड़ी नजर रखी जा रही है। टीकाकरण में भी तेजी लाई गई है। बीडीओ ने बताया कि गांव के 45 प्लस के 13 सौ लोगों का टीकाकरण किया गया है। तब स्थिति को नियंत्रित करने में कामयाबी मिली। उन्होंने बताया कि गांव के अधिकांश लोग ठीक हो चुके हैं। महज 13 एक्टिव केस हैं। पंचायत में जो तीन मौतें हुई हैं वे सभी बेगूसराय में इलाज के दौरान हुई है। अब भी गांव पर खास नजर रखी जा रही है। बाजार से मिलीजुली आबादी के कारण बढ़ा संक्रमण सलौना गुंजान आबादी वाला गांव है। गांव की कुल आबादी 12 हजार के आसपास है। यह प्रखंड का एक मात्र ऐसा गांव है जिसकी अधिकांश जनसंख्या व्यवसाय से जुड़ी हुई है। आबादी का बड़ा हिस्सा बाजार में अपना व्यवसाय करता है अथवा व्यवसायियों के यहां नौकरी करता है। यही कारण है कि यहां तेजी से संक्रमण फैला। गनीमत रही कि स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन ने समय रहते संक्रमण पर काबू कर लिया, वरन गांव में संक्रमण तथा मौतों का आंकड़ा कुछ और हो सकता था।