एड्स नियंत्रण कार्य पर कोरोना का साया, दस माह में मिले 186 मरीज
बेगूसराय। बीते दस माह में जिला एड्स नियंत्रण इकाई की भौतिक उपलब्धि पर कोरोनो संक्रमण का साया भी पड़ा। परिणामस्वरूप एचआइवी की जांच कराने वाले व काउंसलिग में शामिल होने वाले पुरुष-महिलाओं की संख्या बीते वर्ष की अपेक्षा काफी कम रही। दस माह में 186 मरीज रिएक्टिव मिले।जबकि पिछले वर्ष 477 मरीज रिएक्टिव मिले थे। जिला एड्स नियंत्रण इकाई के वित्तीय वर्ष 2019-20 की तुलना में इस वित्तीय वर्ष के बीते दस माह में उपलब्धि काफी कम है। जबकि इस जिला में जिला स्तरीय काउंसलिग व टेस्टिग इकाई कार्यरत है।
बेगूसराय। बीते दस माह में जिला एड्स नियंत्रण इकाई की भौतिक उपलब्धि पर कोरोनो संक्रमण का साया भी पड़ा। परिणामस्वरूप एचआइवी की जांच कराने वाले व काउंसलिग में शामिल होने वाले पुरुष-महिलाओं की संख्या बीते वर्ष की अपेक्षा काफी कम रही। दस माह में 186 मरीज रिएक्टिव मिले।जबकि पिछले वर्ष 477 मरीज रिएक्टिव मिले थे। जिला एड्स नियंत्रण इकाई के वित्तीय वर्ष 2019-20 की तुलना में इस वित्तीय वर्ष के बीते दस माह में उपलब्धि काफी कम है। जबकि इस जिला में जिला स्तरीय काउंसलिग व टेस्टिग इकाई कार्यरत है। वहीं जिला मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल में जिला के रजिस्टर्ड एचआइवी पॉजिटिव एवं एड्स के मरीजों के इलाज के लिए एक एआरटी सेंटर भी कार्यरत है। ताकि, यहां के मरीजों को अन्य जिला में जाकर इलाज नहीं कराना पड़े।
इस संबंध में जिला काउंसेलर संतोष कुमार संत ने बताया कि कई माह तक रेल व सड़क सेवा बाधित रहने से यहां जांच एवं काउंसिलिग की संख्या बीते वर्ष की अपेक्षा कम रही है। इंटीग्रेटेड काउंसिलिग एंड टेस्टिग सेंटर (आइसीटीसी) एवं प्रिवेशन ऑफ प्रिग्नेंट टू चाइल्ड ट्रांसपोर्टेशन (पीपीटीसीटी) दोनों में बीते वर्ष की तुलना में उपलब्धि काफी कम है। इस बाबत बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति के अपर परियोजना निदेशक डॉ. अभय प्रसाद ने भी जनवरी के प्रथम सप्ताह में एआरटी सेंटर व आइसीटीसी सेंटर का निरीक्षण करते हुए कार्य संचालन में तेजी लाने का सख्त निर्देश दिया था।
एआरटी सेंटर बेगूसराय में चल रहा इलाज :
एआरटी सेंटर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. मृत्युंजय कुमार ने बताया कि सदर अस्पताल स्थित एंटी रिट्रोवायरल ट्रीटमेंट सेंटर (एआरटी सेंटर) में अबतक 4995 एचआइवी रिएक्टिव लोग सूचीबद्ध हैं। जिसमें वर्ष 2019-20 के 489 मरीज पंजीकृत हुए थे। जबकि वर्ष 2020-21 में मात्र 179 मरीज पंजीकृत हुए हैं। पेंशन स्कीम में एआरटी सेंटर में पंजीकृत 1700 मरीजों का लाभ मिल रहा है। एआरटी सेंटर में रोगियों को मिलने वाली दवा के संबंध में बताया कि वयस्क के लिए एआरटी सेंटर में नौ दवाएं एवं बच्चों के लिए छह दवाएं उपलब्ध है।
प्रकार वित्तीय वर्ष काउंसिलिग टेस्टिग रिएक्टिव आइसीटीसी 2019-20 10137 10048 452
2020-21 4195 4144 179 ------------------------------------------------------------------
पीपीटीसीटी 2019-20 9294 9284 25 2020-21 6032 6025 7 ------------------------------------------------------------------