दर्जनों घरों में घुसा बलान नदी का पानी
बेगूसराय। प्रखंड क्षेत्र की हृदय स्थल से गुजरने वाली बलान नदी का पानी नदी के किनारे बसे दर्जनों घरों में प्रवेश कर गया है। इससे लोगों के समक्ष खाने-पीने से लेकर पशुचारा की किल्लत उत्पन्न हो गई है। नदी का पानी सतराजेपुर तथा लखनपुर के दर्जनों घरों में घुस गया है। इससे लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है।
बेगूसराय। प्रखंड क्षेत्र की हृदय स्थल से गुजरने वाली बलान नदी का पानी नदी के किनारे बसे दर्जनों घरों में प्रवेश कर गया है। इससे लोगों के समक्ष खाने-पीने से लेकर पशुचारा की किल्लत उत्पन्न हो गई है। नदी का पानी सतराजेपुर तथा लखनपुर के दर्जनों घरों में घुस गया है। इससे लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। सतराजेपुर के लोग अपने पशुओं के साथ ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हुए हैं। बताते चलें कि बांध का निरीक्षण करने पूर्व में केंद्रीय मंत्री सह स्थानीय सांसद गिरिराज सिंह अधिकारियों के साथ पहुंचे थे, परंतु, परिणाम ढाक के तीन पात निकला। बाढ़ की चपेट में आकर अतरुआ निवासी रामोतार चौधरी सहित अन्य किसानों की फसल बर्बाद हो गई है। सोमवार को सूचना पाकर सीओ वीणा भारती लखनपुर पहुंची और औपचारिकता पूरी कर चलीं गईं। बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में कमी के आसार
मंझौल। लगातार कुछ दिनों से बूढ़ी गंडक के जलस्तर में वृद्धि के कारण लोगों में भय व्याप्त है। मंझौल अनुमंडल से होकर गुजरने वाली बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि होने के कारण दियारा क्षेत्र पूर्णत: जलमग्न हो गया है। पानी दोनों तटबंध तक पहुंच गया है। इसको लेकर ग्रामीणों में डर का माहौल बना हुआ है। विभागीय जेई संतोष कुमार ने बताया कि लोगों को डरने की जरूरत नहीं है। बांध पूरी तरह दुरुस्त है। बारिश के कारण जलस्तर में वृद्धि हुई है, परंतु कई दिनों से नेपाल में बारिश नहीं होने के कारण अब जलस्तर में कमी होने के आसार हैं। बूढ़ी गंडक के जलस्तर में वृद्धि होने के कारण दियारा क्षेत्र में खेती कर रहे किसानों के समक्ष पशुचारा का संकट गहराने लगा है। जलस्तर में वृद्धि होने के कारण संपूर्ण दियारा क्षेत्र जलमग्न हो गया है।