महिलाओं पर कम व पुरुषों के लिए ज्यादा घातक है कोरोना : डॉ. रवि रंजन
फोटो नंबर 11 व 12 - श्रीकृष्ण महिला महाविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय वेबिनार आयोजित - अमेरिका यूके सहित देश के प्रख्यात विद्वान हुए शामिल जागरण संवाददाता
बेगूसराय । कोरोना से बचाव के मद्देनजर मनुष्य के प्रतिरोधक क्षमता की वृद्धि को लेकर शनिवार को एसके महिला कॉलेज में बूस्टटिग आवर इम्यून सिस्टम कोरोना वायरस विषय पर एक अंतरराष्ट्रीय वेबिनार हुआ। इसमें अमेरिका सहित अन्य देशों सहित भारत के प्रख्यात विद्वानों ने कोरोना वायरस से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां दीं।
कार्यक्रम की संरक्षक व महिला कॉलेज की पूर्व प्राचार्य डॉ. स्वप्ना चौधरी ने कहा कि इम्यून सिस्टम बढ़ाने में मछली महत्वपूर्ण भोजन है। उसमें पाए जाने वाले ओमेगा-3, फैटी एसिड व प्रोटीन हमारी वायरस प्रतिरोधक क्षमता को काफी मजबूत कर सकता है। हावर्ड मेडिकल स्कूल के डॉ. रवि रंजन ने कहा ये वायरस किसी प्रयोगशाला में विकसित नहीं हुआ है। इसका इतिहास बहुत पुराना है और इसकी विशेषता यह है कि यह अपनी संरचना को लगातार बदलते रहने में सक्षम है। मौजूदा कोविड-19 की महामारी इस वायरस के इसी विशेषता का परिणाम है। यह वायरस स्त्री-पुरुष बालक युवा और वृद्ध को अलग अलग तरीके से प्रभावित करता है। महिलाओं के ऊपर इसका दुष्प्रभाव अपेक्षाकृत कम पड़ता है, जबकि पुरुषों के लिए यह ज्यादा खतरनाक सिद्ध होता है। भारत जैसे देशों में इसकी मारक क्षमता काफी कम है। क्योंकि यहां बीसीजी का टीका भारी मात्रा में लोगों को लगाया गया है। एमआरसीपी, एमआरसीजीओजीपी लीड्स के डॉ. विदुषी गौतम ने कहा कि ये वायरस इतना अधिक खतरनाक है कि अगर किसी एक व्यक्ति को हो जाए तो वो एक हजार लोगों को संक्रमित कर सकता है। इस रोग से बचने के लिए हमें अपने सिस्टम को बहुत मजबूत बनाना बहुत जरूरी है। प्रो. निर्मल सिंह ने बताया कि यह वायरस हमारे न्यूरॉन पर अटैक करता है, जो हमारे लिए जानलेवा बन जाता है।
आयोजन के संयोजक सह प्राचार्य प्रो. विमल कुमार, गृहविज्ञान की विभागाध्यक्ष प्रो. शिखा चौधरी, तकनीकी सुपरवाइजर एवं संचालक डॉ. अर्चना कुमारी, सदस्य डॉ. रूमा सिन्हा आदि ने वेबिनार की सफलता में अहम योगदान दिया। धन्यवाद ज्ञापन प्रो. विजेंद्र कुमार त्रिपाठी ने किया।