अस्पताल की घेराबंदी नहीं रहने से पुरस्कार से वंचित रह गया धोरैया

बांका। राज्यस्तरीय कायाकल्प की तीन सदस्यीय टीम ने गुरुवार को धोरैया अस्पताल का निरीक्षण किया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 04 Mar 2021 09:39 PM (IST) Updated:Thu, 04 Mar 2021 09:39 PM (IST)
अस्पताल की घेराबंदी नहीं रहने से पुरस्कार से वंचित रह गया धोरैया
अस्पताल की घेराबंदी नहीं रहने से पुरस्कार से वंचित रह गया धोरैया

बांका। राज्यस्तरीय कायाकल्प की तीन सदस्यीय टीम ने गुरुवार को धोरैया अस्पताल का निरीक्षण किया। इस दौरान तीन के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. राजेश कुमार, डॉ. प्रीति वाजपेयी एवं अनुपमा झा ने अस्पताल की साफ सफाई एवं रखरखाव प्रसव कक्ष की व्यवस्था दवा की उपलब्धता का जायजा लिया।

अस्पताल परिसर की घेराबंदी नहीं देख सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को पुरस्कार से वंचित कर दिया। टीम के कार्यक्रम पदाधिकारी ने मरीजों से मिलकर अस्पताल में मिलने वाली सुविधाओं के साथ साथ दवा मिलने की जानकारी प्राप्त की। इस दौरान कुछ महत्वपूर्ण दवा को नहीं पाकर उन्होंने इसकी जानकारी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. श्यामसुंदर दास से लेते हुए बाजार से दवा की खरीद कर रखने का निर्देश दिया। हर्बल गार्डन को देख उसे और सजाने की बात कही। निरीक्षण के दौरान टीम को अस्पताल की समस्या कंपाउंडर, ड्रेसजर, फार्मासिस्ट, एएनएम की कमी से कार्यो में हो रही कठिनाई से अवगत कराया गया। इस मौके पर चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. मनीष कुमार पोद्दार, डॉ. मुकेशचंद्र मुकुल, डॉ. दीपक कुमार, स्वास्थ्य प्रबंध श्यामकिशोर, प्रधान लिपिक रामप्रकाश मंडल सहित सभी स्वास्थ्य कर्मी उपस्थिति थे।

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सुविधा के आधार पर मिलेगा ग्रेड

संसू, रजौन, बांका : प्रखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का कायाकल्प टीम ने निरीक्षण किया। इस क्रम में इमरजेंसी व ओपीडी का निरीक्षण करते हुए साफ-सफाई सहित अन्य सुविधाओं का जायजा लिया। स्वास्थ्य केंद्र को बेहतर बनाने पर चर्चा की। टीम ने कहा कि रिपोर्ट तैयार करने के बाद सुविधा व व्यवस्थाओं के आधार पर अस्पतालों को ग्रेड दिया जाएगा। पीएमसीएच पटना के वीक्षक डॉ. विजय कुमार चौधरी , डॉ. प्रमोद कुमार साह के अलावा डॉ. एनके गुप्ता ने बताया कि जांच रिपोर्ट पटना भेजी जाएगी। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. ब्रजेश कुमार के अलावा स्वास्थ्य प्रबंधक राजेश रंजन, डॉ. मु. शाह कलीम अहमद सहित सभी स्वास्थ्य कर्मी से भी जानकारी ली। टीम में शामिल पदाधिकारियों ने महिला वार्ड में जाकर निरीक्षण किया, जहां पर जच्चा-बच्चा को मिलने वाली सुविधाओं के बारे में पता किया।

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