बाढ़ राहत केंद्र में खाना के साथ बच्चों को मिलेगा निर्धारित मात्रा में दूध

बेगूसराय। जिला प्रशासन द्वारा बाढ़ राहत केंद्रों में खोले गए बाढ़ राहत केंद्रों में भोजन के साथ बच्चों के लिए निर्धारित मात्रा में दूध भी उपलब्ध होगा। राहत केंद्र में विस्थापित व्यक्तियों को सुबह का नाश्ता एवं दो शाम पका हुआ भोजन दिया जाएगा। खास बात यह कि राहत केंद्र में रहने वाले पंजीकृत वयस्क विस्थापितों को खाने के लिए स्टील की थाली कटोरा लोटा एवं ग्लास तथा बच्चों को भी स्टील की छोटी थाली कटोरा एवं ग्लास उपलब्ध कराया जाएगा। राहत केंद्र में रहने तक विस्थापित लोग उक्त थाली लोटा व ग्लास का उपयोग खाने के लिए तो करेंगे ही राहत केंद्र से जाने के समय उक्त सभी बर्तन वे अपने साथ ले जाएंगे।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 14 Aug 2021 05:54 PM (IST) Updated:Sat, 14 Aug 2021 05:54 PM (IST)
बाढ़ राहत केंद्र में खाना के साथ बच्चों को मिलेगा निर्धारित मात्रा में दूध
बाढ़ राहत केंद्र में खाना के साथ बच्चों को मिलेगा निर्धारित मात्रा में दूध

बेगूसराय। जिला प्रशासन द्वारा बाढ़ राहत केंद्रों में खोले गए बाढ़ राहत केंद्रों में भोजन के साथ बच्चों के लिए निर्धारित मात्रा में दूध भी उपलब्ध होगा। राहत केंद्र में विस्थापित व्यक्तियों को सुबह का नाश्ता एवं दो शाम पका हुआ भोजन दिया जाएगा। खास बात यह कि राहत केंद्र में रहने वाले पंजीकृत वयस्क विस्थापितों को खाने के लिए स्टील की थाली, कटोरा, लोटा एवं ग्लास तथा बच्चों को भी स्टील की छोटी थाली, कटोरा एवं ग्लास उपलब्ध कराया जाएगा। राहत केंद्र में रहने तक विस्थापित लोग उक्त थाली, लोटा व ग्लास का उपयोग खाने के लिए तो करेंगे ही, राहत केंद्र से जाने के समय उक्त सभी बर्तन वे अपने साथ ले जाएंगे।

राहत केंद्र में रहने वाले पंजीकृत पुरुषों को लुंगी या धोती, गंजी, गमछा तथा महिलाओं को साड़ी, पेटीकोट एवं ब्लाउज उपलब्ध कराया जाएगा। जबकि बच्चों के लिए निकर एवं टी शर्ट तथा बच्चियों को स्कर्ट, फ्रॉक आदि उपलब्ध कराया जाएगा। डीएम अरविद कुमार वर्मा ने प्रभावित अंचलों के अंचलाधिकारियों को राहत केंद्रों के बेहतर संचालन एवं सरकारी निर्देश के आलोक में पंजीकृत लोगों को सामग्री आपूर्ति करने का निर्देश दिया है।

नाव पर बच्ची जन्म लेगी तो मिलेगा 15 हजार रुपये : जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं को यदि निष्क्रमण के क्रम में बच्ची पैदा होती है, तो उस नवजात लड़की के लिए 15 हजार रुपये सरकार देगी। निष्क्रमण के दौरान नाव पर लड़का जन्म लेता है, तो उस नवजात को दस हजार रुपये का भुगतान किया जाएगा। यह जानकारी डीएम अरविद कुमार वर्मा ने दी है। इसको ले उन्होंने सभी संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिया है।

अधिकारी करेंगे राहत केंद्रों का निरीक्षण : बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चलाए जा रहे राहत एवं बचाव केंद्रों के बेहतर संचालन के लिए डीएम ने अधिकारियों को केंद्रों के निरीक्षण एवं पर्यवेक्षण का निर्देश दिया है। इसके लिए डीएम ने 13 अधिकारियों को प्रतिनियुक्त किया है। अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी बेगूसराय धीरेंद्र मिश्रा को सदर प्रखंड, एसडीसी प्रभाकर कुमार एवं जिला अवर निबंधक ऋषि कुमार को बरौनी प्रखंड, अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी मंझौल धर्मेंद्र कुमार एएवं सहायक योजना पदाधिकारी उमानाथ झा को शाम्हो अकहा कुरहा, एसडीसी संजीत कुमार एवं सुनंदा कुमारी को मटिहानी, अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी बलिया मो. कमरे आलम को साहेबपुर कमाल, डीसीएलआर बलिया धनंजय कुमार को बलिया, अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी तेघड़ा प्रियंका कुमारी एवं जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी रतन को तेघड़ा, डीसीएलआर तेघड़ा मनोज कुमार एवं जिला भू-अर्जन पदाधिकारी संदीप कुमार को बछवाड़ा प्रखंड में राहत एवं बचाव संबंधी कार्यों के लिए प्रतिनियुक्त किया गया है।

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