तकनीकी व प्रशासनिक दोनों पक्ष की हो जांच : गिरिराज सिंह
बेगूसराय। बरौनी रिफाइनरी में लाइटअप के दौरान हुए फर्नेश विस्फोट मामले में तकनीकी व प्रशासनिक दोनों पक्ष की जांच हो साथ ही दोषियों को चिन्हित कर आपराधिक मुकदमा दर्ज कराने की जरूरत है। उक्त बातें ग्रामीण विकास व पंचायती राज मंत्री सह स्थानीय सांसद गिरिराज सिंह ने शनिवार को दिल्ली से पहुंची तीन सदस्यीय जांच टीम व रिफाइनरी प्रबंधन के साथ आयोजित बैठक में हिस्सा लेने के बाद आयोजित प्रेस वार्ता में कही।
बेगूसराय। बरौनी रिफाइनरी में लाइटअप के दौरान हुए फर्नेश विस्फोट मामले में तकनीकी व प्रशासनिक दोनों पक्ष की जांच हो, साथ ही दोषियों को चिन्हित कर आपराधिक मुकदमा दर्ज कराने की जरूरत है। उक्त बातें ग्रामीण विकास व पंचायती राज मंत्री सह स्थानीय सांसद गिरिराज सिंह ने शनिवार को दिल्ली से पहुंची तीन सदस्यीय जांच टीम व रिफाइनरी प्रबंधन के साथ आयोजित बैठक में हिस्सा लेने के बाद आयोजित प्रेस वार्ता में कही। उन्होंने कहा कि घनी आबादी के बीच स्थित बरौनी रिफाइनरी में जरा सी लापरवाही भी घातक है। प्रारंभिक रूप में विस्फोट का कारण एसओपी स्टैंडर्ड आपरेशन प्रोसीजर के पालन में कोताही बताई जाती है।
सांसद गिरिराज सिंह ने बताया कि दिल्ली से हेल्थ व सिक्युरिटी विभाग के कार्यपालक निदेशक संजीव कुमार, मेंटेनेंस विभाग के कार्यपालक निदेशक बीके राजदा, टेक्निकल विभाग के डीजीएम मृत्युंजय कुमार ने बरौनी रिफाइनरी पहुंच फर्नेश विस्फोट की जांच शुरू की है। सांसद ने घटना के समय कंट्रोल रूम व फर्नेश के पास कर्मचारियों की मौजूदगी समेत अन्य मुद्दों पर जांच करने समेत रिफाइनरी के विस्तारीकरण के संबंध में हर तीन माह पर प्रगति रिपोर्ट जारी करने का भी निर्देश रिफाइनरी प्रबंधन को दिया है। केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता को दुहराते हुए उन्होंने कहा कि 14.5 हजार करोड़ रुपये से रिफाइनरी का विस्तारीकरण का सपना जल्द पूरा होगा। 2024 तक पेट्रोकेमिकल्स के पहले चरण का काम पूरा होने की उम्मीद है। सांसद ने कहा कि घायलों के इलाज का पूरा खर्च व इलाजरत अवधि का वेतन प्रबंधन दे रही है। प्रेस वार्ता के बाद सांसद हादसे में घायल कर्मचारियों व ठेका मजदूरों से भी मिले।